29/08/2025
आदरणीय प्रधानमंत्री महोदय ,
आप क्यों अमेरिकन कृषि प्रणाली और पशुपालन प्रणाली को भारत में नहीं आने देना चाहते इन्हें आने दीजिए जिस तरह टैक्सी सस्ती हो गई है दाल चावल दूध दही भी सस्ती हो जाने दीजिए।
भारतीय किसान भारतीय पशुपालक भारतीय लोगों को बहुत लूट रहे हैं ।
जिस प्रकार भारतीय टैक्सी चालक के नाक में नकेल डालकर उन्हें आप ने विदेशी कंपनियों की गुलामी करने पर मजबूर कर दिया और समाज को सस्ते में टैक्सी उपलब्ध करवा दिया ।
ठीक उसी प्रकार इस देश को सस्ता दाल चावल दूध दही मुर्गा मछली अंडा सब सस्ता उपलब्ध करवा दीजिए।
आप बस इन विदेशी व्यवस्थाओं को भारत आने दो फिर आप देखना यह भारतीय किस तरह कूद-कूद कर खुद ही गुलामी के दलदल में फंसते चले जाएंगे।
मोदी जी यह अपना भारत है। इसने आजादी के 100 वर्ष भी पूरे नहीं किया है परंतु इस आजाद भारत का एक वर्ग जिसे आप सारथी कहते हो गुलाम हो चुका है।
और विडंबना देखिए,
जनता को यह लगता है की ओला उबर सस्ता है और बहुत उपयोगी है भारत की आबादी के 80% लोग ओला उबर जैसी कंपनियों के समर्थन में दिन-रात लगे रहते हैं।
समस्या केवल इसलिए उत्पन्न हुई क्योंकि शिक्षा का व्यापार बना दिया गया जनता को सही शिक्षा नहीं दी गई उन्हें विदेशी सम्मानों के उपयोग से होने वाले नुकसानों की समुचित जानकारी नहीं दी गई।
90 के दशक में जब वित्त मंत्री मनमोहन सिंह जी और प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव जी ने भारत की गरीबी को देखते हुए भारत में विदेशी पूंजी निवेश को बढ़ावा दिया तो उन्हें भारत के गुलामी के दोनों को भी याद करना चाहिए था उन्हें यह भी याद करना चाहिए था कि भारत को किसी देश ने नहीं ईस्ट इंडिया कंपनी ने गुलाम बनाया था।
हमारे नेताओं ने 40 से अधिक वर्षों का सफर बिना किसी विदेशी कंपनी के सीमित संसाधनों के साथ पूरा किया इसका कहीं यह मतलब नहीं निकलता कि वह मुर्ख थे या उन्हें विकास के परिभाषाओं की जानकारी नहीं थी।
वह ढंग से जानते थे कि भारत को विदेशी के चंगुल से बचा कर रखना है इसलिए उन्होंने कभी विदेशी सामानों को बढ़ावा नहीं दिया।
महोदय,
अब किसी भी विदेशी कंपनी को या विदेशी प्रणाली को अपने भारत पर हावी नहीं होने देना है उबर इन ड्राइव ट्विटर एप्पल से हमें सीखना चाहिए।
मै परमात्मा से निवेदन करता हूं की विदेश से हो रहे इस अर्थ युद्ध में वह आपका साथ दे और 140 करोड़ भारतीयों का प्रतिनिधित्व करने वाले यशस्वी प्रधानमंत्री को दीर्घायु जीवन और सद्बुद्धि दे।
जय हिंद जय हिंदुस्तान
देश का गौरव देश कि शान
सैनिक चालक और किसान
100 में 90 नेता बेईमान
फिर भी मेरा देश महान फिर भी मेरा देश महान।।