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मृत्यु कोई दुखद या भयावह घटना नहीं है। अगर तुमने अपना जीवन पूरी जागरूकता, प्रेम और सच्चाई के साथ जिया है, तो मृत्यु भी ए...
31/07/2025

मृत्यु कोई दुखद या भयावह घटना नहीं है। अगर तुमने अपना जीवन पूरी जागरूकता, प्रेम और सच्चाई के साथ जिया है, तो मृत्यु भी एक सुंदर अनुभव बन जाती है।"

ओशो यहां यह समझा रहे हैं कि यदि हम जीवन को गहराई से, सच के साथ और पूर्णता से जीते हैं, तो मृत्यु से डरने की कोई आवश्यकता नहीं है। तब मृत्यु सिर्फ एक यात्रा का अंत नहीं, बल्कि एक शांत, सुंदर अनुभव बन जाती है — जैसे एक लंबे दिन के बाद विश्राम।

Shayra Khana Ranjan Pandey OshoAnamika Patel Mithun Osho

ओशो यहां यह समझा रहे हैं कि मृत्यु से डरने की जरूरत नहीं है। वह कोई अंत नहीं है, बल्कि जीवन की यात्रा का एक जरूरी और सुं...
30/07/2025

ओशो यहां यह समझा रहे हैं कि मृत्यु से डरने की जरूरत नहीं है। वह कोई अंत नहीं है, बल्कि जीवन की यात्रा का एक जरूरी और सुंदर चरण है। जैसे सुबह के बाद रात आती है और फिर नई सुबह होती है, वैसे ही मृत्यु भी जीवन के क्रम का एक हिस्सा है — न कि उसका अंत।
Shayra Khana Ranjan Pandey Aayushi Kobra OshoAnamika

यह ओशो का आध्यात्मिक दृष्टिकोण दर्शाता है। उनके अनुसार मृत्यु किसी चीज़ का अंत नहीं है, बल्कि आत्मा के अगले चरण की ओर एक...
30/07/2025

यह ओशो का आध्यात्मिक दृष्टिकोण दर्शाता है। उनके अनुसार मृत्यु किसी चीज़ का अंत नहीं है, बल्कि आत्मा के अगले चरण की ओर एक परिवर्तन है। जैसे रात के बाद सुबह आती है, वैसे ही मृत्यु के बाद एक नया जीवन शुरू होता है। यह विचार हमें मृत्यु से डरने की बजाय उसे समझने और स्वीकार करने की प्रेरणा देता है।

जब हमारे आस-पास कोई असली और गंभीर समस्या होती है — जैसे किसी स्कूल की छत गिर जाए या किसी पुल का ढह जाना, जिससे इंसानों क...
30/07/2025

जब हमारे आस-पास कोई असली और गंभीर समस्या होती है — जैसे किसी स्कूल की छत गिर जाए या किसी पुल का ढह जाना, जिससे इंसानों की जान जाती है, तब समाज और मीडिया चुप रहते हैं, कोई ज़्यादा प्रदर्शन या आंदोलन नहीं होता।

लेकिन जब कोई धर्म या मजहब की आलोचना कर देता है — भले ही वह सवाल तर्कपूर्ण ही क्यों न हो, तब लोग सड़कों पर उतर आते हैं, हिंसा हो जाती है, आगजनी होती है। इससे लगता है कि हमारी आस्था या श्रद्धा, अब इंसान की जान से भी ऊपर हो गई है।

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🎯 इसका इशारा किस ओर है?

यह एक कटाक्ष है हमारे समाज पर, जो जान बचाने वाले मुद्दों को अनदेखा कर देता है, और भावनात्मक मुद्दों पर उग्र हो जाता है।

यह सवाल करता है कि क्या हमारी प्राथमिकताएं सही हैं?

यह धर्म और मानवता के बीच टकराव नहीं, बल्कि मानवता की उपेक्षा को उजागर करता है।
😔😔🙏

Shayra Khana Ashish Baretha Aayushi Kobra Patel Mithun Osho Ranjan Pandey

बाबासाहेब अंबेडकर ने कहा था कि शिक्षा शेरनी का दूध है, जो इसे ग्रहण करेगा वह समाज में अपने अधिकारों के लिए दहाड़ेगा (लड़...
30/07/2025

बाबासाहेब अंबेडकर ने कहा था कि शिक्षा शेरनी का दूध है, जो इसे ग्रहण करेगा वह समाज में अपने अधिकारों के लिए दहाड़ेगा (लड़ेगा, जागरूक बनेगा)।"

इस बात को आगे बढ़ाते हुए कहा गया है कि —
आज की सरकारें और व्यवस्था इस बात को समझती हैं कि अगर दलित, पिछड़े, या वंचित तबके की लड़कियां (यहां ‘शेरनियाँ’ प्रतीक हैं) शिक्षित हो गईं, तो वे ताकतवर बन जाएंगी और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएंगी।

इसलिए:

> सरकारें उन्हें (शेरनियों को = पढ़ने वाली लड़कियों/महिलाओं को) ही कमजोर करने में लगी हैं — जैसे उन्हें शिक्षा से दूर रखना, संसाधन नहीं देना, स्कूल/कॉलेज बंद करना आदि।

ताकि:

> ना रहेंगी शेरनियाँ = ना पढ़ेंगी लड़कियाँ,
ना होगा दूध = ना मिलेगी शिक्षा,
ना कोई पिएगा = कोई जागरूक नहीं होगा,
और ना दहाड़ेगा = कोई अन्याय के खिलाफ बोलेगा नहीं।

सारांश:

यह एक कटाक्ष है उस व्यवस्था पर जो शिक्षा को नियंत्रित करके समाज के कमजोर वर्गों को दबाना चाहती है, ताकि वे अपने हक के लिए खड़े न हो सकें।राष्ट्रीय

स्तर पर बंद हो चुके सरकारी स्कूलों का आंकड़ा

2023‑24 तक में पिछले 10 वर्षों (2014‑15 से 2023‑24) सरकार द्वारा साझा किये गए आंकड़ों के अनुसार, सरकारी स्कूलों की संख्या 8%, यानी कुल 89,441 स्कूल कम हुई — जो 11,07,101 से घटकर 10,17,660 हुई है ।

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🔍 स्कूल रेशनलाइजेशन नीति (2019‑20 से 2021‑22 तक)

इस नीति के लागू होने के कारण 10,184 सरकारी स्कूल बंद हो गए — संख्या 10,32,570 से घटकर 10,22,386 हुई .

इनमें से 2021‑22 के दौरान COVID‑19 के प्रभाव में अकेले 9,663 सरकारी स्कूल बंद हुए — इनमें सबसे अधिक संख्या मध्य प्रदेश (6,457), असम (1,259), और ओडिशा (1,184) की रही .

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🗺️ राज्यनुसार स्कूल बंद होने की संख्या

एक Reddit आधारित रिपोर्ट के अनुसार 2018‑19 के तीन वर्षों में लगभग 60,371 सरकारी स्कूल बंद हुए थे, जिनमें उत्तर प्रदेश में 26,118 और मध्य प्रदेश में 29,361 थे ।

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📌 निष्कर्ष

अवधि / संदर्भ बंद स्कूलों की संख्या / प्रतिशत

2014‑15 से 2023‑24 तक (दस साल) 89,441 स्कूलों में 8% की गिरावट
2019‑20 से 2021‑22 (सम्मिलन नीति लागू) 10,184 स्कूल बंद
2021‑22 (COVID‑19 प्रभाव) 9,663 स्कूल बंद
2018‑19 के तीन वर्षों में (स्थानीय डेटा) ~60,371 स्कूल बंद

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💡 विश्लेषण

मुख्य रूप से स्कूल बंद होने का कारण था “स्कूल रेशनलाइजेशन” (कमी आबादी, कम नामांकन), विशेषकर उन क्षेत्रों में जहाँ बच्चों की संख्या कम थीं।

राज्यों में असमान प्रभाव: मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश ने सबसे अधिक स्कूल बंद किए।🙁🙏🙏

Shayra Khana Ranjan Pandey OshoAnamika Aayushi Kobra Patel Mithun Osho

👉 इस संसार में सब कुछ नश्वर है, चाहे धन-दौलत हो या शरीर — कुछ भी हमेशा के लिए नहीं रहता।👉 मृत्यु निश्चित है, और जब वो आए...
29/07/2025

👉 इस संसार में सब कुछ नश्वर है, चाहे धन-दौलत हो या शरीर — कुछ भी हमेशा के लिए नहीं रहता।
👉 मृत्यु निश्चित है, और जब वो आएगी तो कोई भी साथ नहीं जाएगा — न परिवार, न दोस्त, न दौलत।
👉 यहाँ तक कि तेरा अपना शरीर भी, जो तूने जीवन भर पाला, अंत में तुझे जला देगा।
👉 कालचक्र चलता रहता है, और समय के साथ सब कुछ बदल जाता है। आज जो तेरी संपत्ति है, कल किसी और की हो जाएगी।
👉 इसलिए ज़रूरी है कि ऐसे कर्म कर, जिससे तेरा नाम इस दुनिया में बचे — अच्छे कर्म, सच्चा धर्म ही साथ जाता है।
👉 इंसान अकेला आता है, अकेला जाता है, कोई साथ नहीं आता और कोई साथ नहीं ले जाया जा सकता।
👉 अंत में, यह जीवन एक भ्रमजाल या चक्रव्यूह है, जो चलता ही रहता है और इसमें कोई स्थायी नहीं है — जो जन्मा है वो एक दिन मिटेगा ही।

सारांश:
ज़िंदगी का सच्चा उद्देश्य नाम, शोहरत या धन नहीं, बल्कि अच्छे कर्म और सच्चे मूल्यों को अपनाना है — वही अंत में हमारे साथ जाता है। 🙂🙏🙏

Shayra Khana Aayushi Kobra Ranjan Pandey OshoAnamika

अगर आप के अंदर शांति नहीं है, और आप हमेशा बेचैन, तनाव में रहते हैं — तो चाहे आपने कितना भी पैसा कमा लिया हो, दुनिया आपको...
29/07/2025

अगर आप के अंदर शांति नहीं है, और आप हमेशा बेचैन, तनाव में रहते हैं — तो चाहे आपने कितना भी पैसा कमा लिया हो, दुनिया आपको सफल माने या नहीं, आप खुद के लिए सफल नहीं हैं।

लेकिन अगर: आपके पास ज़्यादा पैसा नहीं है, लोग आपको सफल नहीं मानते, फिर भी आप के भीतर शांति है, संतोष है, तो आप वास्तव में सफल इंसान हैं।

असली सफलता बाहर की नहीं, अंदर की होती है।

🙂🙂🙏🙏

यह विचार ओशो के दर्शन से जुड़ा है, जो मानते हैं कि मृत्यु जीवन का अंत नहीं है, बल्कि एक परिवर्तन है—एक पुराने रूप से नए ...
29/07/2025

यह विचार ओशो के दर्शन से जुड़ा है, जो मानते हैं कि मृत्यु जीवन का अंत नहीं है, बल्कि एक परिवर्तन है—एक पुराने रूप से नए रूप की ओर यात्रा। जैसे नींद एक अस्थायी विश्राम है और उसके बाद सुबह होती है, उसी तरह मृत्यु एक गहरी नींद है जिसके बाद आत्मा एक नए जीवन में प्रवेश करती है।😊🙏🙏


Shayra Khana Aayushi Kobra Patel Mithun Osho Ranjan Pandey

जब तक लोग शिक्षित नहीं होंगे, वे झूठी बातों, डर और पुराने रीति-रिवाजों के जाल में फंसे रहेंगे। शिक्षा ही एकमात्र ऐसा हथि...
29/07/2025

जब तक लोग शिक्षित नहीं होंगे, वे झूठी बातों, डर और पुराने रीति-रिवाजों के जाल में फंसे रहेंगे। शिक्षा ही एकमात्र ऐसा हथियार है जो इंसान को सोचने, सवाल करने और सच्चाई को पहचानने की ताक़त देता है।
😊😊🙏

Aayushi Kobra Patel Mithun Osho Shayra Khana

यानि, जीवन और मृत्यु एक-दूसरे के विरोधी नहीं हैं, बल्कि पूरक हैं। जैसे दिन के बाद रात आती है, वैसे ही जीवन के बाद मृत्यु...
29/07/2025

यानि, जीवन और मृत्यु एक-दूसरे के विरोधी नहीं हैं, बल्कि पूरक हैं। जैसे दिन के बाद रात आती है, वैसे ही जीवन के बाद मृत्यु आती है। यह प्रकृति का चक्र है। मृत्यु को डर की बजाय समझ और स्वीकार करना चाहिए, क्योंकि वही जीवन को पूर्ण बनाती है।
🙏🙏🙏🙏👏

Ranjan Pandey Aayushi Kobra Ashu Kumar Shayra Khana Patel Mithun Osho

मृत्यु केवल एक अंत नहीं है, बल्कि एक गहरी समझ, एक अनुभव है जिसे ध्यान (meditation) के माध्यम से सीखा जा सकता है।ओशो का म...
28/07/2025

मृत्यु केवल एक अंत नहीं है, बल्कि एक गहरी समझ, एक अनुभव है जिसे ध्यान (meditation) के माध्यम से सीखा जा सकता है।
ओशो का मानना है कि जैसे जीना एक कला है, वैसे ही मरना भी एक कला है। यदि कोई व्यक्ति पूरी सजगता और चेतना के साथ जीवन को समझता है, तो वह मृत्यु से डरता नहीं बल्कि उसे भी समझकर स्वीकार करता है।

सार:

> मृत्यु से भागो मत, उसे समझो। जब तुम सजग होकर मृत्यु को जानोगे, तब तुम अमरत्व के रहस्य को जान जाओगे।😊🙏🙏

Shayra Khana Ranjan Pandey

हर किसी के जीवन में कोई न कोई तकलीफ़ ज़रूर होती है, लेकिन उससे घबराना नहीं चाहिए। क्योंकि अगर रात अंधेरी न हो, तो सितारो...
28/07/2025

हर किसी के जीवन में कोई न कोई तकलीफ़ ज़रूर होती है, लेकिन उससे घबराना नहीं चाहिए। क्योंकि अगर रात अंधेरी न हो, तो सितारों की चमक का कोई महत्व नहीं रह जाता। अंधेरे ही हमें रोशनी की असली कद्र सिखाते हैं।"
Shayra Khana Ranjan Pandey

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