
13/06/2025
केरल के एक इंजीनियर ने नवाचार और टिकाऊ विकास की मिसाल पेश करते हुए नारियल की पत्तियों से बनी सोलर टॉर्च तैयार की है — जो विशेष रूप से उन ग्रामीण क्षेत्रों के लिए बनाई गई है जहां बिजली की उपलब्धता सीमित या अस्थिर है।
यह पर्यावरण के अनुकूल टॉर्च दिन में सौर ऊर्जा को संग्रहित करती है और रातभर उजाला देती है, जिससे यह बार-बार बिजली जाने वाली जगहों पर रहने वाले लोगों के लिए कम लागत वाली और नवीकरणीय ऊर्जा का बेहतरीन विकल्प बन गई है।
इस आविष्कार को खास बनाता है इसका प्राकृतिक निर्माण सामग्री — नारियल की पत्तियाँ, जो केरल में आसानी से उपलब्ध, बायोडिग्रेडेबल और पूरी तरह पारंपरिक हैं। पारंपरिक संसाधनों को आधुनिक हरित तकनीक से जोड़कर इस इंजीनियर ने एक ऐसा उत्पाद बनाया है जो हल्का, टिकाऊ, सस्ता और पर्यावरण के अनुकूल है।
यह सोलर टॉर्च दूरदराज़ गांवों में रहने वाले छात्रों के लिए एक नई रोशनी लेकर आई है, जो सूर्यास्त के बाद पढ़ाई करते हैं, और उन किसानों व श्रमिकों के लिए एक सहारा बनी है जो सुबह तड़के काम पर निकलते हैं या रात में भी काम जारी रखते हैं।
नारियल पत्तियों से बनी यह सोलर टॉर्च यह सिद्ध करती है कि स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सरल समाधान और आधुनिक सोच मिलकर कैसे वास्तविक दुनिया की चुनौतियों को पर्यावरणीय संवेदनशीलता और सामुदायिक भावना के साथ हल कर सकते हैं। 🌱🔦💡