11/12/2025
जो आशुतोष कुमार जी बिना किसी के बुलाए उसके दुखद घड़ी में पहुंचते है न्याय दिलाने हिम्मत बढ़ने के लिए आज उस #आशुतोष_कुमार जी को जरूरत है पूरे #समाज का साथ ताकि उनका हिम्मत हौसला न टूटे कारण एक छोटा #भाई खोने का दुख दर्द सबसे अधिक होता है।।
आज आशुतोष कुमार ने अपना #लक्ष्मण जैसा भाई उनके माता पिता ने एक छोटा बेटा और उनकी धर्म पत्नी ने अपना सिंदूर खोया है छोटे बच्चे जो दुनिया नहीं देखा उन्होंने अपने पिता को खोया है मगर हम समाज वाले का कर्तव्य बनता है कि इस परिवार को अकेला नहीं छोड़ना है हिम्मत हौसला बनाए रखना