16/06/2025
झुंझुनूं रोडवेज डिपो में 26.5 लाख की नई वित्तीय अनियमितता उजागर, फाइनेंस विभाग पर गंभीर सवाल
#झुंझुनू,नवलगढ़। राजस्थान रोडवेज के झुंझुनूं डिपो में एक बार फिर वित्तीय अनियमितता का बड़ा मामला सामने आया है। नवलगढ़ बुकिंग विंडो से यात्रियों द्वारा खरीदे गए टिकटों की लगभग ₹26.5 लाख की राशि बीते 5 महीने से रोडवेज मुख्यालय के खाते में ट्रांसफर ही नहीं हुई। ये खुलासा डिपो के हाल ही में नियुक्त चीफ मैनेजर गिरिराज स्वामी की जांच के बाद हुआ है।
गौरतलब है कि इससे पहले इसी डिपो में ₹89 लाख की वित्तीय अनियमितता सामने आई थी, जिसमें 24 कर्मचारियों को सस्पेंड किया गया था। अब एक और मामला सामने आने से रोडवेज की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।
डिपो की जिम्मेदारी संभालने के बाद गिरिराज स्वामी ने सभी वित्तीय दस्तावेजों की गहन समीक्षा की। जांच में सामने आया कि नवलगढ़ बुकिंग से प्रतिदिन जमा होने वाली राशि डिपो के लोकल खाते में तो पहुंच रही थी, लेकिन वहां से मुख्यालय खाते में ट्रांसफर नहीं की जा रही थी। रोडवेज नियमों के अनुसार, यात्रियों से मिली टिकट राशि को तुरंत मुख्यालय खाते में ट्रांसफर करना अनिवार्य है। लेकिन नवलगढ़ की बुकिंग राशि को 5 महीने तक रोके रखा गया। इस लापरवाही के लिए फाइनेंस मैनेजर चंद्रप्रकाश को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है, जो पहले ही 89 लाख के पुराने मामले में निलंबित हो चुका है। पूर्व वित्त प्रभारी जयकरण, जिनके कार्यकाल में भी 4 महीने तक यही स्थिति बनी रही, उन्होंने बाद में VRS (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) ले ली।
नवलगढ़ के बुकिंग क्लर्क निरंजन जांगिड़ और सुरेश फगेड़िया ने दावा किया कि उन्होंने रोजाना का पैसा तय समय पर नवलगढ़ डिपो के खाते में जमा करवाया था। निरंजन ने कहा, "हमें गड़बड़ी का अंदेशा हुआ तो हमने तुरंत बैंक स्टेटमेंट रोडवेज प्रबंधक को सौंप दिए थे। पैसा मुख्यालय तक क्यों नहीं गया, ये फाइनेंस विभाग की जिम्मेदारी है। गिरिराज स्वामी ने इस मामले को लेकर मुख्यालय को लिखित रिपोर्ट भेज दी है और कहा है, यह अत्यंत गंभीर वित्तीय लापरवाही है। 5 महीने तक लाखों की राशि ट्रांसफर नहीं होना एक बड़ी चूक है। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी अनियमितताओं से रोडवेज विभाग की साख पर बट्टा लग रहा है। अब आमजन और कर्मचारी संगठनों ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और पारदर्शी ऑडिट प्रक्रिया की मांग उठाई है।