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डुमरियागंज इटवा उत्तर प्रदेश: आज कल उत्तर प्रदेश का यह नेपाल से सटा इलाका सुर्खियों में है। बलराम पूर, सिद्धार्थ नगर उत्...
23/07/2025

डुमरियागंज इटवा उत्तर प्रदेश: आज कल उत्तर प्रदेश का यह नेपाल से सटा इलाका सुर्खियों में है। बलराम पूर, सिद्धार्थ नगर उत्तर प्रदेश के उन जिलों में आते हैं जो सबसे गरीब हैं। अक्सर बच्चे दिल्ली मुंबई जाकर मजदूरी करते हैं। यहां की साक्षरता दर बहुत कम है। खासकर लड़कियो को प्राइमरी के बाद स्कूल ही नहीं मिल पाता। ऐसे में कुछ लोगों ने यहां स्कूल कालेज का निर्माण कराया ताकि यहां के बच्चे भी पढ़ लिख लें। मौलाना शब्बीर साहब ने 1996 या 97 में सिद्धार्थ नगर तहसील इटवा के अमौना गांव में मुस्लिम बच्चे और बच्चियों के लिए अलफारुक स्कूल की बुनियाद डाली जो आज इस इलाके का उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त सबसे बेहतरीन स्कूल है।
स्कूल की बीसियों बस आस पास के लगभग सभी गांवों तक रोजाना हजारों बच्चों को लाती और ले जाती है। इस स्कूल को फलते फूलते देख नफरती लोगों के आंखों में खटक पैदा हुई। छांगुर बाबा पर धर्मांतरण का आरोप लगाने वाली महिला गावं शाहपुर तहसील डुमरियागंज के गांव के अखंड प्रताप नाम के दूसरे व्यक्ति ने बहती गंगा में डुबकी लगाई और मौलाना शब्बीर पर धर्मांतरण का आरोप लगा दिया।
कुछ दिन पहले इसी इलाके बदलिया फागु शाह बाबा के 100 साल पुराने मजार को भी तोड दिया गया था।
यह आरोप 2021 के समय का है जिस की शिकायत अब क्यों की गई। क्या हमेशा से शांत इस इलाके को जान बूझकर कर नफरत के खेती करने वालों के लिए हमवार किया जा रहा है?
तेलंगाना सरकार ने धर्मांतरण विरुद्ध कानून बनाने पर सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि यह कानून आर्टिकल 25 का उलंघन है। जिसके तहत हर भारतीय को धर्म का प्रचार प्रसार करने की स्वतंत्रता है। फिर राज्य सरकारें ऐसे कानून बनाकर सिर्फ अल्पसंख्यकों को जेल में डालने और उनके द्वारा चलाए जाने वाले संस्थानों को बर्बाद करने के लिए एक नए हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही हैं?

जिस अखंड प्रताप सिंह ने आरोप लगाया है उस व्यक्ति का एक पुराना विडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।जिससे उसकी मानसिक स्थिति का अनुमान लगाया जा सकता है।

06/04/2025

सदा-ए-भारत: मोवज्जिन साहेब ने जिंदगी मस्जिद में गुजार दी।
और उनके पुत्र जुए की दावत दे रहे हैं।
और हम वक्फ बिल पास होने से घबरा रहे हैं।
इन्हें देखकर जुआरी बनेंगे मुस्लिम युवा?
दौलत शोहरत मिली काश कोई कालेज या युनिवर्सिटी बनाते।
हम वो मुसलमान हैं जिन्हें देखकर शर्माएं यहूद।

सदा-ए-भारत: लोकसभा में रात लगभग 2 बजे पास हुआ वक्फ संशोधन बिल,  पक्ष में 288, विरोध में 232 मत पड़े।कुल 520 सांसदों ने ब...
02/04/2025

सदा-ए-भारत: लोकसभा में रात लगभग 2 बजे पास हुआ वक्फ संशोधन बिल, पक्ष में 288, विरोध में 232 मत पड़े।
कुल 520 सांसदों ने बिल पर वोटिंग किया।
देर रात तक चली चर्चा में विपक्ष की तरफ से पेश किए गए लगभग सारे संशोधन धराशाई हो गए।
जिस पर निगाहें टिकी हुई थीं कि वह मुसलमान वोट कटने के डर से बिल का समर्थन नहीं करेंगे और बिल पास नहीं होगा। मगर नितिश, नायडू, जयंत चौधरी, जीतन राम मांझी समेत अन्य दूसरे सहयोगियों ने मुस्लिम वोटों की परवाह किए बिना बिल को बहुमत से पास करवाया।
कांग्रेस,सपा, टीएमसी समेत अन्य विपक्षी दल मिलकर भी इस बिल को नहीं रोक पाए।
आज यह बिल राज्यसभा में पेश किया जाएगा वहां भी भाजपा इसे लगभग बहुमत से पास कराने में सफल हो गी।

कुणाल कामरा तुम कायर हो !तुम अगर माफ़ी मांग लेते तो इतिहास में अमर हो जाते। लोग तुम्हें वीर की उपाधि देते।क्या जरूरत थी ...
25/03/2025

कुणाल कामरा तुम कायर हो !तुम अगर माफ़ी मांग लेते तो इतिहास में अमर हो जाते। लोग तुम्हें वीर की उपाधि देते।
क्या जरूरत थी रिक्शा चालक पर टिप्पणी करने की, तुम्हारा कोई अधिकार नहीं किसी के बीते दिनों पर कुछ बोलने की। राजा और प्रजा में फर्क नहीं पता क्या?
तुम राजा होते या राजा के वजीर तो तुम सांसद में खड़े होकर किसी को भी नक्सली बोलते आतंकवादी बोलते, उग्रवादी बोलते, गद्दार पाकिस्तानी बोलते, मियां बोलते मुल्ले बोलते जो चाहे बोलते फिर तुम्हें आज़ादी थी। किसी की भावना आहत नहीं होती।
दरबारी चौथा खंभा भी बेंच पीटता।
और सुप्रीम कोर्ट भी कहता कि किसी व्यक्ति को "मियाँ-तियाँ" या 'पाकिस्तानी' कहना भले ही गलत हो, लेकिन भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 298 के तहत धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने का अपराध नहीं बनता।
तुम ने ये क्या कहा? कि देश में तानाशाह का राज है, भीड़ तंत्र की सरकार है।..जिसे सुनकर उनके समर्थक भीड़ ने आकर तुम्हारा स्टूडियो तोड़ दिया। और उसी भीड़ तंत्र ने खुलेआम तुम्हें धमकियां दीं।
आखिर उन लोगों ने तोड़फोड करके तुम्हारी बात को गलत साबित कर दिया ना कि यहां लोकतंत्र है, कोई तानाशाही नहीं कोई भीड़ तंत्र नहीं है ।
अब भी माफी मांग लो वीर कहलाओगे पूरी जिंदगी पेंशन मिलेगी , बुल्डोजर से कुचले जाने का तुम्हें तनिक भी चिंता नहीं। बुल्डोजर और भीड़ न्यायालय से तुम्हें तनिक भी डर नहीं। कंगाल हो जाओगे कंगाल।

21/02/2025

सदा-ए-भारत: भारतीय रेल में महिला के साथ दारू पीकर यात्री ने की बदतमीजी।
सोशल मीडिया पर वायरल यह विडियो अति चिंताजनक है। भारतीय रेल यात्रियों की सुरक्षा के बड़े दावे करता है, मगर यह घटना तमाम दावों की पोल खोल रही है।
एक महिला यात्री जयपुर से 2नड ऐसी में यात्रा कर रही थी। तभी उसके कोच में मौजूद कुछ लोगों ने दारू पीकर गंदी गंदी गालियां बकने लगे और फब्तियां कसने लगे। इस को लेकर महिला ने टीटीई की सहायता से पुलिस में कंप्लेंट किया। मगर घंटों तक उस महिला को कोई सुरक्षा नहीं मिली।
प्रशासन कि इस लापरवाही से कुछ भी अनहोनी हो सकती थी।
भारतीय रेल इस पर तुरंत कार्रवाई करे और रेल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करे।

17/02/2025

दिल्ली एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं।
दिल्ली का नांगलोई जाट एपिक सेंटर है।
तेज आवाज जैसे आसमानी गरज के साथ आया और चला गया। कोई नुक्सान की खबर अभी तक नहीं है।

दिल्ली विधानसभा चुनाव सदा-ए-भारत कल 12 बजे तक नतीजे घोषित हो जाएंगे। जिस प्रकार से स्ट्रांग रूम के बाहर पहरा है।उसी प्रक...
07/02/2025

दिल्ली विधानसभा चुनाव सदा-ए-भारत
कल 12 बजे तक नतीजे घोषित हो जाएंगे। जिस प्रकार से स्ट्रांग रूम के बाहर पहरा है।
उसी प्रकार कल ईवीएम खुलने से पहले सारा डाटा और सील देखने के बाद ही काउंटिंग करवाना। साथ में बैटरी में चिप लगा होने की आशंकाओं को दूर कर लेना।
और जब तक पूरी गिनती ना हो जाए काउंटिंग एरिया का काउंटर छोड़कर इधर उधर मत होना।
ताकि बाद मे ईवीएम को दोषी ना ठहराया जाए।
अनुमानित आंकड़े भाजपा के पक्ष में है, मगर वैसा नहीं होगा। नुकसान हुआ है मगर सिर्फ 32 सीटों पर।। उन 32 में भी ऐसा नहीं है कि सारी 32 सीटें आम आदमी पार्टी हार जाए।

दिल्ली विधानसभा चुनाव  (सदा-ए-भारत)दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान सम्पन्न हो गया। इस बार पूरी दिल्ली में 62.42% मतदान दर्ज ...
05/02/2025

दिल्ली विधानसभा चुनाव (सदा-ए-भारत)
दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान सम्पन्न हो गया। इस बार पूरी दिल्ली में 62.42% मतदान दर्ज किया गया।
पूरी दिल्ली में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में गठबंधन ना होने से केजरीवाल की पार्टी को 32 सीटों का नुक़सान हो सकता है। कांग्रेस का वोट शेयर बढ़ने से सीधा नुकसान केजरीवाल को होता दिख रहा है। वहीं दूसरे एक्जिट पोल भाजपा की सरकार बनने का संकेत दे रहे हैं।
जहां 2020 में केजरीवाल ने क्लीन स्वीप कर दिया था, लेकिन इस बार कांटे की टक्कर भाजपा ने दिया है। केजरीवाल सरकार की 10 साल की एंटी-इंकम्बेंसी सत्ता विरोधी लहर के चलते मुस्लिम समाज कांग्रेस की ओर शिफ्ट हुआ। वहीं हिंदू मतदाताओं का भी केजरीवाल सरकार से पहले के मुकाबले मोह भंग होने से सीटों में गिरावट का अनुमान है।
मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों की सभी 12 सीटों पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में वोट बंटने से सीधा फायदा भाजपा को हुआ है।
ओखला विधानसभा और मुस्तफाबाद सीट पर एम आई एम के उतरने से पूरी दिल्ली की सीट पर फर्क पड़ा है। एम आई एम के आने से मंद पड़ी भाजपा को संजिवनी मिल गई और हिन्दू वोटरों को रिझाने में मदद मिली।
इसी लिए भाजपा गद-गद दिखाई पड़ रही और 27 साल के सूखे को खत्म करने के बहुत नज़दीक है।
CAA NRC आंदोलन के कारण शाहीन बाग ओखला सीट सबसे हाट सीट थी। पूरी दुनिया की निगाह इस सीट पर टिकी हुई थी। इस सीट पर ओवैसी साहब के धुआं-दार प्रचार और CAA NRC के कारण जेल में बंद शिफा-उर-रहमान के प्रति सिमपेथी की वजह से मुस्लिम बाहुल्य वार्ड जाकिर नगर189 और अबुल फजल 188 में जमकर वोट पड़े।
1993 से अबतक इस सीट पर मुस्लिम उम्मीदवार जीतता आया है। मगर इस बार कांग्रेस और आप में गठबंधन ना होना और एम आई एम के फेवर में जज़्बाती वोट मिलने से सीट पहली बार भाजपा को जाती दिख रही है।
2020 में कुल वोटर मतदाताओं की संख्या लगभग 3,28600 थी जबकि मतदान हुआ था 59.9% कुल मतदान हुए वोटों की संख्या थी 1,97160 अमानत ने 1,30000 वोट हासिल करके भारी अंतर से भाजपा 58000 को हराकर दूसरी बार विधायक बने थे।
एम आई एम के प्रत्याशी और अमानत दोनों एक ही जगह से आते हैं। इस लिए पिछली बार अमानत के सपोर्टर रहे महमूद और अन्य दूसरे एम आई एम में चले गए। और ओवैसी साहब के जज़्बाती भाषण से अमानत का हैट्रिक लगाने का सपना पूरा होता नहीं दिख रहा।
हालांकि अमानत और उनकी टीम ने बहुत मेहनत से चुनाव लडा। पूरी विधानसभा की हर गली हर घर पहुंच कर वोटरों से मिले।
वहीं कांग्रेस और उसके कार्यकर्ता आपसी अनबन के चलते चुनाव में फाइट नहीं दे पाए।
भाजपा जो संजिवनी ढूंढ रही थी ओवैसी साहब के आने से उन्हें अपने वोटरों को एकजुट करने में मदद मिली। कांग्रेस और आप को जो वोट मिलता वह ध्रुवीकरण के चलते बहुत कम मिला। ब्रह्मा सिंह के अनबन से भी कोई फर्क नहीं पड़ा और लगभग 75% हिन्दू वोट मनीष लेने में कामयाब हो गए।
वैसे अभी तो यह अनुमानित आंकड़े हैं। 8 तारीख को तस्वीर साफ हो जाएगी।

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 (सदा-ए-भारत)ओखला विधानसभा सभा...CAA NRC आंदोलन के कारण (शाहीन बाग) ओखला सीट दिल्ली विधानसभा च...
03/02/2025

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 (सदा-ए-भारत)
ओखला विधानसभा सभा...
CAA NRC आंदोलन के कारण (शाहीन बाग) ओखला सीट दिल्ली विधानसभा चुनाव में सबसे हाट सीट मानी जा रही है।
इस सीट पर पूरी दुनिया की निगाह टिकी हुई है।
आज दिल्ली में प्रचार समाप्त होते ही, गली नुक्कड़ चाय की दुकानों पर लोग एक दूसरे को गणित समझाते नजर आए। कोई भाजपा का डर दिखा रहा, कोई अपनी क़ियादत की बात कर रहा है। कुछ लोग अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कह रहे हैं कि वही ठीक था।
ऐसे में यहां के भक्त वोटरों को छोड़कर बाकी अन्य न्यूट्रल वोटरों का क्या रुझान है?
जो सीट की मौजूदा स्थिति के गणित आंकड़े देखकर गहन अध्ययन करके सोच समझकर मतदान करते हैं।
कांग्रेस, आप, मीम, भाजपा सभी में ऐसे मतदाता (भक्त) होते हैं जो कोई भी खड़ा हो वोट अपनी पार्टी को ही देते हैं।
न्युट्रल मतदाताओं के लिए आइए कुछ गणित समझते हैं
चाणक्य एजेंसी के हिसाब से इस सीट पर लगभग 52% मुस्लिम मतदाता हैं। और अन्य दूसरे समाज के मतदाताओं की संख्या 48% है।
इस विधानसभा सभा में कुल पांच वार्ड हैं। जिस में 2022 Mcd चुनाव में 1 सीट आप पार्टी जीती, 2सीट भाजपा और मुस्लिम बाहुल्य वाले 2 वार्ड जाकिर नगर और अबुल फजल सीट कांग्रेस ने जीता था।इस सीट पर कुल वोटरों की संख्या 380268 है। अनुमानित पोलिंग 60%के हिसाब से लगभग 2,28160 वोट पड़ेंगे।
2,28160 का 52% मुस्लिम वोट होता है 1,18643 वोट। अमानतुल्लाह को पिछले चुनाव 2020 में मुस्लिम वोट लगभग 85% और अन्य का वोट 25% मिला था। लेकिन क्या इस चुनाव में भी अमानतुल्लाह खां को एकतरफा वोट पड़ेंगे?
पिछले चुनाव में परवेज हाशमी कांग्रेस को सिर्फ 5,123 वोट मिले थे। लोगों ने एकतरफा अमानतुल्लाह खां को वोट दिया था। वहीं भाजपा 58540 वोट लेकर दूसरे स्थान पर थी।
ऐसे में फैसला आपको जज़्बात और भावुकता से ऊपर उठकर सूझबूझ से मौजूदा स्थिति किस प्रत्याशी की जीत की संभावना ज्यादा है इत्यादि देखकर और आंकड़ों का अध्धयन करके वोट करना चाहिए।

03/02/2025

दिल्ली विधानसभा चुनाव (सदा-ए-भारत)
जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है कांग्रेस पार्टी और उनके छोटे बड़े नेताओं ने केजरीवाल को घेरने के लिए आक्रामक रुख अख्तियार कर रहे हैं। भाजपा से ज्यादा मुखर कांग्रेस दिख रही है। हालांकि दोनों पार्टियां इन्डिया गठबंधन में शामिल हैं।
राहुल गांधी धड़ा धड़ रेलियां कर रहे हैं और उनके निशाने पर केजरीवाल हैं। उन्होंने केजरीवाल को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस और भाजपा में विचारधारा की लड़ाई चल रही थी मगर बीच में केजरीवाल वैगनआर से आए और खंभे पर चढ़ गये फिर शराब घोटाले किए और शीशमहल में जा बैठे।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल भी भाजपा की तरह 2% लोगों को लीडरशिप में रखते। किसी अल्पसंख्यक और दलित पिछड़े की उनके पार्टी में जगह नहीं। उनके नेता इमरान मसूद ने कहा कि केजरीवाल मुस्लिम समुदाय के बीच प्रचार तक करने नहीं आ रहे ताकि हिन्दू नाराज़ ना हो जाएं। उन्हें मुस्लिम वोट तो चहिए मगर मुस्लिम लीडरशिप नहीं।
वहीं केजरीवाल और उनके नेता राहुल पर निशाना तो साध रहे मगर बच बच कर।
दूसरी तरफ एम आई एम ने सिर्फ दो कंडीडेट देकर पूरे दिल्ली के चुनाव को गर्मा दिया है। केजरीवाल को आर एस एस का छोटा रिचार्ज और मुसलमानों का दुश्मन बताते नहीं थकते।
दूसरी ओर केजरीवाल और कांग्रेस ओवैसी को भाजपा की बी टीम बता रही है। इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि ओवैसी ने शिफा भाई को टिकट दिया है क्योंकि शिफा भाई ने CAA NRC में शाहीन बाग में धरना दिया। लेकिन उसी मौके पर मैं ने ओवैसी साहब के हैदराबाद में CAA NRC पर मुशायरे में सिर्फ इतना कहा कि "मुझे हैरानी है कि हैदराबाद में शाहीन बाग जैसा CAA NRC का प्रदर्शन क्यों नहीं हो रहा " इस पर ओवैसी साहब की पुलिस ने मुझ पर मुकदमा दर्ज कर लिया।
आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है देखिए ऊंट किस करवट बैठता है।

दिल्ली विधानसभा चुनाव (सदा-ए-भारत)दिल्ली चुनाव फ्री रेवड़ियों और धर्म के तड़के के साथ लड़ा जा रहा है। ऐसा इतिहास में पहल...
02/02/2025

दिल्ली विधानसभा चुनाव (सदा-ए-भारत)
दिल्ली चुनाव फ्री रेवड़ियों और धर्म के तड़के के साथ लड़ा जा रहा है। ऐसा इतिहास में पहली बार हो रहा है जहां दिल्ली जैसी पढ़ी लिखी जनता को फ्री रेवड़ियों का लोभ देकर चुनाव जीतने की जुगत हो रही है।
एक से बढ़कर एक रेवड़ियों का बाज़ार सजा हुआ है। मंहगाई बेरोजगारी स्वास्थ्य शिक्षा और दूसरे अन्य जरूरी मुद्दे गौण हो गए हैं।
अभी कुछ महीने पहले इसी दिल्ली में नीट परीक्षा धांधली को लेकर छात्र रो रहे थे और कोई उनका पुरसाने हाल ना था। क्या दिल्ली के गरीब और मिडिल क्लास के बच्चों को जो मंहगी कोचिंग या मंहगे प्राइवेट स्कूल में नहीं पढ़ सकते उनके डाक्टर बनने का सपना साकार नहीं होना चाहिए। दिल्ली नीट स्टेट कोटा कट आफ भारत के सभी प्रदेशों से हाई जाती है फिर भी यहां कोई नया मेडिकल कॉलेज क्यों नहीं बनाया गया? क्या दिल्ली की जनता अपने आप से और नेताओं से वोट देने से पहले सवाल करेगी कि साहेब हमारे बच्चों की उच्च शिक्षा करवा दो हमें रेवड़ियां मत बांटो।
अभी कुछ दिन पहले दिल्ली गैस चेंबर बनी हुई थी प्रदूषण के कारण लाक डाउन जैसे हालात पैदा हो गये थे। फिर भी क्या दिल्ली की जनता हिंदू मुस्लिम में बंटकर वोट डाले गी?
गजबे हो रहा जो दिल्ली देश का दिल है यहां की जनता पर पूरी दुनिया की निगाह होती वो हिन्दू मुस्लिम और फ्री की रेवड़ियों पर वोट करने जा रही।
केजरीवाल मुस्लिम समुदाय के बीच प्रचार करने नहीं जा रहे कि हिंदू नाराज़ ना हो जाएं। मुस्लिम समुदाय खुद भाजपा के डर से उन्हें चुनाव में वोट दे देगा। दिल्ली में 12.86% मुस्लिम आबादी है कोई इन्हें डरा रहा कोई इनसे डर रहा।
भाजपा हिंदू वोटरों को हिंदुत्व और राष्ट्रवाद का सबक पढ़ा रही।
मुस्लिम को हिंदुओं से डराओ, हिंदूओं को मुसलमानों से नुरा कुश्ती चल रही है।
और दिल्ली के आने वाली पीढ़ी को हिंदु मुसलमान में उलझाकर उनसे शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार और विकास को छीना जा रहा है।

2 दिन बाद चुनाव है और दिल्ली की जनता खासकर गरीब और मिडिल क्लास को अपने बच्चों के शिक्षा स्वास्थ्य की फ़िक्र नहीं है? यहां की जनता, बिक चुकी मिडिया और पूंजीपतियों के जाल में उलझती जा रही।
2015 से 2025 के बीच दिल्ली में कोई नया सरकारी मेडिकल कॉलेज बना है? दिल्ली की हाई कट आफ के चलते यहां के बच्चों को दाखिला नहीं मिल पाता और यहां के बच्चे डिप्रेशन का शिकार हो जाते फिर भी यहां के लोगों का प्रमुख मुद्दा यह नहीं तो और क्या है?

दिल्ली विधानसभा चुनाव: (सदा-ए-भारत)दिल्ली विधानसभा चुनाव की सबसे हाट सीट ओखला विधानसभा सीट देश ही नहीं पूरी दुनिया में च...
31/01/2025

दिल्ली विधानसभा चुनाव: (सदा-ए-भारत)
दिल्ली विधानसभा चुनाव की सबसे हाट सीट ओखला विधानसभा सीट देश ही नहीं पूरी दुनिया में चर्चा का केंद्र बनी हुई है।
सबकी निगाहें इस सीट पर टिकी हुई हैं। CAA NRC आंदोलन के समय पूरी दुनिया में मशहूर हुई यह ओखला शाहीन बाग सीट मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में से एक है।
इस सीट पर 282 बूथों पर कुल वोटरों की संख्या 3,80268 है। जिस में लगभग 52% तक मुस्लिम और 48% अन्य मतदाता हैं।
60% पोलिंग होने की संभावना है। लगभग 2,28160 वोट पड़ेंगे। इस हिसाब से लगभग 52% मुस्लिम वोट 1,18643 पड़ेंगे। इसी 1,18643 वोट के लिए तीन भारी भरकम मुस्लिम उम्मीदवार मैदान में हैं।
बाकी अन्य जो 48% वोट है 109,517 पर भाजपा की तरफ से मनीष चौधरी मैदान में हैं।
हालांकि मुस्लिम और दूसरे अन्य समाज के लोग क्रास वोटिंग भी करते हैं। ऐसा नहीं है कि मुसलमान सिर्फ मुस्लिम नेता को ही वोट करे। ऐसा ही दूसरे समुदाय के लोग।
27 जनवरी तक कांग्रेस, आम आदमी और भाजपा में जो त्रिकोणीय मुकाबला दिखाई दे रहा था। वह अब धीरे धीरे एकतरफा पोलिंग की ओर बढ़ता नज़र आ रहा है?

अमानतुल्लाह खां पर दस साल की एंटी-इंकम्बेंसी सत्ता विरोधी लहर होने से वोटर काफी नाराज़ हैं। मगर अमानत और उनके साथ हारे हुए पार्षद आरिज़ खां और दूसरे अन्य कार्यकर्ता दिन रात एक कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
पूरी विधानसभा में लगभग हर मुहल्ले हर गली हर घर में और लगभग मुस्लिम समाज के हर फिरके के आफिसों में जाकर उनके बड़े रहनुमाओं और अन्य दूसरे समाज के लोगों में आधे घंटे एक घंटे का छोटे कार्यक्रमों के जरिए हर दिल तक पहुंच कर गिले शिकवे दूर करने में लगे हुए हैं।
क्या गिले शिकवों की बर्फ़ पिघल रही है? काफी हद तक मनाने में सफल हो गए हैं?

अमानतुल्लाह खां हारें या जीतें मगर उन्होंने चुनाव जीतने के लिए पूरा दमखम लगा दिया है। वह अन्य पार्टियों के प्रत्याशियों से हटकर अलग तरीके से प्रचार प्रसार कर रहे हैं। चुनाव से 7 दिन पहले से ही उन्होंने पूरी विधानसभा में हर जगह छोटे-छोटे बूथों पर मददाता पर्ची बनाने केलिए कार्यकत्ताओं को बैठा दिया है।
दूसरी पार्टियों के प्रत्याशी बड़े नेताओं की बैसाखी और पार्टी आफिसों में चाय की चुस्कियों के सहारे चुनाव जीतना चाहते हैं। जमीनी सतह पर दूसरी पार्टियां कांग्रेस, भाजपा और मीम के पार्षदों पूर्व नेताओं और कार्यकर्ताओं में आपसी तालमेल की कमी है।
आरिज़ खां जैसा हारा हुआ पार्षद अपनी पार्टी और अपने विधायक के लिए जिस कदर मेहनत कर रहे हैं वैसा दूसरी पार्टियों में नजर नहीं आ रहा है। आरिज़ खां खुद अकेले गली गली घूम रहे हैं।
हालांकि चुनाव में अभी 4 दिन हैं, आगे क्या रुझान बनता है, सबकी निगाहें हैं। बाकी जनता जनार्दन 5 तारीख को किसे चुनेगी 8 को पता चल जाएगा।

और हां यह लिफाफे वाला नहीं है काका....

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