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कोटा-दिल्ली नहीं! ❌ अब लाखों कमाने के लिए सिर्फ़ 4G और YouTube काफ़ी है!क्या आपने सोचा है कि आपका YouTube Feed अब सिर्फ़...
31/10/2025

कोटा-दिल्ली नहीं! ❌ अब लाखों कमाने के लिए सिर्फ़ 4G और YouTube काफ़ी है!

क्या आपने सोचा है कि आपका YouTube Feed अब सिर्फ़ मनोरंजन क्यों नहीं रहा? क्योंकि भारत का युवा चुपचाप इस प्लेटफ़ॉर्म को अपनी नई 'कोचिंग क्लास' बना रहा है!

दोस्तों, अब YouTube सिर्फ़ गाने और फ़िल्में दिखाने का साधन नहीं रहा, यह भारत की सबसे बड़ी रोज़गार क्रांति बन चुका है!

जहाँ एक ओर, लाखों छात्र सरकारी नौकरी (UPSC, SSC, Banking) की तैयारी के लिए दिल्ली या कोटा की महंगी कोचिंग फीस को छोड़कर, घर बैठे Toppers की पूरी रणनीति और बेस्ट लेक्चर्स मुफ्त में देख रहे हैं। वहीं दूसरी ओर, हज़ारों युवा Coding, Digital Marketing और AI स्किल्स सीखकर तुरंत फ्रीलांसिंग या अपना बिजनेस शुरू कर लाखों कमा रहे हैं!

यह वीडियो विश्लेषण बताता है कि बेरोज़गारी के दबाव ने कैसे युवाओं को पारंपरिक डिग्री से दूर, सीधे व्यावहारिक कौशल और वित्तीय साक्षरता (शेयर बाजार, SIP, टैक्स बचत) की ओर धकेला है। हम बताएँगे कि क्यों युवा YouTube Creators की ज़मीनी प्रामाणिकता (Authenticity) पर इतना भरोसा करते हैं।

क्या आप भी बेरोज़गार हैं, आगे बढ़ना चाहते हैं, या अपने पैसे को सही जगह निवेश करना सीखना चाहते हैं?

इस ज्ञान क्रांति का हिस्सा बनें! पूरा वीडियो देखने के लिए, नीचे कमेंट बॉक्स में दिए गए लिंक पर तुरंत क्लिक करें!

वीडियो को लाइक करें और हर उस युवा तक शेयर करें जो अब नौकरी माँगने वाला नहीं, बल्कि कमाई करने वाला बनना चाहता है! 👇

29/10/2025

📢 गाँव प्रभात डिजिटल चैनल के लिए संवाददाता चाहिए! 📰
क्या आप पत्रकारिता के जुनून से भरे हैं और ग्रामीण भारत की कहानियों को दुनिया के सामने लाना चाहते हैं?गाँव प्रभात डिजिटल चैनल को बिहार, छत्तीसगढ़, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में पंचायत और जिला स्तर पर उत्साही संवाददाताओं (Correspondents) की आवश्यकता है।
आपकी योग्यता:पत्रकारिता पृष्ठभूमि (Journalistic Background) वाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाएगी।ग्रामीण क्षेत्रों की समझ और ज़मीनी स्तर पर काम करने का जज़्बा हो।
काम क्या होगा?
आपको गाँव और ज़िले की प्रेरणादायक कहानियों पर वीडियो रिपोर्ट तैयार करनी होगी।
कहानियों के विषय:किसान की सफलता की कहानी: एक सफल उत्पादक (Grower) के रूप में।
ग्रामीण उद्यमी: नवाचार (Innovation) और संदेशवाहक (Messenger) के रूप में।
आवेदन कैसे करें?
सैंपल वीडियो स्टोरी (Sample Video Story) भेजें:
किसी भी दिए गए विषय पर आपकी खुद की अप्रकाशित (Unpublished) कहानी।वीडियो हॉरिजॉन्टल (Horizontal) फॉर्मेट में होना चाहिए और साथ में स्क्रिप्ट भी संलग्न करें।अपना बायोडाटा (CV) भेजें:
माध्यमसंपर्क जानकारीव्हाट्सएप (WhatsApp) 8894587909
ईमेल (Email) [email protected]

दोस्तो, भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है—यह खबर हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है। हमने जापान को पछाड़...
08/10/2025

दोस्तो, भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है—यह खबर हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है। हमने जापान को पछाड़ते हुए लगभग $4 ट्रिलियन की GDP का आंकड़ा छू लिया है! लेकिन क्या यह आर्थिक गौरव हमारे देश के हर नागरिक तक पहुंचा है? एक तरफ चमकता हुआ शेयर बाजार और लग्जरी जीवनशैली है, तो दूसरी ओर 81 करोड़ लोगों को आज भी प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) के तहत मुफ्त राशन की ज़रूरत क्यों पड़ रही है? यह कैसा आर्थिक विरोधाभास है? इस वीडियो में, हम भारत की तेज़ आर्थिक वृद्धि (Economic Growth) और व्यापक गरीबी की कड़वी सच्चाई के बीच के अंतर को समझेंगे। क्या बड़ी अर्थव्यवस्था का मतलब हर नागरिक की समृद्धि है? जानने के लिए अंत तक देखें!

इस वीडियो में हम आंकड़ों के भ्रम को तोड़ेंगे और देखेंगे कि क्यों GDP का आकार और प्रति व्यक्ति आय (Per Capita Income) दो अलग-अलग चीजें हैं। हम जानेंगे कि भारत में गरीबी इतनी गहरी क्यों है, इसके पीछे आय असमानता (Income Inequality), सामाजिक-भौगोलिक विभाजन, और असंगठित क्षेत्र में रोज़गार की प्रकृति जैसे जटिल कारण क्या हैं। यह वीडियो न केवल समस्या की पहचान करता है, बल्कि गरीबी दूर करने के दीर्घकालिक समाधानों पर भी बात करता है—जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य और स्थायी रोजगार। यह सिर्फ एक विश्लेषण नहीं है, बल्कि एक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में हमारी सामूहिक जिम्मेदारी को समझने की पहल है। अपनी राय कमेंट में ज़रूर बताएं और इस महत्वपूर्ण वीडियो को अपने दोस्तों के साथ शेयर करें!

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#मुफ्तराशन #भारतीयअर्थव्यवस्था #गरीबी

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आई लव मोहम्मद' बनाम 'आई लव महादेवआई लव मोहम्मद' और इसके जवाब में 'आई लव महादेव' के नारों के पीछे का असली सच क्या है? पहर...
07/10/2025

आई लव मोहम्मद' बनाम 'आई लव महादेव

आई लव मोहम्मद' और इसके जवाब में 'आई लव महादेव' के नारों के पीछे का असली सच क्या है? पहरेदार की इस खास रिपोर्ट में हम उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में हुए हालिया सांप्रदायिक तनाव की गहरी पड़ताल कर रहे हैं। कानपुर से शुरू हुआ यह विवाद बरेली और काशीपुर तक कैसे पहुंचा और क्यों इसने हिंसक रूप ले लिया? हम जानेंगे कि क्या यह केवल धार्मिक आस्था का प्रदर्शन था या इसके पीछे कोई राजनीतिक उकसावा काम कर रहा था। इस वीडियो में हमने 'सर तन से जुदा' जैसे भड़काऊ नारों, बिना अनुमति के निकाले गए जुलूसों, और उसके बाद हुई जवाबी कार्रवाई का निष्पक्ष विश्लेषण किया है।

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पंजाब में नफरत की आग: 'परवासी भजाओ, पंजाब बचाओ' | Hate Against Migrants in Punjabपंजाब में पिछले कुछ हफ्तों से 'परवासी भ...
21/09/2025

पंजाब में नफरत की आग: 'परवासी भजाओ, पंजाब बचाओ' | Hate Against Migrants in Punjab
पंजाब में पिछले कुछ हफ्तों से 'परवासी भजाओ, पंजाब बचाओ' के नारे गूंज रहे हैं। कभी प्रवासी मजदूरों का खुले दिल से स्वागत करने वाला पंजाब आज नफरत और अराजकता का गवाह बन रहा है। इस नफरत की जड़ें होशियारपुर में 9 सितंबर, 2025 को हुए एक भयानक अपराध में हैं, जहां एक प्रवासी मजदूर पर 5 साल के बच्चे की बेरहमी से हत्या का आरोप लगा। हालाँकि, यह अपराध कहानी का सिर्फ एक हिस्सा है। इस वीडियो में हम जानेंगे कि कैसे कुछ लोगों द्वारा फैलाई गई नफरत, बेरोजगारी और राजनीतिक बयानों ने इस पूरे मुद्दे को और भी गंभीर बना दिया है।

यह वीडियो बताता है कि कैसे एक ही घटना पर केंद्रित आक्रोश और प्रवासियों के प्रति अपराधों की अनदेखी पंजाब के सामाजिक ताने-बाने को खतरे में डाल रही है। क्या पंजाब की 'सर्बत दा भला' की भावना खतरे में है? क्या मुट्ठी भर लोगों की एकतरफा सोच राज्य की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर सकती है? आइए, इस संवेदनशील मुद्दे की तह तक जाते हैं और जानते हैं कि प्रवासियों के बिना पंजाब का भविष्य क्या होगा।

05/09/2025

दोस्तो क्या आपको मालूम है कि देश के सबसे उंचे कंक्रीट ग्रेविटी डैम भाखड़ा नंगल बांध की वजह से पंजाब पर कितना बड़ा खतरा मंडरा रहा है। 2025 में आई बाढ़ की वजह से इस डैम का पानी खतरे के निशान को छू रहा है। इसके चलते इस डैम से थोड़ा ही पानी छोड़ा गया है फिर भी पंजाब बाढ़ में डूब गया है। पंजाब की नदियां उफान पर है और राज्य में भयंकर बाढ़ आई हुई है। आधा राज्य बाढ़ के पानी में डूबा हुआ है।

आज के वीडियो में हम आपको बताएंगे कि अगर कभी दुर्भाग्यवश भाखड़ा–नंगल बांध टूटा तो पंजाब का क्या होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर कभी भाखड़ा बांध टूटा तो न केवल पंजाब का वजूद खतरे में पड़ जाएगा बल्कि पड़ोसी राज्य हरियाणा और यहां तक की पड़ोसी देश पाकिस्तान भी डूबने से नहीं बचेगा।

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CAG खुलासों पर मीडिया की चुप्पी क्योंCAG की हालिया रिपोर्ट्स ने बिहार में ₹70,000 करोड़ के बेनामी खर्च और रेलवे में ₹573...
27/07/2025

CAG खुलासों पर मीडिया की चुप्पी क्यों

CAG की हालिया रिपोर्ट्स ने बिहार में ₹70,000 करोड़ के बेनामी खर्च और रेलवे में ₹573 करोड़ के नुकसान का खुलासा किया। भारतमाला, द्वारका एक्सप्रेस-वे, और आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं में धांधली भी सामने आई। विपक्षी नेताओं ने मीडिया की चुप्पी पर सवाल उठाए। सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, “70 हज़ार करोड़ गायब, लेकिन मीडिया सत्ता के तलवे चाट रहा है।” तेजस्वी यादव और पवन खेड़ा ने भी जनता के पैसे की बर्बादी पर जवाबदेही की मांग की। 2014 के बाद CAG ऑडिट में 75% कमी के बावजूद, मीडिया ने इन मुद्दों को नजरअंदाज किया। अरविंद केजरीवाल और डेरेक ओ’ब्रायन ने इसे लोकतंत्र के लिए खतरा बताया। मीडिया की खामोशी से जनता अनजान बनी हुई है, जिससे सुधार रुक रहे हैं। विपक्ष का आरोप है कि मीडिया सत्ता के दबाव में चुप है, जिससे जवाबदेही कमजोर हो रही है।

पूरी जानकारी कमेंट बॉक्स के लिंक में :

ANI ,YouTuber कॉपीराइट उल्लंघन विवाद निर्णायक दौर में25 जुलाई 2025 को दिल्ली हाई कोर्ट ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए पट...
26/07/2025

ANI ,YouTuber कॉपीराइट उल्लंघन विवाद निर्णायक दौर में

25 जुलाई 2025 को दिल्ली हाई कोर्ट ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए पटियाला हाउस कोर्ट से एक कॉपीराइट और ट्रेडमार्क उल्लंघन मुकदमे को अपने अधिकार क्षेत्र में स्थानांतरित कर लिया। यह मुकदमा एशियन न्यूज इंटरनेशनल (ANI) ने यूट्यूबर मोहक मंगल के खिलाफ दायर किया है, जिसमें ANI की सामग्री के अनधिकृत उपयोग का आरोप है। यह कदम कोर्ट की डिजिटल मीडिया से जुड़े विवादों पर नजर रखने की मंशा को दर्शाता है।

पूरी जानकारी कमेंट बॉक्स में दिए लिंक में

पत्रकारिता के दमन को बढ़ावा देगा मोदी सरकार का DPDP कानूनभारत सरकार डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण अधिनियम 2023 (DPDP ) का...
23/07/2025

पत्रकारिता के दमन को बढ़ावा देगा मोदी सरकार का DPDP कानून

भारत सरकार डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण अधिनियम 2023 (DPDP ) कानून लाने जा रही है जिसका उद्देश्य व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा करना होगा लेकिन इस कानून के बनने से भारतीय मीडिया की स्वतंत्रता भी खतरे में पड़ने वाली है। DPDP कानून GDPR जैसे वैश्विक कानून के विपरीत है जो पत्रकारिता के काम को छूट देते हैं लेकिन डीपीडीपी कानून के अंतर्गत पत्रकारों को किसी की व्यक्तिगत जानकारी प्रकाशित करने से पहले उनकी सहमति लेनी होगी। इस शर्त की वजह से अब भ्र्ष्ट राजनेताओं और अधिकारियों को उजागर करना चुनौती पूर्ण हो जाएगा क्योंकि उनकी अनुमति के बिना उनके खिलाफ खबर नहीं छापी जा सकेगी।

19 जुलाई, 2025 को, जर्मन यूनियनों और समाचार पत्र प्रकाशकों ने दैनिक समाचार पत्र कर्मचारियों के लिए 2027 तक तीन चरणों में...
20/07/2025

19 जुलाई, 2025 को, जर्मन यूनियनों और समाचार पत्र प्रकाशकों ने दैनिक समाचार पत्र कर्मचारियों के लिए 2027 तक तीन चरणों में 10.5% औसत वेतन वृद्धि को अंतिम रूप दिया। वर्डी यूनियन के मुख्य वार्ताकार मैथियास वॉन फिंटेल ने डीपीए को बताया, “वास्तविक वेतन में वर्षों की कमी के बाद, यह सुधार जरूरी था।” जनवरी से लागू यह समझौता 10वें दौर की कठिन वार्ताओं और जर्मनी के 36 स्थानों पर हड़तालों के बाद हुआ। स्वयंसेवकों और नए पत्रकारों को 16% तक की वृद्धि मिलेगी।

वरिष्ठ भारतीय पत्रकार अजीत अंजुम के खिलाफ बिहार के बलिया में मतदाता सूची संशोधन की रिपोर्टिंग के दौरान FIR दर्ज की गई, ज...
16/07/2025

वरिष्ठ भारतीय पत्रकार अजीत अंजुम के खिलाफ बिहार के बलिया में मतदाता सूची संशोधन की रिपोर्टिंग के दौरान FIR दर्ज की गई, जिससे उनकी पत्रकारिता चर्चा में है।

अजीत अंजुम कौन हैं?अजीत अंजुम एक वरिष्ठ भारतीय पत्रकार और लेखक हैं, जो अपनी साहसी और निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए जाने जाते हैं। उनका जन्म 1969 में बिहार के बेगूसराय में हुआ था। उन्होंने मुजफ्फरपुर के लंगट सिंह कॉलेज से इतिहास की पढ़ाई की और पाटलिपुत्र टाइम्स में स्थानीय रिपोर्टर के रूप में करियर शुरू किया। बाद में वे दिल्ली चले गए और धर्मयुग, साप्ताहिक हिंदुस्तान, दिनमान जैसे प्रकाशनों के लिए काम किया। उन्होंने न्यूज 24 और इंडिया टीवी में प्रबंध संपादक के पद पर कार्य किया। 2015 में इस्तीफा देने के बाद उन्होंने अपना यूट्यूब चैनल "अजीत अंजुम ऑफिशियल" शुरू किया, जहां वे सामाजिक मुद्दों और समसामयिक घटनाओं पर वीडियो बनाते हैं। उन्हें 2010 में रामनाथ गोयनका एक्सीलेंस इन जर्नलिज्म और 2013 में रेडइंक अवार्ड जैसे सम्मानों से नवाजा गया है।

सरकारी विज्ञापन कैसे नियंत्रित करते हैं मीडिया की कहानियां वरिष्ठ पत्रकार सुमित अवस्थी ने भारत में मीडिया की स्थिति के ब...
16/07/2025

सरकारी विज्ञापन कैसे नियंत्रित करते हैं मीडिया की कहानियां वरिष्ठ पत्रकार सुमित अवस्थी ने भारत में मीडिया की स्थिति के बारे में चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि सरकारी विज्ञापनों के कारण स्वतंत्र पत्रकारिता दब रही है। “हमें गोदी मीडिया इसलिए कहा जाता है क्योंकि हम सरकार के खिलाफ कुछ नहीं दिखाते। मैं ईमानदारी से बोल रहा हूं,” अवस्थी ने कहा।

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