विश्व हिन्दू वाहिनी
विश्व हिन्दू वाहिनी संंगठन की स्थापना 13 फरवरी 2019 को उत्तर प्रदेश के जिला हापुड़ में हुई। इसके संस्थापक अध्यक्ष श्री आशीष जिन्दल जी हैं। जो इस संगठन के वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं आजीवन सदस्य भी हैं। आज यह संगठन देश के विभिन्न राज्यों में कार्यरत है, और संगठन के लाखों कार्यकर्ता भारतवर्ष के विभिन्न राज्यों के विभिन्न जिलों में हैं।
मैं आप लोगों के समक्ष संगठन की बुनियादी आध
ारशिला को रखना चाहता हूँ। सबसे पहले आप सभी को बता दूं कि यह संगठन पूर्ण रूप से हिन्दूवादी धार्मिक एवं सामाजिक संगठन है।
विश्व हिन्दू वाहिनी संगठन सम्पूर्ण विश्व मे सनातन संस्कृति आस्था और विश्वास रखने वालों और ओंकार में श्रद्धा रखते है को संगठन में संगठित कर सम्पूर्ण विश्व में कार्य करने हेतु अधिकृत है।
जिसके उद्दे्श्य निम्न हैं –
•कार्य धरातलीय स्तर पर किए जाएंगे और किए भी जा रहे हैं।
•समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) लागू करने की मांग को और अधिक परिपक्व करना, और लागू कराना।
•गौ वंश(Cow Indicus) की हत्या पर पूर्ण प्रतिबंध और गौ वंश की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाना।
•संगठन का कार्य समाज की सेवा करना व सामाजिक कार्यो में योगदान करना है, क्योंकि ये कार्य तभी संभव होते है कि जब हम सभी संगठित होंगे।
•हिंदू राष्ट्र बनाने पर मुख्य जोर दिया जाएगा, अर्थात् हिंदू सनातन संस्कृति और प्रतिष्ठा को पुनः विश्व में सिरमौर बनाना है।
इन्हीं उद्देश्यों को ध्यान मे रखकर ये संगठन का गठन किया गया है।
विश्व हिन्दू वाहिनी का घोषणा पत्र इस प्रकार है –
भारत में रहने वाले सभी भारतवासियों और भारत के बाहर रहने वाले सभी भारतीय मूल के निवसी, तथा से सभी व्यक्ति, समुदाय, समूह अथवा संगठन जो हिंदुत्व और सनातन संस्कृति, आचार विचार, परम्परा और आध्यात्मिकता में विश्वास रखते है सभी का संगठन परिवार में सदैव स्वागत करता है।और यह संंगठन अपने सभी संतान प्रेमियों के कार्यों के लिए तत्पर रहेगा। यह किसी भी समाज और समुदाय के द्वारा कट्टरता का विरोध करता है। लेकिन यदि कोई भी व्यक्ति, समाज अथवा समुदाय विशेष हमारे धर्म, संस्कृति, आस्था पर आघात करने का प्रयत्न करता है, तो संगठन सहन नहीं करेगा।
संगठन की आधिकारिक भाषा हिन्दी है
संगठन का उद्देश्य समाज सेवा और हिन्दूत्व और सनातन संस्कृति का प्रचार करना है।
यह संगठन वर्तमान में भारत के बहुत से प्रदेशों(जैसे – उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, पश्चिम – बंगाल, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, असम तथा अन्य) में कार्यरत है। जो लगभग 310 जिलों में फैला हुआ है।
लगभग 3 लाख से अधिक कार्यकर्त्ता विश्व हिंदू वाहिनी से जुड़े हुए हैं।
यदि अन्य संगठन भी विश्व हिंदू वाहिनी के साथ मिलकर हिन्दुत्व एकता को विश्व में एक नई दिशा दे चाहते है तो उसके लिए भी संगठन में आपका हार्दिक स्वागत है।
कोई भी व्यक्ति जो किसी भी वर्ण, जाती, संप्रदाय या किसी भी समाज से सम्बंधित है तथा संगठन उद्देश्यों की पूर्ति हेतु अर्थात सनातन संस्कृति का आदर, हिंदुत्व की भावना को महत्व देता है वह संगठन से जुड़ सकता है।
�जय श्रीराम�