
25/05/2025
ऑस्ट्रिया की धरती पर वियाना में जब महान प्रचारक संत रामानंद जी पर चली गोलियां मात्र डेरा सच्चखण्ड पर नहीं चली, वो साजिश थी हमारे समाज की विचारधारा को कुचलने की हज़ारो सालो बाद जब बहुत बड़े तबके में स्वाभिमान को जाग्रित किया जा रहा था। तो डर था उन ताकतो को क्योंकि उनकी पैरो के तले ज़मीन खिसक रही थी और वही दुसरी और एक समाज हक-सच्च की लडाई की ज़मीन तलाश रहा था। अचानक हुए इस हमले में जो गोलिया चली आज भी वो हमारे कानो में गुंज रही है भले ही वियाना के सतगुरू रविदास मंदिर में गिरा खुन घुल गया हो लेकिन उसके दाग जो हमारे दिलो में पडे है शायद ही वे फिके पड सकेगें।।
ऐसे महान रत्न संत रामानंद जी को श्रधांजली ये ही हो सकती है कि हम उनके विचारो को आगेे बढाए और बेगमपुरा के नारो को बुलंद करे।
अगर आज भारत में ही नहीं विश्व के 75 से अधिक देशों में सतगुरू रविदास जी की विचाराधारा को स्थान मिला तो इसके पिछे संत रामानंद जी का बहुत बड़ा योगदान हैं 25, मई 2009 को वियाना (ऑस्ट्रिया) में दी गई शहादत के लिए हम महाराज जी के हमेशा क़र्ज़वान रहेगें.. जय गुरू रविदास जी, संत रामानंद जी महाराज अमर रहे।।
कोटि-कोटि नमन अमर शहीद संत रामानंद जी की कदम कदम पर हुई कुरबानी को।💐💐