26/11/2022
वो दोस्ती करेगी, वीडियो कॉल करने का ऑफर देगी : जाल में फंसे तो कपड़े तक उतार देगी; कैसे बचें सेक्सटॉर्न से?
ओडिशा विधानसभा के शीतकालीन सत्र में 'सेक्सटॉर्शन' को लेकर हंगामा हुआ। कांग्रेस नेता नरसिंह मिश्रा ने यह मामला उठाया। आरोप था कि पटनायक के कई नेताओं के महिला ब्लैकमेलर अर्चना नाग के साथ क्लोज रिलेशन थे। अर्चना नाग को 'सेक्सटॉर्शन' के जरिए अमीर और प्रभावशाली लोगों को ब्लैकमेल करने के आरोप में अक्टूबर में पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
यह मामला ओडिशा का सिर्फ नहीं है। राजस्थान और हरियाणा इसका गढ़ बनते जा रहे हैं। इसलिए राजनीति गलियारे से निकलकर अब आम जनता की बात करते हैं। समझते हैं कि
सेक्सटॉर्शन है क्या? इस जाल में फंसने के बाद बिना डरे पुलिस की मदद कैसे लेनी चाहिए।
एक्सपर्ट हैं इंदौर पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी
मिश्र, पटना के IG अमित लोधा ।
सवाल- सेक्सटॉर्शन है क्या?
जवाब- यह दो शब्द सेक्स और एक्सटॉर्शन (जबरन वसूल) से मिलकर बना है। मोबाइल, वीडियो कॉल और वेबकैम के जरिए जब अनजान व्यक्ति किसी की सेक्स एक्टिविटी या न्यूड फोटो को रिकॉर्ड करके उसके जरिए ब्लैकमेल करे, तब उसे सेक्सटॉर्शन कहते हैं।
सवाल- एक या दो कॉल गलती से उठाने से अनजान व्यक्ति किसी के अश्लील वीडियो कॉल से ब्लैकमेल कैसे हो सकता है?
जवाब- आप सही है। ऐसा नहीं होता। समझदार लोग ऐसे वीडियो कॉल और मैसेज को इग्नोर नहीं करते हैं। मामला बढ़ने पर वे पुलिस से शिकायत भी करते हैं। जो ऐसा नहीं करते उनका फंसना निश्चित है।
ऐसे मामलों में पहले नजदीकी बढ़ाई जाती है। कुछ दिन के बाद वीडियो कॉल पर आकर बात करने का ऑफर दिया जाता है।
फिर वीडियो कॉल पर उस व्यक्ति के सामने आने पर रिकॉर्डेड पोर्न वीडियो इस तरह चलाया जाता है कि जैसे वो लाइव देख रहा हो। इसके बाद पोर्न वीडियो चलने के दौरान कॉल पर सामने आए व्यक्ति को कपड़े उतारने को प्यार से कहा जाता है।
वो इस कदर जाल में फंस चुका होता है कि वो ऐसा करने लगता है। उसकी हरकत रिकॉर्ड कर ली जाती है। बाद में यही रिकॉर्ड वीडियो भेजकर उसे ब्लैकमेल किया जाता है।
कब हमें अलर्ट हो जाना चाहिए कि यह सेक्सटॉर्शन कॉल हो सकता है
अलर्ट तो हमें हर अनजान फोन कॉल और मैसेज को लेकर रहना चाहिए।
किसी भी अनजान कॉल को एंटरटेन नहीं करना चाहिए।
कुछ लोग टेली मार्केटिंग कॉल पर भी लड़कियों की आवाज सुनकर उनसे टाइम पास करते हैं। यही गलती हमें फंसा देती है।
• अगर कोई आपको अपनी न्यूड फोटो भेजें और आपकी मांगें तो समझ लें गड़बड़ है।
• याद रखें, नॉर्मल कॉल के लिए फोन करने वाला कभी भी आपकी फोटो नहीं मांगेगा।
• इस तरह की चीजों को नजरअंदाज न करें, पुलिस के पास रिपोर्ट जरूर करें।
सवाल- एक वीडियो से हम कैसे फंस सकते हैं? जवाब- ब्लैकमेलर्स दो तरह से बनाते हैं वीडियो ।
एक: जिसमें सामने वाले की बातों में आकर कुछ लोग अश्लील हरकतों में भाग ले लेते हैं। जिसका स्क्रीन रिकॉर्डिंग के जरिए वीडियो बन जाता है।
दूसरा: जिसमें सामने वाला आपसे नॉर्मल बातें करता है। आपके चेहरे को अश्लील वीडियो के साथ एडिट कर नया वीडियो बनाया जाता है। जिसे देख कर लगता है वह वीडियो आपका ही है।
सवाल- फंस गए हैं तो क्या करें और क्या न करें?
जवाब- आपको हमारी बातें ज्ञान लग सकती है फिर भी दोहरा रहा हूं....
अगर फंस भी गए हैं तो हिम्मत कर परिस्थिति का सामना करें।
• ब्लैकमेलर्स के झांसे में आकर उसकी किसी भी बात को न मानें।
बिना देर किए जल्द से जल्द इसकी जानकारी पुलिस को दें।
बदनामी को लेकर डरें नहीं, ये किसी के साथ भी
हो सकता है।
सवाल- सेक्सटॉर्शन को लेकर कानून क्या कहता है? जवाब- जाहिर सी बात है कि यह अपराध है। इसमें भारतीय दंड संहिता यानी IPC और आईटी अधिनियम की धारा- 383, 384, 385 के तहत जबरन वसूली, धारा-499, 500 के तहत मानहानि और धारा- 503, 506, 507 के तहत आपराधिक धमकी का मामला दर्ज किया जाता है।
साइबर एक्सपर्ट पवन दुग्गल बता रहे हैं कि फंसने के बाद कैसे लें कानून की मदद
पहला स्टेप: सबसे पहले उस अकाउंट का लिंक या नंबर सेव करें। इसकी मदद से पुलिस उस IP एड्रेस तक पहुंच सकती है, जहां से ब्लैकमेलर्स ऑपरेट कर रहे हैं।
दूसरा स्टेप: तुरंत लोकल साइबर सेल या नजदीक के थाने में शिकायत दर्ज कराएं। ऐसे मामलों में शिकायत करने वालों की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाती है। अगर ब्लैकमेलर्स नंबर बदलकर फोन करते हैं, तो इन सभी की पूरी जानकारी पुलिस को दें।
तीसरा स्टेप: कई बार पुलिस पीड़ित से ही सवाल- जवाब करती है। ऐसे सवालों से परेशान न हों। FIR दर्ज कराने पर जोर दें। ऐसे मामलों में IT एक्ट, धोखाधड़ी (धारा 420) और IPC की कुछ अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाता है। पुलिस से FIR की कॉपी जरूर लें। अगर पुलिस की कार्रवाई में जरा सी भी ढील लगे, तो तुरंत किसी वकील की मदद लें।