09/08/2025
बाँध रही जो धागा शुभ है
इस धागे का रहस्य बताना
एक पंक्ति में अर्थ जान लो
भैया मेरा साथ निभाना
राखी की तुम लाज बचाना।
है मन में विश्वास सूत्र जो
रक्षा का मैं बाँध रही हूँ
कूद जाओ तुम कर्म क्षेत्र में
मेरी ताक़त साथ चलेगी
भाई बहन का रिश्ता ऐसा
हर बाधा को पार करेगा
भाई पर जो संकट आये
उससे पहले बहन लड़ेगी
जब भी बहन पुकारे दिल से
नंगे पैरों दौड़ लगाना
चीर हरण जब करे दुशासन
कान्हा बनकर चक्र चलाना
राखी की तुम लाज बचाना
शत्रु करें भयभीत अगर या
मन में कोई उथल पुथल हो
किसी निराशा के कारण जब
बह जाये आँखों से जल हो
दुनिया की जब आँख हमेशा
मुझको आँख दिखाये
मेरी निश्छलता पर गहरे
दुनिया दाग लगाये
तब तुम मेरा साथ निभाकर
हर आँधी से टकराना
बाँध रही जो राखी उसका
भैया फ़र्ज़ निभाना
राखी की तुम लाज बचाना
(C) कवि देवेन्द्र शर्मा