16/10/2025
लखनऊ में बनाए गए ब्रह्मोस मिसाइलों की पहली खेप 18 अक्टूबर को रवाना की जाएगी, और इसके साथ “मेक इन इंडिया” व स्वदेशी रक्षा उत्पादन को नया आयाम मिलेगा।
यह मिसाइल निर्माण इकाई शहर के भटगांव में उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक कॉरिडोर (UP Defence Industrial Corridor) के भीतर स्थित है, जिसे पिछले वर्ष 11 मई को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा औपचारिक रूप से उद्घाटित किया गया था। लगभग ₹300 करोड़ की लागत और 80 हेक्टेयर भूमि पर स्थापित इस यूनिट में अत्याधुनिक उत्पादन लाइनों एवं गुणवत्ता नियंत्रण प्रणालियों की व्यवस्था की गई है। प्रारंभिक लक्ष्य 80–100 मिसाइलें वार्षिक बनाने का है, जिसे भविष्य में 150 तक बढ़ाने की योजना है। इस कदम के तहत भारत की सेना की आवश्यकताओं को पूरा करना, रक्षा उद्योग को सुदृढ़ करना, स्थानीय रोजगार सृजन करना और संभावित निर्यात की दिशा खोलना शामिल है। ब्रह्मोस मिसाइल, जो भारत और रूस की साझेदारी में विकसित सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल है, लगभग मैक 3 की गति से उड़ान भरती है और 290–400 किलोमीटर की दूरी तक निशाना साध सकती है। इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि होंगे, और इस कार्यक्रम को भारत की रणनीतिक आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा रहा है।