22/09/2025
शैलपुत्र्यै नमः॥", "या देवी सर्वभूतेषु माँ शैलपुत्री रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै नमो नमः॥", और "वंदे वांछित लाभाय चन्द्रार्धकृत शेखराम्। वृषारुढां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम्॥". ये मंत्र मां शैलपुत्री की पूजा में जपे जाते हैं और उनकी कृपा प्राप्त करने में सहायक होते हैं.
प्रमुख मंत्र
मूल मंत्र: ॐ देवी शैलपुत्र्यै नमः॥
बीज मंत्र: या देवी सर्वभूतेषु माँ शैलपुत्री रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै नमो नमः॥
वंदना मंत्र: वंदे वांछितलाभाय चन्द्रार्धकृत शेखराम्। वृषारुढां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम्॥
अन्य मंत्र
आप इस मंत्र का भी प्रयोग कर सकते हैं: ॐ ऐं ह्रीं क्लीं शैलपुत्र्यै नम.
मंत्रों का महत्व
मां शैलपुत्री के मंत्रों का जाप करने से आंतरिक शक्ति और आध्यात्मिक उन्नति मिलती है.
ये मंत्र भक्त को मां शैलपुत्री की कृपा, ज्ञान और चेतना प्रदान करते हैं.
उपयोग का तरीका
नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा करते समय इन मंत्रों का जाप करें.
नवदुर्गाओं में प्रथम दुर्गा होने के कारण, पहले दिन इनकी पूजा और उपासना विशेष रूप से की जाती है. 🙏🙏