
28/03/2025
विकास कांगड़ा की लड़ाई किसी मसानी मंदिर के लिए नहीं बल्कि वाल्मीकि (मंदिर) धर्मशाला को पाखंडी गुंडों से आजाद कराने की थी !!
तीर्थयात्री दर्शन करें आते हैं गुड़गांव मसानी के और फिर लगता है सुअर का बच्चा होती है दावत चलती है शराब और ठहरते हैं वाल्मीकि धर्मशाला में क्या ??? वाल्मीकि धर्मशाला जीव हत्या करने वाले पाखंडीतो के लिए कोई शराब क्लब है ??? Vikas Kagra जी की सदैव सामाजिक आंदोलन में भागीदारी रही लेकिन जब उनपर गुंडों की विभिषण पाखंडीयो की आफत आई कांगड़ा जी पर जानलेवा हमला किया बल्कि सारे हमलावर खुलेआम घूम रहे ये कैसा हरियाणा पुलिस प्रशासन है सबाल खड़ा करता है सरकार पर एक सबाल समाज के लिए भी है सब सामाजिक योद्धाओं को एक होकर विकास कांगड़ा जी का साथ देना चाहिए उन पाखंडियों से वाल्मीकि धर्मशाला मुक्त करानी चाहिए उन हमलावर गुंडों को जेल भिजवाने का काम करें मिलकर !!