
01/01/2023
मेरी दादी कह्या करै बेटा न्यू जाड़या म कुणसा नया साल किमे बदलया नही मौसम नहीं खेतिबाड़ी नहीं बदली त बेटा आपणा नया साल त फागण पाछै करै ' म्हारै तो कहावत भी सै बेटा - आई होळी भर लेगी झोळी आई तीज बोगी बीज " त होली पाछै चैत ( चैत्र) के पहलड़े दिन त नया साल लागै अर फागण के आखरी दिन त साल खत्म ।