10/08/2025
गुम शुदा
आज दिनांक 09/08/2025 मेरी धर्मपत्नी और मेरी बेटी रक्षाबंधन के पवन एवं पवित्र रिश्ता को सफल पूर्वक करके ठाणे मुंबई से वापस पनवेल न्यू मुंबई को चले और पनवेल रेलवे स्टेशन पर पहुंचने के बाद वह पर एक लाचार बेबस परेशान एक 12 या 13 वर्ष की रोते हुए एक लड़की मिली करीब रात को 11.40 बज रहे थे उसने मेरी पत्नी आशा शर्मा से बोलो एंटी मुझे पानी पिला दो मै 3 दिन से खाना भी नहीं खाई हु तब उन्होंने पानी की बोतल दिया और उस दया आ गया और पूछा कि तुम कहा से आई हो और कहा जाना है तब उसके आवाज भी नहीं निकल पा रहे थे नहीं कुछ ज्यादा बोल पा राहि थी तब मेरी बेटी बोली कि मामी इस लड़की को या अकेले छोड़ना उचित नहीं है तब मेरी बेटी ने मुझे कॉल किया और सारी बात से औग़ात कराई तब मै उसे घर लाने की इजाजत दे दी उस समय उसका हालत बातों ही नाजुक परिस्थिति थी उस रातों को उस लड़की को गरम पति से आसान कराए और हम सभी एक साथ बैठ कर भोजन किए और सो गए फिर सुबह उसकी से मेरा पूछ ताछ शुरू किया तो उसने बताई कि मै सतना की हु लेकिन पूरा पता नहीं बता पराहि थी और नहीं शुद्ध हिंदी बोल पा रही थी और पूछने पर बोलो कि मेरे मां पिता अब इस दुनिया में नहीं है मेरे चाचा चाची है मै उनके पास रहती थी लेकिन अब ओ भी नहीं रख रहे है तो मै क्या करु तब कम के तलाश में मै ट्रेन में बैठ गई और मै मुंबई पहुंच गई ओ इतनाही बताई ।
फिर हम सभी इसकी घर वालों की तलाश में लग गए पूरे दिन लग गए लेकिन हम असफल और निराश हो कर बैठे थे तभी उसके पास एक फटी पुरानी राफ कापी दिखा और उसे एक 11 डिजिट का नम्बर दिखा बोलते है कि डूबती नव को तिनका सहारा मिला तब मै उस नंबर को इधर उधर करके फोन मिलना शुरू किया और नम्बर लगा और उसकी चाची ने फोन उठाया मै उनसे पूछ ताछ कि तो मालूम चला कि मै सही जगह पर पहुंच गया हु मेरी मेहनत रंग लाई तब लड़की के मां से और लड़की
के पिता से भी वीडियो कॉल पर बात हुई
सारी कहानी उनसे मै बताया और o सभी कल आ रहे है