27/11/2023
खगड़िया: गौशाला मेला बंदोबस्ती में हुए व्यापक धांधली के बाद सवाल उठने से बौखलाए अनुमंडल पदाधिकारी खगड़िया ने बिचौलिया को आगे कर अपने कुकृत्यों पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं। उक्त बातें प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सामाजिक कार्यकर्ता अभय कुमार गुड्डू ने कहा। श्री गुड्डू ने कहा कि जो लोग यह कहते हैं की गौशाला मेला की डाक पारदर्शी तरीका से हुआ है, उन्हें यह बताना चाहिए की डाक की नोटिस कब और कहां किया गया था और उसे सार्वजनिक क्यों नहीं किया गया था। एसडीओ से चंद स्वार्थ सिद्धि के लिए कुछ सफेदपोश खगड़िया के बर्बादी के भागीदार बनने को आतुर हैं। खगड़िया की धरती क्रांतिकारियों की धरती रही है, यहां हर भ्रष्टाचार्यों का हिसाब भी बराबर होता है। अनुमंडल पदाधिकारी के नेतृत्व में विभिन्न जगह में वसूली टीम कार्यरत है, जिससे पूरा जिला अवगत है। यदि अनुमंडल पदाधिकारी के नियत में खोट नहीं था तो ससमय गौशाला मेला बंदोबस्ती हेतु प्रक्रिया प्रारंभ कर उन्हें सार्वजनिक क्यों नहीं किया गया था। अनुमंडल पदाधिकारी ने जिस प्रकार लूट की फैक्ट्री लगाकर खुलेआम वसूली करवा रहे हैं या किसी से छुपा हुआ नहीं है। उन्होंने कहा कि अनुमंडल पदाधिकारी के गलत कारनामे पर पर्दा डालते हुए एक व्यक्ति ने यह कहा कि अनुमंडल पदाधिकारी ने संस्कृत महाविद्यालय की बंदोबस्ती सही तरीके से किया है। जिसे जिलाधिकारी खगड़िया ने भी सही ठहराया, जो सरासर गलत बात है। यदि जिला अधिकारी ने एसडीओ द्वारा किए गए जमीन बंदोबस्ती को सही ठहराया तो उसका पत्र भी सार्वजनिक करें, ताकि जिलेवासियों को सच्चाई पता चल सके। उन्होंने कहा कि एसडीओ की अध्यक्षता में हुई महाविद्यालय के भू-प्रबंधन कमिटी की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार महाविद्यालय की जमीन की खुली डाक से बंदोबस्ती क्यों नहीं किया गया। जिससे महाविद्यालय को अधिक राजस्व मिलता। भूमाफियाओं के कब्जा से जमीन को अतिक्रमण मुक्त क्यों नहीं कराया गया। आखिर अतिक्रमणकारी भूमाफियाओं पर प्राथमिकी दर्ज क्यों नहीं करवाया गया। महाविद्यालय के जमीन का पैमाइश कर सीमांकन क्यों नहीं करवाया गया। सच्चाई तो यह है कि महाविद्यालय के जमीन बंदोबस्ती खुली डाक के माध्यम से करने का प्रचार प्रसार कर एसडीओ, प्राचार्य और बिचौलियों ने करोड़ों रुपया का अवैध उगाही किया है। जिसके कारण ना तो महाविद्यालय के जमीन का पैमाइश कराया गया, ना हीं अतिक्रमण मुक्त और ना ही अवैध कब्जाधारियों पर प्राथमिक की दर्ज करवाया गया। श्री गुड्डू ने कहा कि गौशाला मेला में भी देवव्रत नामक व्यक्ति पर एसडीओ एक वर्ष पूर्व से ही मेहरबान थे। इसका अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि 43 लाख में खुली डाक से बंदोबस्ती के बावजूद भी देवव्रत को गौशाला में झूला लगाने हेतु जमीन एसडीओ द्वारा आवंटित कर दिया गया था। पुनः तत्कालीन जिलाधिकारी के निर्देश पर आवंटित जमीन को निरस्त किया गया। वह देवव्रत पर इतना मेहरबान थे कि उन्हें खुश करने के लिए गौशाला मेला की बंदोबस्ती चुपचाप गत वर्ष से भी कम राशि में देवव्रत एवं एक अन्य व्यक्ति को दे दिया गया है। यह घोटाला नहीं तो और क्या है। गुड्डू ने बताया कि चाहे अंजाम जो भी हो कोई भी भ्रष्ट अधिकारी खगड़िया को लूटने का प्रयास करेगा तो उसे बक्शा नहीं जाएगा। खगड़िया में चंद बिचौलिया टाइप के तथाकथित नेता के मदद से लगातार खगड़िया की संपत्ति को लूटा जा रहा है। खगड़िया की संपत्ति को सुरक्षित करना हम खगड़ियावासियों के जिम्मेवारी है। जिसकी रक्षा के लिए हर कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं।