20/07/2025
नेहा एक होशियार और मेहनती छात्रा थी। वह हमेशा अपनी पढ़ाई में अव्वल रहती थी और उसके माता-पिता को उस पर बहुत गर्व था। लेकिन, हाल ही में नेहा में एक बुरी आदत पनप रही थी – वह चोरी-छिपे गलत वीडियो देखने लगी थी।
शुरुआत में, यह सिर्फ़ जिज्ञासा थी। उसने अपने दोस्तों से ऐसे वीडियो के बारे में सुना था और सोचा कि एक बार देखने में क्या हर्ज़ है। एक बार देखा, फिर दूसरी बार, और धीरे-धीरे यह एक आदत में बदल गई। रात को जब सब सो जाते, नेहा अपने फ़ोन पर ऐसे वीडियो देखती। उसे पता था कि यह गलत है, लेकिन वह खुद को रोक नहीं पाती थी।
इस आदत का असर उसकी पढ़ाई पर पड़ने लगा। वह देर रात तक जागती और सुबह थकी हुई महसूस करती। उसका मन पढ़ाई में नहीं लगता था और उसके नंबर गिरने लगे। वह चिड़चिड़ी भी रहने लगी थी और अपने परिवार से दूर होने लगी थी। उसके माता-पिता ने बदलाव महसूस किया लेकिन नेहा ने उन्हें कुछ नहीं बताया।
एक दिन, नेहा के फाइनल एग्जाम आ गए। उसने बहुत कोशिश की, लेकिन गलत वीडियो देखने की वजह से उसकी नींद पूरी नहीं हुई थी और उसका दिमाग शांत नहीं था। एग्जाम में वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई और उसे अपने रिजल्ट का डर सताने लगा।
रिजल्ट आने पर, नेहा फेल हो गई। यह उसके लिए एक बहुत बड़ा झटका था। वह रोने लगी और उसे अपनी गलती का एहसास हुआ। उसने फैसला किया कि वह इस बुरी आदत को छोड़ेगी।
नेहा ने अपनी सबसे अच्छी दोस्त, प्रिया से बात की। प्रिया ने उसे समझा और उसे अपनी समस्या से निपटने में मदद की। उन्होंने साथ में योग करना शुरू किया और नेहा ने अपनी ऊर्जा को अपनी पढ़ाई और हॉबी में लगाना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे, उसने गलत वीडियो देखने की आदत छोड़ दी।
कुछ महीनों बाद, नेहा ने दोबारा एग्जाम दिए और इस बार उसने बहुत अच्छे नंबरों से पास किया। उसने अपनी गलती से सीखा था और एक बेहतर इंसान बन गई थी।
यह कहानी हमें सिखाती है कि बुरी आदतें हमारे जीवन को कैसे प्रभावित कर सकती हैं, लेकिन अगर हम ठान लें, तो उनसे छुटकारा पा सकते हैं और अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं।