News Sadan

News Sadan न्यूज़ सदन

गोदावरी दत्ता (1930 - 14 अगस्त 2024)बहादुरपुर, दरभंगा जिला , बिहार से   एक भारतीय चित्रकार थीं, जो अपनी मधुबनी पेंटिंग क...
15/08/2024

गोदावरी दत्ता (1930 - 14 अगस्त 2024)बहादुरपुर, दरभंगा जिला , बिहार से एक भारतीय चित्रकार थीं, जो अपनी मधुबनी पेंटिंग के लिए जानी जाती थीं । उन्हें भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, पद्म श्री से सम्मानित किया गया था । राष्ट्रीय पुरस्कार (1980), शिल्प गुरु (2006), पद्म श्री पुरस्कार (2019) में सम्मानित किया गया था ! छह साल की उम्र में पेंटिंग शुरू की, पहले दीवारों पर और फिर 1971 में कागज़ पर। दत्ता मिथिला पेंटिंग की कायस्थ शैली में पारंगत थीं, जो काले और सफेद विरोधाभासों का पक्षधर है, और उन्होंने पेंटिंग के लिए बांस की छड़ियों का इस्तेमाल किया। उनकी कला के बार-बार आने वाले विषय रामायण और महाभारत के पात्रों का चित्रण हैं, साथ ही दैनिक जीवन की घटनाएँ जैसे विवाह या नृत्य। भारत के सांस्कृतिक संसाधन और प्रशिक्षण केंद्र के तहत छात्रों और शिक्षकों दोनों को प्रशिक्षित किया था ।

अक्सर जर्मनी और जापान का दौरा करती थीं, जहाँ वह कई बार एक साल तक रुकती थीं। उस दौरान उनके द्वारा बनाए गए कार्यों का एक सेट जापान के ताकोमाची में मिथिला संग्रहालय और फुकुओका एशियाई कला संग्रहालय में प्रदर्शित किया गया था ।

दिसंबर 1983 में, दत्ता ने मिथिला कला विकास समिति की स्थापना की, जो एक गैर सरकारी संगठन है जिसका उद्देश्य शिक्षा के माध्यम से गरीबी से लड़ना और मधुबनी चित्रकला शैली को बढ़ावा देना है। यह संगठन वंचित समुदायों के लिए कार्यक्रमों को डिजाइन करने और लागू करने में लगा हुआ है। ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनने में भी मदद की, और वे लड़कियों की शिक्षा के समर्थक थे।
14 अगस्त 2024 को 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया।

मधुबनी पेंटिंग की प्रसिद्ध कलाकार पद्मश्री के निधन पर भावभीनी श्रद्धांजलि भगवान् पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं समस्त परिजनों एवं उनके चाहने वालों को इस दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करें!

समस्त देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
14/08/2024

समस्त देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।

पंकज  त्रिपाठी का जन्म 5 सितंबर 1976 को बिहार राज्य के गोपालगंज जिले के बेलसंड गांव से ताल्लुक रखते हैं. उनके पिता पंडित...
14/08/2024

पंकज त्रिपाठी का जन्म 5 सितंबर 1976 को बिहार राज्य के गोपालगंज जिले के बेलसंड गांव से ताल्लुक रखते हैं. उनके पिता पंडित बनारस त्रिपाठी और मां हेमवंती त्रिपाठी हैं. चार भाई बहनों में पंकज सबसे छोटे हैं त्योहारों के मौसम में, वह अपने गांव के नाटक में एक लड़की की भूमिका निभाते थे, जिसे काफी सराहा जाता था|

अंततः उन्होंने अभिनय को अपना करियर के रुप में चुना. हाई स्कूल के बाद वह पटना चले गए जहां उन्होंने हाजीपुर के होटल मैनेजमेंट संस्थान में पढ़ाई की कॉलेज में थिएटर और राजनीति में सक्रिय रहने लगे. लगभग सात साल बाद, वे राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय दिल्ली में दाखिला लेने के लिए दिल्ली चले गए, जहां से उन्होंने 2004 में स्नातक किया फिर मुंबई चले गए. सबसे पहले उन्होंने टाटा टी के विज्ञापन में काम किया और बाद में फिल्मों में मौका मिलने लगा. त्रिपाठी ने 15 जनवरी 2004 को मृदुला त्रिपाठी से शादी की और उनकी एक बेटी आशी है |

पंकज त्रिपाठी ने तमिल सिनेमा में अपनी शुरुआत फिल्म काला से की, जो 7 जून 2018 को रिलीज हुई थी. उन्होंने 2018 में ओटीटी (OTT) पर रिलीज हुई वेब सीरीज मिर्जापुर और मिर्जापुर सीजन 2 में और 2019 की वेब सीरीज सेक्रेड गेम्स में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है,
मुख्य रूप से हिंदी फिल्मों में अभिनय करते हैं. साल 2004 में रन और ओमकारा में छोटी भूमिका के साथ उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की और तब से वे 60 से अधिक फिल्मों और लगभग 60 टेलीविजन शो में काम कर चुके हैं. पंकज त्रिपाठी की 2012 में गैंग्स ऑफ वासेपुर फिल्म श्रृंखला में उनकी निगेटिव कैरेक्टर ने उन्हें सफलता दिलाई. तब से उन्हें फुकरे (Fukrey 2013), मसान (Masaan, 2015), निल बटे सन्नाटा (Nill Butte Sannata, 2016), बरेली की बर्फी (Bareilly Ki Burfi, 2017), न्यूटन (Newton, 2017), फुकरे रिटर्न्स (2017), स्त्री (Stri, 2018) और '83' (2021) सहित कई फिल्मों में काम किया. उनकी 2017 की फिल्म न्यूटन सर्वश्रेष्ठ विदेशी फिल्म श्रेणी में अकादमी पुरस्कार के लिए भारत की तरफ से आधिकारिक रुप से ऑस्कर के लिए भेजा था. उनके अभिनय के लिए उनको राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार (National Film Award) भी मिला है!

शायद इस कालखंड के इकलौते अभिनेता हैं जिनकी अभिनय क्षमता के मूल्यांकन के किसी भी समीक्षक को अभिनय की किताब पढ़नी होती है|

बिहार का एक अपना स्वैग है बेशक हम इस पेज के माध्यम से अपनी पुरानी यादो अतीत इतिहास को पहुँचाने का प्रयास करेंगे लेकिन सह...
13/08/2024

बिहार का एक अपना स्वैग है बेशक हम इस पेज के माध्यम से अपनी पुरानी यादो अतीत इतिहास को पहुँचाने का प्रयास करेंगे लेकिन सहयोग की जरुरत आपसे है !

मेरे मैसेज में अपनी कहानी शेयर कर सकते कोई सुझाव हो तो वह भी साझा करें बिहार धरोहर ,बिहार विरासत आइये हम सब मिलकर अपनी पुरानी परम्परा ,अपनी शक्ति ,अपने पूर्वज को जानते है !

12/08/2024

मनोज बाजपेयी एक बहुप्रशंसित भारतीय अभिनेता हैं, जिनका जन्म 23 अप्रैल, 1969 को नरकटियागंज, बिहार, भारत में हुआ था। उन्होंने पूर्व अभिनेत्री शबाना रजा से शादी की है और उनकी एक बेटी एवा नायला है। बाजपेयी का हिंदी सिनेमा में शानदार करियर रहा है, जिसमें उल्लेखनीय फ़िल्में शामिल हैं: सत्या (1998), शूल (1999), ज़ुबैदा (2001), पिंजर (2003), राजनीति (2010), गैंग्स ऑफ़ वासेपुर (2012), स्पेशल 26 (2013), अलीगढ़ (2015), तांडव (2020), और द फ़ैमिली मैन (2019) वेब सीरीज़। अपने पूरे करियर के दौरान, बाजपेयी ने कई पुरस्कार और प्रशंसाएँ प्राप्त की हैं, जिनमें दो राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार और चार फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार शामिल हैं, जिसने भारतीय सिनेमा में एक बहुमुखी और प्रतिभाशाली अभिनेता के रूप में उनकी स्थिति को मजबूत किया है।

12/08/2024

डोम जानी हमनी के छुए से डेरालें
-हीरा डोम की व्यथा उनकी रचना में।प्रकाशित 1914 #सरस्स्वती पत्रिका'।संपादक महावीर प्रसाद द्विवेदी।एगो प्रयास।संग में गांव के भूखल डोम के प्रति आभार

Lyrics:- Heera Dom 1914

12/08/2024

बचपन :-

06/08/2024

बिहार में जो घोटाला हो रहा है वह खुले रूप से सरकार के ही नेता प्रमाण के साथ लोगो के बिच रख दिए है -

26/12/2023

रमन के साक्षात्कार में किशन ने जो गया दहेज विधा को आपको भी सुनकर आँख में आँसू आ जाएंगे।।

उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिक भाइयों की सुरक्षित वापसी बहुत ही खुशी का समाचार है। उन्हें और उनके परिवारों...
29/11/2023

उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिक भाइयों की सुरक्षित वापसी बहुत ही खुशी का समाचार है। उन्हें और उनके परिवारों को मेरी दिली बधाई।

भारत का निर्माण करने वाले हमारे मज़दूर भाइयों की सुरक्षा सर्वोपरि है। इस मुश्किल अभियान को सफल बनाने वाले सभी जांबाज़ों को मेरा सलाम है।…

राहुल गाँधी:~

20/11/2023

हमको रोज़ी खिंच लायी शहर के सहराओं में,
फूल तितली एक लड़की रह गए सब गाँव में...

विदेश दौरे पे होते तो क्या होता:----
20/11/2023

विदेश दौरे पे होते तो क्या होता:----

Address

Patna New City

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when News Sadan posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to News Sadan:

Share