12/08/2025
Bihar SIR Supreme Court Hearing: लोकतंत्र के दिल में लगी चोट की गूंज सुप्रीम कोर्ट तक!
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए चल रहे स्पेशल इंटेंसिव रिविजन (SIR) पर आज सुप्रीम कोर्ट में हाई-वोल्टेज सुनवाई हुई। RJD सांसद सुधाकर सिंह ने याचिका दायर करते हुए अदालत के सामने वो 17 लोग खड़े कर दिए—जिन्हें मृत घोषित कर वोटर लिस्ट से बाहर कर दिया गया था, जबकि वे आज भी ज़िंदा हैं!
कपिल सिब्बल का हमला:
सिब्बल ने अदालत में तीखे शब्दों में SIR प्रक्रिया की पोल खोली—
एक विधानसभा क्षेत्र के 12 जीवित लोग, मृत घोषित करके वोटर लिस्ट से गायब!
कई मृतक लोगों के नाम लिस्ट में अब भी मौजूद!
चुनाव आयोग, पहचान के लिए आधार कार्ड तक मानने को तैयार नहीं!
"अगर मैं कह रहा हूँ कि मैं भारतीय नागरिक हूँ, तो इसकी जांच चुनाव आयोग की ज़िम्मेदारी है… लेकिन यहाँ तो कोई सुनवाई ही नहीं," सिब्बल ने कहा।
चुनाव आयोग का बचाव:
ECI की ओर से वकील राकेश द्विवेदी ने कहा—
SIR अभी फाइनल नहीं हुआ है, फिलहाल सिर्फ ड्राफ्ट लिस्ट जारी हुई है।
लोगों को एक महीने का समय दिया गया है कि वे अपनी आपत्तियां और सुधार आवेदन दे सकें।
ड्राफ्ट में कमियां होना स्वाभाविक है, इन्हें सुधारकर ही फाइनल लिस्ट आएगी।
सवाल जस का तस:
क्या यह सिर्फ "कमियां" हैं या लोकतंत्र को अंदर से खोखला करने की सुनियोजित साज़िश?