मीडिया के साथ मैंने 25 साल पुरे कर लिए हैँ। इस लम्बी अवधि में मैंने दैनिक जागरण,आउटलूक, इंडिया टुडे ग्रुप, इंडियन एक्सप्रेस, जैन टीवी, सीएनईबी न्यूज़, ताज़ा टीवी, साधना न्यूज़,आज़ाद न्यूज़, आर्यावर्त, इंडियन नेशन आदि प्रिंट और न्यूज़ चैनलों के साथ काम किया।
90 के दशक में ही मेरे संघर्ष की शुरुआत हो चुकी थी। इंटर की पढ़ाई के साथ -साथ मैं विजयश्री पिक्चर्स, मारुती इंटरनेशनल, शिवा इंटरनेशनल और सुमीरा फिल्म
्स में नौकरी करता रहा और साल 1997 में मीडिया में कदम रखा। पटना से प्रकाशित टेबलोएड 'लोक आस्था' (साप्ताहिक) को मैंने बतौर रिपोर्टर / फोटोग्राफर ज्वाइन किया जिसके संपादक श्री विजय रंजन थे। इस संस्थान में कुछ महीनों तक काम करने के उपरान्त मुझे दैनिक जागरण के तत्कालीन बिहार ब्यूरो प्रमुख जनाब रियाज़ अज़ीमाबादी साहब से काम का ऑफर मिला और क्राइम रिपोर्टर के तौर पर मैंने दैनिक जागरण को लम्बे वक़्त तक अपनी सेवाएं दी। यह वो दौर था जब दैनिक जागरण का प्रकाशन बिहार से नहीं हो रहा था और पटना के एकजीबीशन रोड स्थित कार्यालय से प्रदेश की सभी प्रमुख खबरें उत्तर प्रदेश एवं दिल्ली स्थित ऑफिस को भेजी जाती थी। 12 अप्रैल साल 2000 के दिन जब दैनिक जागरण का पटना से प्रकाशन आरम्भ हुआ तो मैंने जागरण से खुद को अलग कर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का रुख किया और जैन टीवी के साथ अपनी नई पारी की शुरुआत की। निजी क्षेत्र में भारत के इस पहले न्यूज़ चैनल के साथ काम कर मैंने टीवी पत्रकारिकता को सीखा और फिर कभी पलट कर पीछे नहीं देखा। इस संस्थान ने हमें प्रिंट और टीवी पत्रकारिता का न केवल फर्क समझाया बल्कि मीडिया मार्केटिंग के गुर भी बताये।
बदलते वक़्त के साथ मेरी ज़िन्दगी में कई अखबार, न्यूज़ चैनल्स, टीवी चैनल्स और पत्र- पत्रिकों के दस्तक दी और परिस्तिथियों के हिसाब से मैं उनके साथ चलता रहा। 25 सालों के इस लम्बे सफर में मैंने कई बड़ी खबरों को ब्रेक किया, अच्छी स्टोरी दर्शकों तक पहुंचाई, अपने राज्य और देश के कई प्रसिद्ध राजनेताओं और बॉलीवुड के कलाकारों का इंटरव्यू किया और आज एक बार फिर मैं अपने डीएपी टीवी नेटवर्क के साथ आपके सामने हाज़िर हूँ।
वक्त तेज़ी से बदल रहा हैं और मीडिया में भी बड़ा बदलाव आया हैं। सोशल एवं डिजिटल मीडिया ने दर्शकों को कई अधिकार प्रदान किये हैँ जिनमे सब्सकराईब,लाईक,अंलाईक,फॉलो, कमैंट्स आदि फीचर्स शामिल हैँ और यही अधिकार प्रिंट और टीवी के मामलों में आज भी उनसे कोसों दूर हैं। टेलीविज़न और सोशल मीडिया की पत्रकारिता का तरीका एक सा है लेकिन दर्शकों के हमसे जुड़ने का तरीका बिलकुल अलग। टेलीविज़न के दर्शक हमसे डीटीएच अथवा लोकल केबल नेटवर्क के जरिए जुड़ते हैं तो सोशल मीडिया के दर्शक पेज फॉलो और सब्सकराईब के द्वारा।
हमने अपने दर्शकों के लिए विभिन्न प्रकार के रोचक कार्यक्रमों की रुपरेखा तैयार की है जिसकी शुरुआत हम " ख़ास मुलाक़ात" नामक कार्यक्रम से करने जा रहे हैं। चार बेहतरीन कैमरों से शूट होने वाले इस शो को हम Full HD अथवा 4K क्वालिटी में अपने दर्शकों के समक्ष प्रस्तुत करेंगे।
ख़ास मुलाक़ात में हम आपको देश की उन शख्शियतों से रू-ब-रू करवाएंगे जो भारत के पिलर्स, आईकन्स और विज़नरीज के रूप में पहचान रखते हैं साथ ही वैसी हस्तियों का ख़ास तौर पर ध्यान रखा जाएगा जिनका देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान है।
हमारे चैनल से आप आज ही जुड़े और दूसरों को भी प्रेरित करें ताकि बुलंद भारत की बुलंद तस्वीर बनाने में जिनका योगदान है उनसे आपकी मुलाक़ात ख़ास और यादगार हो।
दिनेश आनंद
प्रधान संपादक