Ashish media

Ashish media तीसरी आंख

03/02/2025

मधुबनी से जयनगर के तरफ जाती ट्रेन

बड़ी खबरजम्मू-कश्मीर के गांदरबल में 7 निर्दोष लोगो की हत्या करने वाले आतंकवादी की तस्वीर सुरक्षा एजेंसियों ने जारी किया।
24/10/2024

बड़ी खबर

जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में 7 निर्दोष लोगो की हत्या करने वाले आतंकवादी की तस्वीर सुरक्षा एजेंसियों ने जारी किया।

एक ऐसा मंदिर जिसे इंसानों ने नहीं बल्कि भूतों ने बनाया था? भगवान शिव का प्राचीन मंदिर । मुस्लिम शासकों ने इसे तोड़ने के ...
11/10/2024

एक ऐसा मंदिर जिसे इंसानों ने नहीं बल्कि भूतों ने बनाया था?

भगवान शिव का प्राचीन मंदिर । मुस्लिम शासकों ने इसे तोड़ने के लिए गोले तक दागे, लेकिन ग्वालियर चंबल अंचल के बीहड़ों में बना सिहोनिया का ककनमठ मंदिर आज भी लटकते हुए पत्थरों से बना हुआ है । चंबल के बीहड़ में बना ये मंदिर 10 किलोमीटर दूर से ही दिखाई देता है. जैसे-जैसे इस मंदिर के नजदीक जाते हैं इसका एक एक पत्थर लटकते हुए भी दिखाई देने लगता है. जितना नजदीक जाएंगे मन में उतनी ही दहशत लगने लगती है. लेकिन किसी की मजाल है, जो इसके लटकते हुए पत्थरों को भी हिला सके. आस-पास बने कई छोटे-छोटे मंदिर नष्ट हो गए हैं, लेकिन इस मंदिर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा. मंदिर के बारे में कमाल की बात तो यह है कि जिन पत्थरों से यह मंदिर बना है, आस-पास के इलाके में ये पत्थर नहीं मिलता है.

इस मंदिर को लेकर कई तरह की किवदंतियां हैं. पूरे अंचल में एक किवदंती सबसे ज्यादा मशहूर है कि मंदिर का निर्माण भूतों ने किया था. लेकिन मंदिर में एक प्राचीन शिवलिंग विराजमान है, जिसके पीछे यह तर्क दिया जाता है कि भगवान शिव का एक नाम भूतनाथ भी है. भोलेनाथ ना सिर्फ देवी-देवताओं और इंसानों के भगवान हैं बल्कि उनको भूत-प्रेत व दानव भी भगवान मानकर पूजते हैं. पुराणों में लिखा है कि भगवान शिव की शादी में देवी-देवताओं के अलावा भूत-प्रेत भी बाराती बनकर आए थे और इस मंदिर का निर्माण भी भूतों ने किया है.

कहा जाता है कि रात में यहां वो नजारा दिखता है, जिसे देखकर किसी भी इंसान की रूह कांप जाएगी. ककनमठ मंदिर का इतिहास करीब एक हज़ार साल हजार पुराना है. बेजोड़ स्थापत्य कला का उदाहरण ये मंदिर पत्थरों को एक दूसरे से सटा कर बनाया गया है. मंदिर का संतुलन पत्थरों पर इस तरह बना है कि बड़े-बड़े तूफान और आंधी भी इसे हिला नहीं पाई. कुछ लोग यह मानते हैं कि कोई चमत्कारिक अदृश्य शक्ति है जो मंदिर की रक्षा करती है. इस मंदिर के बीचो बीच शिव लिंग स्थापित है. 120 फीट ऊंचे इस मंदिर का उपरी सिरा और गर्भ गृह सैकड़ों साल बाद भी सुरक्षित है.

इस मंदिर को देखने में लगता है कि यह कभी भी गिर सकता है.. लेकिन ककनमठ मंदिर सैकडों सालों से इसी तरह टिका हुआ है यह एक अदभुत करिश्मा है. इसकी एक औऱ ये विशेषता है..कि इस मंदिर के आस पास के सभी मंदिर टूट गए हैं , लेकिन ककनमठ मंदिर आज भी सुरक्षित है. मुरैना में स्थित ककनमठ मंदिर पर्यटकों के लिए विशेष स्थल है. यहां की कला और मंदिर की बड़ी-बड़ी शिलाओं को देख कर पर्यटक भी इस मंदिर की तारीफ करने से खुद को नहीं रोक पाते. मंदिर की दीवारों पर देवी-देवताओं की प्रतिमायें पर्यटकों को खजुराहो की याद दिलाती हैं. मगर प्रशासन की उपेक्षा के चलते पर्यटक यदा-कदा यहां आ तो जाते हैं.

27/09/2024

यूपी : मुरादाबाद में ट्रैक्टर के नीचे दबकर लोकेश उर्फ सोनू की मौत पर बवाल, भीड़ ने पुलिसकर्मियों को पीटा।

लोकेश खेत से मिट्टी लेने गया था। आरोप है कि सिपाही अनीस और नरेश ने उससे 500 रुपए मांगे। सिपाहियों के पीछा करने पर अनियंत्रित ट्रैक्टर पलट गया। दोनों सिपाहियों पर FIR दर्ज हुई।

बिहार : समस्तीपुर में स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव, कई लोग हुए घायल, बिहार पुलिस आरपीएफ मौके पर कर रही है ...
27/09/2024

बिहार : समस्तीपुर में स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव, कई लोग हुए घायल, बिहार पुलिस आरपीएफ मौके पर कर रही है मामले की जांच

यूपी के गोंडा में रेल हादसा : चंडीगढ से आ रही डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस पटरी से उतरी, 4 की मौत, AC समेत 15 कोच पटरी से उतरे, 2 ...
18/07/2024

यूपी के गोंडा में रेल हादसा : चंडीगढ से आ रही डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस पटरी से उतरी, 4 की मौत, AC समेत 15 कोच पटरी से उतरे, 2 यात्रियों के पैर कटे, 20 से ज्यादा घायल हैं।
हादसा इतना भीषण है कि ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से 100 मीटर दूर तक गिरे हैं। एसी कोच के डिब्बों की खिड़कियों के शीशे तोड़कर यात्री बाहर आए।

16/07/2024

विकासशील इंसान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की धारदार हथियार से निर्ममता से हत्या। दरभंगा जिले के विरौल थाना क्षेत्र के सुपौल का मामला

आज 46 साल बाद पुरी जगन्नाथ मंदिर का खजाना खोल दिया गया है. यहां सांपों की मौजूदगी की आशंका को लेकर स्नेक हेल्पलाइन के सा...
14/07/2024

आज 46 साल बाद पुरी जगन्नाथ मंदिर का खजाना खोल दिया गया है. यहां सांपों की मौजूदगी की आशंका को लेकर स्नेक हेल्पलाइन के साथ ही मेडिकल टीम भी मौजूद रही ।

14 जुलाई 2024 को कोसी नदी का ठहरा हुआ पानी
14/07/2024

14 जुलाई 2024 को कोसी नदी का ठहरा हुआ पानी

प्रयागराज - इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन का बड़ा फैसलावकील अब जजेज को नहीं कहेंगे माई लार्ड या योर लॉर्डशिपइलाहाबाद HC...
12/07/2024

प्रयागराज - इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन का बड़ा फैसला

वकील अब जजेज को नहीं कहेंगे माई लार्ड या योर लॉर्डशिप

इलाहाबाद HC बार एसोसिएशन ने पास किया रेजोल्यूशन

अब सर, योर ऑनर या फिर माननीय कहा जाएगा

रेजोल्यूशन में कहा गया कि जजेज कतई भगवान नहीं है

हाईकोर्ट जज भगवान नहीं, पब्लिक सर्वेंट हैं - रेजोल्यूशन

35 लाख की चीनी खा गए बंदर,इस सवाल पर जब फंस गए अधिकारीअलीगढ़। कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में बंदरों द्वारा 35 ल...
12/07/2024

35 लाख की चीनी खा गए बंदर,इस सवाल पर जब फंस गए अधिकारी

अलीगढ़। कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में बंदरों द्वारा 35 लाख रुपये से अधिक कीमत की चीनी खाने का हैरतअंगेज मामला सामने आया था। इस मामले में अफसर अब फंसते नजर आ रहे हैं।दरअसल कुछ साल पहले अलीगढ़ के साथा चीनी मिल में भारी मात्रा में चीनी रखी हुई थी, लेकिन कुछ समय पहले जब इस मिल का ऑडिट हुआ तो 1137 क्विंटल चीनी गायब मिली। इस चीनी की बाजार में कीमत 35 लाख रुपये से अधिक है। इसको लेकर जब अधिकारियों से सवाल पूछे गए तो उनका जवाब आया कि चीनी तो बंदर खा गए हैं। ये हैरतअंगेज मामला सामने आने के बाद अब एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक साथा चीनी मिल साल 2021 के बाद से ही बंद है, लेकिन उसमें बचा हुआ चीनी का स्टॉक रखा गया था।

इसे लेकर एक दिन जिला लेखा अधिकारी,पंचायत लेखा समिति और सहकारी समितियों की टीम जब ऑडिट करने पहुंची तो उन्हें पता चला कि यहां रखी हुई चीनी में से 1137 क्विंटल चीनी का अब कोई अता पता नहीं है, जबकि इससे पहले जब अक्टूबर 2023 में ऑडिट किया गया था तो यहां रखी गई चीनी का हिसाब बिल्कुल सही मिला था। अब ऐसे में सवाल ये है कि आखिर कुछ महीने के अंदर ही मिल से 1137 क्विंटल चीनी कहां गयी। इसके बारे में जब संबंधित अधिकारियों से पूछताछ की गई तो वो कोई तार्किक जवाब नहीं दे पाए। अब इस मामले की चल रही है।

1137 क्विंटल चीनी के गायब होने के बारे में जब संबंधित अधिकारियों से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मिल में काफी बंदर आते हैं।हो सकता है बंदर ही चीनी खा गए हों। बरहाल चीनी गायब होने के पीछे एक कारण बारिश को भी बताया गया है, लेकिन सवाल यह है कि अगर बारिश से चीनी खत्म होती तो सिर्फ 1137 क्विंटर ही क्यों खत्म होती, बाकी चीनी कैसे बची हुई है।

अब ऐसे में सवाल यह भी उठता है कि आखिर अधिकारियों की लापरवाही से जितनी चीनी गायब हुई है उसकी भरपाई अब कौन करेगा। बीते दिनों जो ऑडिट हुआ था उसमें संबंधित अधिकारियों को ही दोषी बताया गया था।

आइशा खातुनपिता मो. अख्तर मियांपता : सीफता बस्ती, राजगढ़ बाह्रदशी (1)  झापा, नेपालउम्र : छह (6)  साल ने अपनी जिंदगी का पह...
25/03/2024

आइशा खातुन
पिता मो. अख्तर मियां
पता : सीफता बस्ती, राजगढ़ बाह्रदशी (1) झापा, नेपाल
उम्र : छह (6) साल ने अपनी जिंदगी का पहला रोज़ा रखा

इसका हौसला बढ़ाएं

Address

Patna
800002

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Ashish media posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to Ashish media:

Share