
30/07/2025
भविष्य की चुनौतियों को देखते हुए किसानों का मार्गदर्शन करें - डॉ. वी. वी. सिंह
भरतपुर (राजस्थान), जय हिन्द Newz
रिपोर्ट : डॉ अशोक शर्मा
31 जुलाई 2025 : भारतीय सरसों अनुसंधान संस्थान की ओर से 29 - 30 जुलाई 2025 के दौरान कृषि विभाग, बागवानी विभाग और गैर सरकारी संगठनों के विस्तार कर्मियों के लिए पीएमयू स्तरीय कार्यशाला के साथ दो दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।
इस दौरान संस्थान के निदेशक डॉ. वी. वी. सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि विस्तार कर्मियों को नवीनतम तकनीकों, सरकारी योजनाएं और कार्यक्रम के बारे में अच्छी तरह से जानकारी और कौशल होना चाहिए ताकि लाभार्थियों और हितधारकों का उचित मार्गदर्शन कर सके। उन्होंने कहा कि
जलवायु परिवर्तन को देखते हुए, हमें किसानों का इस तरह मार्गदर्शन करना होगा ताकि वे किसी भी तरह के परिवर्तनों का सामना कर सकें। उन्हें न केवल उत्पादन के बारे में ज्ञान और कौशल प्रदान करने की आवश्यकता है, बल्कि उनके उत्पाद के उचित विपणन और मूल्य संवर्धन की भी जरूरत है ।
इस अवसर पर आर. के. सिंह, कृषि एवं खाद्य मूल्य श्रृंखला विशेषज्ञ, परियोजना प्रबंधन समिति ने प्रतिभागियों को राजस्थान वाटरशेड आजीविका सुधार परियोजना के उद्देश्य और कार्यान्वयन, लखपति दीदी गतिविधि के लिए डब्ल्यू- एफआईजी और डब्ल्यू-पीजी गठन, क्लस्टर निर्माण और रिपोर्टिंग के बारे में जानकारी दी। परियोजना के तकनीकी सहायक, अनीता कुमारी और जगदीश कुमार ने प्रतिभागियों को कार्यक्रम के विभिन्न पहलुओं और कार्यान्वयन प्रक्रिया से अवगत कराया।
इस अवसर पर प्रशिक्षण समन्वयक डॉ. अशोक शर्मा ने कहा कि कार्यक्रम का इस कार्यशाला का उद्देश्य विभिन्न योजनाओं, इसके घटकों, प्रक्रिया, वित्तपोषण आदि के बारे में जागरूकता पैदा करना है। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम राजस्थान सरकार के सिंचाई विभाग द्वारा राजस्थान वाटरशेड आजीविका सुधार कार्यक्रम के अंतर्गत प्रायोजित है, जिसे जापान अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एजेंसी द्वारा वित्त पोषित किया गया है। इस अवसर पर संस्थान के वैज्ञानिक डॉ. पी. डी. मीणा, डॉ. अशोक शर्मा, डॉ. विनोद कुमार, डॉ. एम.एल. दोतानिया, डॉ. अरुण कुमार ने अपने-अपने व्याख्यान दिए। प्रतिभागियों को जैविक और प्राकृतिक खेती की अवधारणा, फसलों के लिए एकीकृत प्रबंधन आदि पर प्रशिक्षण दिया गया।
इस कार्यक्रम में डीग, भरतपुर और करौली जिलों के 37 प्रसार अधिकारियों ने भाग लिया। समापन समारोह में प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अशोक कुमार शर्मा तथा डॉ. विनोद कुमार ने किया।