
03/09/2025
नीली जर्सी पहनकर जब अनुष्का कुमारी मैदान पर उतरती हैं, तो गोलपोस्ट काँप उठता है।
सिर्फ 14 साल की उम्र में अब तक 7 इंटरनेशनल मैचों में दाग चुकी हैं 10 गोल! हाल ही में भूटान के खिलाफ SAFF U-17 Women’s Championship में अनुष्का ने सिर्फ़ 19 मिनट में जड़ा हैट्रिक—पहला गोल शानदार फ्री-किक से, फिर दो ज़बरदस्त स्ट्राइक से।
झारखंड के छोटे से गाँव रुका से निकली मज़दूर पिता की बेटी अनुष्का ने 6 साल की उम्र में गेंद उठाई और कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। 11 साल की उम्र में हजारीबाग के रेज़िडेंशियल गर्ल्स फ़ुटबॉल सेंटर में दाख़िला लिया, वहीं से सपनों की उड़ान शुरू हुई।
2024 के SAFF U-16 चैंपियनशिप में भी हर मैच में गोल दागते हुए वे टॉप स्कोरर बनीं। और अब थिम्फू में भूटान पर 8-0 की जीत में उनकी हैट्रिक ने भारत को तीसरी लगातार जीत दिलाई। टूर्नामेंट के अंत में उन्होंने 8 गोल कर टॉप स्कोरर का खिताब अपने नाम किया।
गाँव की मिट्टी से इंटरनेशनल गोल मशीन तक का सफ़र बताता है—कहाँ से शुरू करते हो, ये मायने नहीं रखता। असली बात है, कितनी दूर तक जाते हो।