
12/05/2025
**अख्ता घाट पुल निर्माण: जनता की ज्वलंत मांग और धरना का समर्थन**
अख्ता घाट पुल निर्माण को लेकर चल रहा अनिश्चितकालीन धरना अब स्थानीय और राजनीतिक समर्थन प्राप्त कर रहा है। पुल न होने की वजह से आम जनता को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। आवागमन बाधित है, व्यापार प्रभावित हो रहा है, और छात्रों तथा मरीजों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में अपार परेशानियां हो रही हैं।
धरना स्थल पर पूर्व विधायक अमित कुमार टुना जी के आगमन ने इस आंदोलन को और मजबूती दी है। उन्होंने प्रदर्शनकारियों का समर्थन करते हुए सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द इस घाट पर पुल का निर्माण कराया जाए। उनका कहना है कि यह सिर्फ एक स्थानीय मांग नहीं बल्कि एक बुनियादी आवश्यकता है, जिससे हजारों लोगों को राहत मिल सकती है।
इस आंदोलन की जड़ें जनता की आकांक्षाओं और वर्षों की उपेक्षा से जुड़ी हुई हैं। पुल निर्माण की मांग लंबे समय से उठ रही है, लेकिन अब यह एक संगठित आवाज में तब्दील हो चुकी है। ग्रामीणों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का मानना है कि यदि सरकार इस पर शीघ्र निर्णय नहीं लेती, तो विरोध और तेज होगा।
सरकार को चाहिए कि वह जनता की इस मांग को गंभीरता से लेकर उचित कदम उठाए। बुनियादी ढांचे का विकास सिर्फ सुविधा नहीं, बल्कि नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने का एक अहम माध्यम है। अख्ता घाट पुल का निर्माण न केवल आवागमन सुगम बनाएगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था और विकास को भी गति देगा।
यह आंदोलन जनता के संकल्प और सरकार से जवाबदेही की उम्मीद को दर्शाता है। अब समय आ गया है कि प्रशासन इस मांग को टाले नहीं, बल्कि ठोस कार्ययोजना बनाकर इसके निर्माण को प्राथमिकता दे।