30/11/2025
महिला एवं नवजात के मौत पर महादेव अस्पताल एवं माँ बच्चा अस्पताल को किया गया सिल
रविवार को रफीगंज शहर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के समीप महादेव अस्पताल एवं कासमा रोड स्थित माँ बच्चा अस्पताल को अंचलाधिकारी भारतेंदु,चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अरविंद कुमार केसरी एवं एसआई आकाश कुमार दोनों अस्पताल में बारी बारी से दलबल के साथ पहुंचे और सील कर दिया।अंचलाधिकारी भारतेंदु बताया कि महिला एवं नवजात की मौत के बाद दोनोंअस्पताल पर कार्रवाई की गयी है।घटना से सम्बंधित महुआइन गांव निवासी अखिलेश चौधरी द्वारा रफीगंज थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है जिसमें महादेव अस्पताल के डॉक्टर महादेव यादव, एएनएम राधा देवी,मां बच्चा अस्पताल के डॉक्टर विकाश कुमार, सुभाष कुमार एवं महुआइन गांव की आशा कार्यकर्ता ललिता देवी को नामजद आरोपित बनाया है।जिसमें उल्लेख किया गया है कि अपनी पत्नी 27वर्षीय शोभा देवी को प्रसव के लिए 27 नवंबर 2025 को दोपहर 2 बजे रफीगंज के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया था। सरकारी अस्पताल में डॉक्टर लालजी यादव और एक ANM द्वारा जाँच के बाद बताया गया कि मरीज की स्थिति ठीक' है, और प्रसव सामान्य हो जाएगा, जिसमें थोड़ा समय लगेगा। इसी बीच
ललीता देवी ने उन्हें सरकारी अस्पताल में प्रसव ठीक से न होने की बात कहकर 'महादेव अस्पताल' जाने की सलाह दी। 27 नवंबर की पूरी रात सरकारी अस्पताल में इंतजार किया, लेकिन वहाँ किसी डॉक्टर या नर्स ने उनकी पत्नी को कोई इलाज नहीं दिया। आशा कार्यकर्ता की सलाह पर परिवार ने अपनी मरीज को 28 नवंबर 2025 को करीब 1बजे महादेव अस्पताल में भर्ती कराया। महादेव अस्पताल में डॉ. महादेव यादव और अवकाश प्राप्त ANM राधा देवी ने कथित तौर पर परिजनों को बताया कि मरीज की स्थिति ठीक नहीं है और जितनी जल्दी हो सके, ऑपरेशन कराना होगा। ऑपरेशन से पहले उनसे 30,000 रु जमा करने के लिए कहा गया।
परिजनों ने तुरंत 30,000 जमा कर दिए, जिसके बाद शोभा देवी का ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन के थोड़ी देर बाद डॉक्टर ने परिजनों को बताया कि महिला और नवजात दोनों सीरियस हैं।
डॉ महादेव द्वारा कासमा रोड स्थित मां बच्चा अस्पताल में हमारे बच्चे को साथ ले जाकर भर्ती करवाया गया। जहां बच्चा अस्पताल के डॉ विकास कुमार द्वारा बताया गया कि बच्चा सीरियस है 20 हजार रुपए जमा करें। इसके कुछ देर बाद बताया गया कि बच्चे की स्थिति ठीक नहीं है रेफर करना होगा। जब बच्चे को देखा तो वो मृत अवस्था में पड़ा हुआ था। दूसरी तरफ डॉ महादेव के द्वारा एंबुलेंस बुलाकर हमारे परिजन के साथ मेरी पत्नी को गया के किसी अस्पताल में भेज दिया गया तथा डॉ महादेव एवं सभी स्टाफ अस्पताल छोड़कर फरार हो गया।प्राथमिकी दर्ज होते ही पुलिस हरकत में आयी और छानबीन शुरू कर दिया। इधर महिला और नवजात की मौत की खबर पर जदयू विधायक प्रमोद कुमार सिंह परिजनों से आकर मिले औरविधायक ने औरंगाबाद डीएम श्रीकांत शास्त्री से फोन पर बातचीत किया। डीएसपी सह थानाध्यक्ष अभिषेक कुमार ने बताया कि महिला को यहां से पटना कदम कुंआ भेजा गया था।जहां वह मृत पाई गई।इसके बाद भी वहां के अस्पताल वाले परिजनों से 80हजार का डिमांड किये जाने की बात बताई गई।पुलिस के फोन करने पर शव दिया।जिसे रफीगंज थाना लाया गया।जहां से महिला एवं नवजात के शव सदर अस्पताल औरंगाबाद भेजकर पोस्टमार्टम कराया गया।और अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया।वहीं वरीय अधिकारियों के निर्देश पर अवैध अस्पतालों में छापामारी कर दोनों अस्पताल को सील कर दिया गया। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है।