24/05/2025
एक और रोगी को मिला विशुद्ध आयुर्वेदीय चिकित्सा से गंभीर समस्या में लाभ.....35 वर्षीय महिला रुग्ण जो पिछले 3 वर्ष से पाचन तंत्र के विकार से जूझ रही थीं,बीमारी का भय रोगी पर इतना हावी हो चुका था कि उन्हें खाना खाने से भी डर लगता था।क्योंकि पेट में कुछ भी भोजन जाने के तत्काल बाद ही वह भोजन उल्टी के माध्यम से शरीर से बाहर निकल आता था। रोगी को हर 10 मिनट में डकारें आती रहती हैं।कुछ भी ठीक से नहीं खा पाने के कारण उनका वजन भी काफी घट चुका था। आधुनिक चिकित्सा परामर्श में उन्हें शल्य चिकित्सा का सुझाव दिया गया था,जिससे रोगी और भी घबराई हुई थीं।तब उनके जीवन में आयुर्वेद की एंट्री हुई एवं 2 माह की सतत चिकित्सा उपरांत आज रोगी स्वास्थ्य लाभ कर सामान्य मनुष्य की भांति भोजन भी कर पा रही हैं और आयुर्वेद चिकित्सा के प्रति उनका विश्वास सुदृढ़ हो चुका है।
#आयुर्वेद_है_तो_संभव_है