
11/06/2025
स्नान पूर्णिमा की शुभकामनाएं 🙏🏻
जेष्ठ मास की पूर्णिमा तिथि को महाप्रभु जगन्नाथ को सहस्त्रधारा स्नान कराया जाता है जिसे स्नान यात्रा कहते हैं।
इसके बाद उनका स्वास्थ्य अनुकूल नहीं होता और मंदिर के कपाट 15 दिनों के लिए बंद कर दिए जाते हैं ,महाप्रभु जगन्नाथ को केवल काढ़ा और फल का भोग लगता है ।
15 दिनों के बाद जब मंदिर के कपाट खुलते हैं तो महाप्रभु के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ती है ।
और
महाप्रभु जगन्नाथ की रथ यात्रा प्रारंभ हो जाती है।
महाप्रभु जगन्नाथ की स्नान यात्रा सौभाग्य का प्रतीक है ।
महाप्रभु जगन्नाथ लीलाधर एवं अनेक तरह के लीलाओं के द्वारा अपने भक्तों को संदेश देते हैं ।
वे जीवन चक्र का सही अर्थ भक्तों को समझाते हैं।
महाप्रभु जगन्नाथ से प्रेरणा लेकर हम भी अपने जीवन को सार्थक बनाएं ।
तो आए मिलकर महाप्रभु जगन्नाथ के स्नान पूर्णिमा उत्सव में हम भी रंग जाए।