20/07/2023
यशस्वी जायसवाल ने डेब्यू टेस्ट में अपनी सेंचुरी माता-पिता को डेडिकेट की। वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में शतक लगाने के बाद 21 साल के भारतीय ओपनर बोले, 'काफी इमोशनल मोमेंट था मेरे लिए, मैं इसे अपने माता-पिता को डेडिकेट करना चाहूंगा। बैटिंग अब भी जारी है, डबल सेंचुरी का नहीं सोच रहा, टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाने पर फोकस है।'
वहीं शतक के बाद यशस्वी के पिता भूपेंद्र जायसवाल कावड़ यात्रा करने निकल गए थे। उन्होंने कहा था, 'भोलेबाबा से यही मांगूंगा कि बेटा मेरा दोहरा शतक मारे और उसकी (यशस्वी) मेहनत सफल हो।'
हालांकि यशस्वी ने साफ किया वे डबल सेंचुरी का न सोचकर टीम के स्कोर पे फोकस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 'बैटिंग जारी है, कोशिश यही रहेगी कि मैं टीम के लिए जितना लम्बा हो सके उतना खेलता रहूं। ये मेरे करियर का स्टार्ट ही है, कोशिश तो यही है कि अपने आप को आगे भी फोकस और डिसिप्लिन में रख सकूं। आगे भी मेरी कोशिश रहेगी कि टीम को कैसे अच्छा स्टार्ट दिलाऊं। पर्सनल स्कोर से ज्यादा टीम के लिए अच्छा करने पर ध्यान दे रहा हूं।'
'सेंचुरी लगाना मेरे लिए काफी इमोशनल मोमेंट था। परिवार और जिन लोगों ने भी मुझे सपोर्ट किया, उन सभी को मैं थैंक्यू बोलना चाहूंगा। मेरी जर्नी (सफर) काफी लम्बी रही, मुझे यहां तक पहुंचाने में कई लोगों का सपोर्ट रहा। मैं अपने मां-बाप को ये सेंचुरी डेडिकेट करना चाहूंगा, मेरे करियर में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा।'
बहरहाल रोहित शर्मा और यशस्वी ने 229 रन की बड़ी साझेदारी के साथ अपने अपने शतक भी पूरे कर भारत का पलड़ा भारी कर दिया है।