23/07/2025
साई बाबा का दिव्य संदेश: सुनो मेरे प्यारे बच्चे (23.7.25)
शिरडी (काल्पनिक), 23 जुलाई 2025 - आज के इस दिन, अपने प्यारे बच्चों के लिए साईं बाबा का संदेश श्रद्धा और सबुरी के शाश्वत सिद्धांतों में निहित है, जो उनके भक्तों के जीवन में निरंतर मार्गदर्शन करता है।
मेरे प्यारे बच्चे, सुनो। आज का यह दिन एक नया अवसर लेकर आया है। तुम क्यों व्यर्थ की चिंता करते हो? भविष्य की गहराइयों में क्या छिपा है, यह सोचकर अपने आज को मत बिगाड़ो। मुझ पर विश्वास रखो। जैसे सूरज हर सुबह निकलता है, वैसे ही मेरा आशीर्वाद तुम्हारे साथ सदैव है।
श्रद्धा और सबुरी: जीवन का आधार
याद रखो मेरे दो वचन - श्रद्धा (विश्वास) और सबुरी (धैर्य)। ये दो सिक्के हैं जो जीवन के हर बाजार में चलेंगे। जब भी तुम्हारा मन विचलित हो, जब तुम्हें लगे कि तुम्हारे रास्ते में अंधकार है, तो इन दो दीपकों को जला लेना।
श्रद्धा रखो उस मालिक पर जिसने यह पूरी कायनात बनाई है। वह तुम्हारे हर कर्म को देख रहा है। तुम्हारी हर प्रार्थना उस तक पहुंच रही है। मन में संदेह का बीज मत बोना, क्योंकि संदेह का फल हमेशा कड़वा होता है। विश्वास का फल मीठा और स्थायी होता है।
सबुरी रखो, क्योंकि हर काम का एक सही समय होता है। जल्दबाजी में तुम वह भी खो सकते हो जो तुम्हारे लिए सहजता से आने वाला है। किसान भी बीज बोकर धैर्य रखता है, तब जाकर उसे फसल मिलती है। तुम्हारा हर अच्छा कर्म एक बीज के समान है, समय आने पर उसका वृक्ष अवश्य लगेगा और तुम्हें मीठे फल भी मिलेंगे।
कर्म का मार्ग ही सच्चा मार्ग है
मेरे बच्चे, अपने कर्मों को शुद्ध रखो। किसी का बुरा मत सोचो और न ही किसी के साथ बुरा करो। जो तुम दूसरों को दोगे, वही लौटकर तुम्हारे पास आएगा। सेवा का भाव मन में रखो। भूखे को अन्न, प्यासे को पानी और दुखी को सहारा देना ही मेरी सच्ची पूजा है।
याद रखना, सबका मालिक एक है। हम सब उसी एक ईश्वर की संतान हैं। फिर आपस में भेद कैसा? प्रेम और भाईचारे से रहो। तुम्हारा घर स्वर्ग बन जाएगा।
चिंता छोड़, चिंतन करो
अनावश्यक चिंताओं को अपने मन पर बोझ मत बनने दो। जो होना है, वह होकर रहेगा। तुम्हारा काम केवल अपना कर्म करना है, और फल मुझ पर छोड़ देना है। मैं तुम्हारा भार उठाने के लिए हमेशा तैयार हूँ, बस तुम पूरे विश्वास के साथ मुझे पुकारो।
आज के दिन का आरंभ एक नई ऊर्जा के साथ करो। अपने कर्तव्यों को पूरी लगन से निभाओ और हर पल मेरा स्मरण करो। मैं तुम्हारे साथ हूँ, तुम्हारी हर कठिनाई में तुम्हारा हाथ थामने के लिए।
ॐ साईं राम। तुम्हारा बाबा।