04/10/2025
गोड्डा: झारखंड सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा मदरसा आलिम-फाजिल डिग्री जो समकक्ष है स्नातक एवं स्नातकोत्तर के को असंवैधानिक करार दिए जाने के खिलाफ आज महागामा प्रखंड के दिग्घी स्थिति मदरसा में महाबैठक किया गया जिसमें रांची, दुमका, जामताड़ा, साहिबगंज, पाकूड से काफी संख्या में लोग शामिल हुए।
मुख्य अतिथि झारखंड छात्र संघ/आमया संगठन के अध्यक्ष एस अली ने कहा कि शिक्षा विभाग लगातार मुस्लिम समुदाय के शैक्षणिक व्यवस्था और नियमों पर बुलडोजर चला रहा है, पहले बिना समुचित जांच के 544 सरकारी उर्दू स्कूलों का स्टेटस छीन सामान्य विद्यालय बनाकर जुमा की छुट्टी समाप्त कर दिया, फिर संयुक्त बिहार से वर्ष 1999 में प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय के लिए मिले 4401 उर्दू सहायक शिक्षक के पद में रिक्त 3712 पदों को स्नातक टेट उत्तीर्ण से भरने के बजाए सरेंडर कर सहायक आचार्य पद बनाकर ग्रेड पे आधा कर दिया, मुस्लिम त्यौहारों की छुट्टी में कटौती कर दिया गया।
अब 05 नवम्बर 2024 को सुप्रीम कोर्ट द्वारा उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड के लिए दिए गए फैसले को आधार बनाकर झारखंड में झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा दी जा रही आलिम-फाजिल डिग्री को असंवैधानिक करार देकर मान्यता समाप्त करने की प्रयास की जा रही है, जबकि जैक को आलिम-फाजिल डिग्री लेने के लिए झारखंड सरकार ने 2003 में अधिक्रित किया है।
शिक्षा विभाग के बुलडोज नीति से हजारों आलिम-फाजिल डिग्री वाले प्रभावित होगें बहुत सा का सरकारी नौकरी जायेगा और जो तैयारी कर रहे थे वो सरकारी नौकरी से वंचित हो जाएगें।
जेएमएम कांग्रेस राजद महागठबंधन दल मुस्लिम समुदाय का शत-प्रतिशत वोट तो लेते है लेकिन उनके अधिकार और सम्मान से जुडें मुद्दों पर एक फीसदी भी काम नही करती है।
राज्य के मुख्यमंत्री, मंत्री, विधायक, सांसद की खामोशी अधिकारियों के गलत नीतियों का मौन समर्थन दे रहा है, इसलिए समाज के दानिश्वर, उलेमा, अंजुमन समाजिक संगठन को आलिम-फाजिल डिग्री के मामले पर पहल करनी चाहिए और लोकतांत्रिक व संवैधानिक तरीके से अभियान चलाकर निम्नलिखित मांगों को लागू कराना चाहिए।
(1) जैक द्वारा सत्र 2022-2023 तक दी गई आलिम- फाजिल डिग्री जो समकक्ष है स्नातक एवं स्नातकोत्तर के उसकी वैधानिक मान्यता बरकरार रखा जाए ।
(2) सहायक आचार्य भाषा पद के लिए D.V करा चुके आलिम प्रशिक्षित अभ्यार्थियों का रिजल्ट जारी किया जाए।
(3) माध्यमिक आचार्य नियुक्ति परीक्षा में फाजिल प्रशिक्षित अभ्यार्थियों को शामिल किया जाए।
(4) रांची विश्वविद्यालय से आलिम-फाजिल डिग्री की परीक्षा आयोजित कराया जाए।
गोड्डा में महाबैठक की अध्यक्षता मदरसा शिक्षक संघ के महासचिव हमीदुल गाजी ने किया बैठक में गोड्डा के बुद्धिजीवी सभी प्रखंडों के जिला परिषद, प्रमुख, मुखिया एवं पंचायत समिति शामिल हुए, इसमें मुख्य रूप से कार्यक्रम को सफल बनाने में दिग्घी गांव नौजवानों और बुद्धिजीवियों का सहयोग रहा।