16/08/2025
सूबे के मुख्यमंत्री Hemant Soren ने अपने सोशल मीडिया वॉल पोस्ट कर जताया पिता दिशोम गुरु शिबू सोरेन के ब्रह्मभोज में शामिल हुए आगंतुकों का आभार
देश के विभिन्न क्षेत्रों और राज्य के कोने-कोने से आज नेमरा की क्रांतिकारी भूमि पर आया विशाल जनसमूह अत्यंत भावुक करने वाला है। बाबा दिशोम गुरुजी के प्रति आप सभी के इस स्नेह, सम्मान और समर्पण के लिए मैं अनेक-अनेक धन्यवाद देता हूँ, आभार और जोहार करता हूँ।
झारखण्ड के करोड़ों लोगों के लिए वटवृक्ष जीवन जिया स्मृति शेष बाबा दिशोम गुरु शिबू सोरेन जी ने। वह वटवृक्ष जिसकी गहरी जड़ों ने यहां की वीर और क्रांतिकारी भूमि में हर कोने, हर घर तक पहुंचकर, अपनी विशाल छाया से सबको छांव दिया।
बाबा का महान जीवन झारखण्ड और राज्यवासियों के लिए, संघर्ष, त्याग और सेवा से परिपूर्ण रहा। उन्होंने झारखण्ड की आत्मा को सींचा, राज्य की अस्मिता की रक्षा की और जन-जन को पहचान व आत्मसम्मान दिलाया।
बाबा दिशोम गुरुजी की प्रेरणा ने कई पीढ़ियों को राह दिखाई है। यहां की माटी की सुगंध में, नदियों की गूंज में, पहाड़ों की दृढ़ता में और परंपराओं की गरिमा में - हर जगह बाबा दिशोम गुरुजी की अमिट छाप और आत्मा बसी हुई है। वह वटवृक्ष, जिसकी जड़ें अटूट हैं और जिसकी छाया आने वाली पीढ़ियों को सदियों तक संबल और मार्गदर्शन प्रदान करती रहेंगी।
दिशोम गुरु सिर्फ एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक विचार हैं - जो हमें हमारी जड़ों से जोड़े रखेंगे और झारखण्ड को उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ने की ताकत देते रहेंगे।
अंतिम जोहार बाबा....
वीर दिशोम गुरु शिबू सोरेन अमर रहें!
वीर दिशोम गुरु शिबू सोरेन जिंदाबाद!
जय झारखण्ड!