25/10/2025
C-306 देसी गेहू की पूरी जानकारी 🙏🙏
1. उत्पत्ति एवं रिलीज़
C-306 को Chaudhary Charan Singh Haryana Agricultural University (हिसार, हरियाणा) द्वारा विकसित किया गया था।
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यह 1965 में जारी हुई तथा 24 सितंबर 1969 को अधिसूचित हुई थी।
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इस किस्म का पैडिग्री (वंश-सूत्र) है: (REGENT 1974 × CH23) C5912 (P19 × C281) / (PV18 × C281) …
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2. मुख्य विशेषताएँ
अनाज: C-306 के दाने बड़े, आकर्षक, एम्बर रंग के होते हैं।
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गुणवत्ता: इसे चपाती बनाने के लिए बहुत अच्छी किस्म माना जाता है।
Department of Science & Technology
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पोषण: कुछ स्रोतों के अनुसार प्रोटीन ~10.87% और ग्लूटन ~8.33% है।
Sanesa Yourganic
उपयुक्त क्षेत्र: विशेष रूप से “शरबती-क्लास” (Sharbati-class) में आती है।
Sanesa Yourganic
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3. कृषि प्रोफ़ाइल (खेती तकनीक)
बुवाई का समय: रबी मौसम में, उत्तरी भारत में सामान्यतः 15 अक्टूबर से 31 अक्टूबर के बीच।
Kisaan Helpline
बीज दर: लगभग 30-35 किलोग्राम प्रति एकड़।
Kisaan Helpline
अवधि (मॅच्यूरिटी): लगभग 135-140 दिन।
Kisaan Helpline
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उपज क्षमता: मूल सूचना में औसत ~25 क्विंटल/हेक्टेयर, संभावित ~36 क्विंटल/हेक्टेयर।
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अनुकूल क्षेत्र: मुख्य रूप से उत्तर-पश्चिमी समतल क्षेत्र (NWPZ) व NEPZ भारत के।
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4. लाभ-पक्ष
चपाती बनाने के लिए उत्कृष्ट गुणवत्ता — स्वाद, बनावट दोनों में।
पारम्परिक/हेरिटेज किस्मों में स्थान — यदि आप “प्रिमियम गेहूँ” या विशेष बाज़ार लक्ष्य कर रहे हैं तो यह अच्छा विकल्प हो सकता है।
उस समय के लिए विकसित किस्में थीं जब उर्वरक, सिंचाई आदि सीमित थे — इसलिए कुछ कम-इनपुट स्थितियों में भी काम कर सकती है।
5. सीमाएँ / चुनौतियाँ
रोग-संकट: इस किस्म को «रस्ट» (leaf rust, stem rust) रोगों का ख़तरा अधिक माना गया है।
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ऊँचाई/लॉजिंग: यह एक पुरानी ऊँची किस्म है, इसलिए पाला, हवा-झोंके व मिट्टी की स्थिति पर लॉजिंग (पलटने) की संभावना बढ़ जाती है।
समापन गरमी (terminal heat stress) के प्रति संवेदनशील: चूंकि अवधि थोड़ी लंबी है, इसलिए यदि मौसम या बुवाई देर हो जाए तो असर हो सकता है।
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आधुनिक उच्च-उपज देने वाली व रोग-रोधी किस्मों की तुलना में उपज व सुरक्षा में पिछड़ सकती है।
6. खेती के सुझाव (आपके क्षेत्र: अंबाला, हरियाणा)
समय पर बुवाई करें — जैसे अंबाला जैसे क्षेत्र में अक्टूबर के मध्य तक।
उपयुक्त उर्वरक व सिंचाई दें — गुणवत्ता के लिए अच्छे पोषण व जल की व्यवस्था जरूरी।
रोग-नियंत्रण का ध्यान रखें — रस्ट रोग के लिए निरीक्षण व नियंत्रण आवश्यक।
सुधारित व समय-अनुकूल विकल्पों पर भी विचार करें — यदि बाज़ार मांग सामान्य है, तो आधुनिक किस्मों से बेहतर लाभ मिल सकते हैं।
यदि आप “प्रिमियम बाजार” हेतु (जैसे अच्छी चपाती बनाने वाला गेहूँ) उगाना चाहते हैं तो C-306 फायदेमंद हो सकती है।🙏🙏🙏 -306