
16/08/2025
गोगा जाहर पीर जी को जाहर पीर के नाम से भी जाना जाता है ये राजस्थान के एक प्रसिद्ध देवता हैं । उनका जन्म ददरेवा ( चुरु ) में हुआ था उन्हें गुरु गोरखनाथ का भक्त माना गया है । गोगा जी को चौहान वंश के राजपूत के रूप में भी जाना जाता है उन्हें गायों की रक्षा करने और आक्रांताओं से भी लड़ने के लिए जाना जाता है । गोगा जी का जन्म रानी बाछल की कोख से हुआ था । जिन्हें गुरु गोरखनाथ ने पुत्र प्राप्ति का आशीर्वाद दिया था । गोगाजी गुरु गोरखनाथ के शिष्य थे । और उन्होंने उनसे कई सिद्धियां प्राप्त की हैं । गोगाजी का चमत्कार ऐसा है कि उनको धोक लगाने के लिए जहरीले सांप और जंतु आते हैं । एक तरह से उनकी परेड ही निकलती है । और इस परेड को लोग दूर से देखना पसंद करते हैं यहां तक की पुलिस भी पास तक नहीं आती । गोगा जी के घोड़े का नाम जब्बड़िया था । गोगा जी के कोई पुत्र नहीं थे लेकिन लोक कथाओं में उनके दो पुत्र , के रूप में अर्जन और सर्जन का उल्लेख है । गोगा जी की मृत्यु महमूद गजनवी के साथ युद्ध में हुई थी । जहां उनके 47 पुत्र और 60 भतीजे भी शहीद हुए थे ।
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