29/05/2025
"कोड ऑफ लव" कहानी को आगे बढ़ाते हैं:
**करण और निशा की कहानी**
करण एक माहिर हैकर था, जो दुनिया के सबसे मजबूत पासवर्ड को तोड़ना चाहता था।
लेकिन जब उसने निशा को देखा, तो उसने महसूस किया कि उसका दिल एक अनहैकेबल पासवर्ड है।
निशा ने करण से पूछा - "तुम इतने माहिर हैकर हो, फिर भी तुम्हारा दिल क्यों नहीं हैक हो पा रहा है?"
करण ने कहा - "क्योंकि तुम्हारी आँखें मेरे दिल का पासवर्ड हैं।"
करण और निशा की मुलाकातें बढ़ने लगीं, और वे एक दूसरे के करीब आने लगे।
**करण ने निशा को प्यार का इज़हार किया**
एक शाम, करण ने निशा को एक सुंदर पार्क में बुलाया। उसने निशा के हाथ में एक छोटा सा बॉक्स दिया।
निशा ने बॉक्स खोला, तो उसमें एक छोटा सा लैपटॉप था, जिसमें एक कोड लिखा हुआ था:
`मैं_तुमसे_प्यार_कرتा_हूँ = सच`
निशा ने करण को देखा और कहा - "यह कोड तो मेरे दिल की भाषा है!"
करण ने निशा को गले लगाया और कहा - "मैं तुमसे प्यार करता हूँ, निशा।"
**निशा ने करण को अपना जवाब दिया**
निशा ने करण को देखा और कहा - "मैं भी तुमसे प्यार करती हूँ, करण। लेकिन तुम्हें मुझे एक वादा करना होगा।"
करण ने उत्साह से कहा - "मैं तुम्हें कोई भी वादा करूँगा, निशा। बस बताओ!"
क्या निशा का वादा करण को पसंद आएगा?
**निशा का वादा**
निशा ने मुस्कराते हुए कहा - "तुम्हें मुझे हमेशा खुश रखना होगा, और मेरे साथ हैकिंग की दुनिया से दूर रहना होगा।"
करण ने हंसते हुए कहा - "वादा है, निशा! मैं तुम्हारे साथ एक सामान्य जीवन जीने को तैयार हूँ। लेकिन एक शर्त है..."
निशा ने उत्साह से पूछा - "क्या शर्त है, करण?"
करण ने मुस्कराते हुए कहा - "तुम्हें मुझे अपना पति बनाना होगा!"
निशा का चेहरा खुशी से खिल गया, और उसने करण को गले लगा लिया।
**करण और निशा की शादी**
कुछ महीनों बाद, करण और निशा ने एक सुंदर शादी की, जिसमें उनके दोस्त और परिवार के लोग शामिल हुए।
करण ने निशा को देखा और कहा - "तुम मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी हैक हो, निशा। मैं तुम्हें हमेशा प्यार करूँगा।"
**करण और निशा का सुखी जीवन**
शादी के बाद, करण और निशा ने एक सुंदर घर में रहना शुरू किया। करण ने हैकिंग की दुनिया को अलविदा कह दिया और एक सामान्य नौकरी करने लगा।
निशा ने भी अपना कैरियर बनाया और एक सफल डिज़ाइनर बन गई।
**उनका परिवार बढ़ा**
कुछ सालों बाद, करण और निशा को एक प्यारा सा बेटा हुआ, जिसका नाम उन्होंने "केविन" रखा।
फिर उन्हें एक बेटी भी हुई, जिसका नाम उन्होंने "कियारा" रखा।
**करण ने निशा को एक सरप्राइज दिया**
करण ने निशा को एक दिन एक सरप्राइज दिया - उसने निशा के लिए एक सुंदर लैब बनाई, जहाँ वे साथ में कोडिंग कर सकें।
निशा ने करण को गले लगाया और कहा - "तुम मेरे सपनों को सच कर देते हो।" करण और निशा की कहानी के अंतिम भाग को सुनाता हूँ:
**करण और निशा की उम्र बढ़ने पर**
सालों बाद, करण और निशा के बाल सफ़ेद हो गए, लेकिन उनका प्यार अभी भी जवान था।
उनके बच्चे बड़े हो गए और अपने अपने परिवार बसा लिए।
**करण ने निशा से एक आखिरी बार पूछा**
करण ने निशा से पूछा - "क्या तुम्हें लगता है कि मैंने तुम्हारी जिंदगी को हैक कर लिया था?"
निशा ने मुस्कराते हुए कहा - "हाँ, तुमने नहीं सिर्फ मेरी जिंदगी को हैक किया, बल्कि मेरा दिल भी चुरा लिया।"
**करण और निशा का आखिरी पल**
करण और निशा एक साथ बैठे, एक दूसरे का हाथ पकड़े, और आखिरी सांसें लीं।
उनकी प्रेम कहानी अमर हो गई, और लोगों ने कहा - "करण और निशा का प्यार ही सच्चा हैक था।"
कहानी समाप्त हुई!
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