23/04/2025
*इंकलाब:चौथे स्तम्भ पर मोहन की पुलिस का हमला,पत्रकारो का आमरण अनशन शुरू*
*दोषी पुलिस के खिलाफ कार्यवाई को लेकर एकजुट हुए पत्रकार*
*राजनेता समाजसेवी संगठनों व स्थानीय लोगों का मिल रहा अभूतपूर्व समर्थन*
मऊगंज। नईगढ़ी थाना प्रभारी जगदीश ठाकुर के अनैतिक कार्यशैली को लेकर मऊगंज जिले के पत्रकार मिथिलेश त्रिपाठी द्वारा चलाई गई खबरों से बौखलाकर पहले 50 लाख की मानहानि की नोटिस दी गई इससे भी मन नही भरा तो एक काल्पनिक अपराध गढ़ते हुए मिथिलेश त्रिपाठी को कलेक्ट्रेट से अपने दो आरक्षकों के साथ घसीटकर नईगढ़ी ले गये थे। जिससे आक्रोशित पत्रकारो ने मऊगंज पुलिस अधीक्षक से बताया तो उनके निर्देश पर मऊगंज छोड़कर चले जाते हैं।
इस प्रकार से पुलिसिया दमन के खिलाफ जिले के पत्रकारों ने दोषी पुलिस के खिलाफ अपराध दर्ज कर जिले के बाहर हटाने की मांग की है क्योंकि इनके रहने पर निष्पक्ष जांच सम्भव नही है।फर्जी अपराध के गढ़े गये मामले और पत्रकार पर हमला के।विरोध में प्रशासन को 48 घण्टे के अल्टीमेटम दिया गया था लेकिन सूत्रों के मुताबिक प्रशासन सत्ताधारी दल के देवतालाब विधायक के दबाव में कार्यवाई करने की हिम्मत नही जुटा पा रहा है,जिसके बाद बुधवार को पत्रकारों ने मिथिलेश त्रिपाठी के साथ अनशन में गुंडा थाना प्रभारी के खिलाफ कार्यवाई बैठकर मोर्चा खोल दिया है।। यहां पर देखा जाय तो मौजूदा मोहन सरकार मे अंग्रेजी हुकूमत की तरह पुलिस अफसरों द्वारा चौथे स्तम्भ पर हमले की खुली छूट लोकतंत्र के प्रहरियों के लिए बड़ी चिंता का विषय है।
*पत्रकारो को मिल रहा भरपूर समर्थन*
पुलिसिया दमन के खिलाफ मऊगंज के पत्रकार के समर्थन में अगस्त क्रांति मंच के संयोजक कुंज बिहारी तिवारी,हिंदू नेता संतोष तिवारी समेत कई पत्रकार समाज सेवी संगठन राजनेता स्थानीय लोग इसके खिलाफ अनशन स्थल में डटे हुए हैं। जिसमे प्रमुख रूप से आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष उमेश त्रिपाठी एड.केशरी पाण्डेय अपने समर्थकों के साथ पहुंचे,नगर परिषद मऊगंज के नेता प्रतिपक्ष विश्वनाथ मिश्रा,व्यापारी संघ अध्यक्ष छेदीलाल गुप्ता,उपाध्यक्ष सीतराम गुप्ता, तो वहीं देर शाम विप्र महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज पाण्डेय,इंद्रमणि मिश्रा,आम आदमी पार्टी महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष श्रद्धा वर्मा,उपाध्यक्ष पूनम पटेल भी अनशन स्थल पहुंचे हैं।
इन सभी नेताओं ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करतें हुए कहा है कि थाना का उक्त कृत्य कानूनन अपराध है।
उन्होंने कहा कि पत्रकारों के खिलाफ इस तरह की कार्यवाई सिस्टम पर सवाल खड़ा करता है। इस तरह से फर्जी अपराध में फंसा कर खुलेआम पुलिस की दहशतगर्दी और दोषियों का बचाव किसी भी कीमत में बर्दास्त नही की जायेगी।।
क्या है मामला?
आरोप है कि थाना प्रभारी जगदीश सिंह ठाकुर ने बिना जांच के मुकदमा दर्ज किया और पत्रकार को कलेक्ट्रेट से घसीटते हुए अपनी गाड़ी में जबरन बैठाया।
पत्रकारों ने इसे लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बताया।
*क्या कह रहे हैं पत्रकार?*
प्रशासन की चुप्पी पर पत्रकार बेहद खफा है,वे प्रशासन से अपनी मांग पर अडिग हैं।
अब देखना होगा कि प्रशासन इस तरह के राजनीतिक दबाव में पत्रकारों के खिलाफ किस हद तक जाता है।