04/05/2025
एक सच्ची बात की जो आजकल गेमों का जोर शोर से प्रचार चल रहा उसके पीछे उतनी ही खतरनाक बर्बादी भी है उसे कोई नहीं बताता बताते है तो इतने पैसे लगाओ ओर जीतो ओर इस खेल में ऐसे फसता चला जाता है की अगली बार जीतेंगे, फिर ओर पैसे लगाता उसको पाने के चक्कर में ओर पैसे लगाता ओर हर बार नए ओर लगाता ऐसे करता करता उसको ये भी अंदाजा नहीं होता कि उसने कितने पैसे गवा दिए इस खेल में पता तो जब चलता जब एक भी पैसा नहीं बचता ओर सबसे जरूरी किसी से मांगो तो वो भी नहीं देंगे ओर पैसे तो मिलने दूर उसके रवैया खुद ही देख लेना इसलिए जो भी इन बकवास गेमों के चक्करों में आ रहा वो या तो समय पर समझ ले या समय उसको समझा देगा। बाकी जैसा आपको लगे उसके परिणाम के लिए तैयार रहना क्योंकि जैसा करोगे वैसा भरोगे।