
01/09/2024
# # # कहानी: परी और जादुई बगीचा
गांव के एक छोटे से कोने में एक प्यारी सी लड़की रहती थी, जिसका नाम परी था। परी के माता-पिता किसान थे, और वे हर दिन खेतों में कड़ी मेहनत करते थे। लेकिन परी का दिल हमेशा जादू और रोमांच से भरी कहानियों की ओर खिंचता था। उसकी दादी उसे रात को सोने से पहले अद्भुत कहानियां सुनाया करती थीं, जिनमें जादुई बगीचों और अनोखे जीवों का जिक्र होता था।
एक दिन, परी अपने घर के पास के जंगल में खेलने गई। वह खेलते-खेलते अचानक एक पुराने और सुनसान बगीचे के पास पहुंच गई। बगीचा घास और झाड़ियों से भरा था, लेकिन उसमें एक अजीब सी चमक थी। परी ने सोचा कि यह वही जादुई बगीचा हो सकता है, जिसके बारे में उसकी दादी ने उसे कहानियां सुनाई थीं। उसका दिल खुशी से उछल पड़ा और वह बगीचे के अंदर चली गई।
बगीचे के अंदर परी ने देखा कि वहां कई सारे पेड़ थे, जिन पर रंग-बिरंगे फूल खिले थे। अचानक, उसे एक बूढ़ा आदमी दिखाई दिया, जो बहुत उदास नजर आ रहा था। परी ने उससे पूछा, "आप इतने उदास क्यों हैं?"
बूढ़े आदमी ने जवाब दिया, "यह बगीचा कभी बहुत सुंदर हुआ करता था। यहां की हवा में मिठास थी, फूलों में खुशबू थी, और यहां के पेड़ हमेशा फलते-फूलते रहते थे। लेकिन एक दिन एक लालची इंसान ने इस बगीचे की जड़ें काट दीं। उसने सोचा कि अगर वह इन जड़ों को बेच देगा, तो वह बहुत अमीर हो जाएगा। लेकिन उसने नहीं सोचा कि वह इस बगीचे की आत्मा को खत्म कर देगा।"
परी ने बड़े ध्यान से उसकी बात सुनी और बोली, "क्या मैं इस बगीचे को फिर से हरा-भरा कर सकती हूं?"
बूढ़ा आदमी मुस्कुराया और बोला, "अगर तुममें सच्ची निष्ठा और प्यार है, तो तुम जरूर कर सकती हो।"
परी ने ठान लिया कि वह इस बगीचे को फिर से सुंदर बनाएगी। उसने गांव के बच्चों को बुलाया और सबको इस बगीचे के बारे में बताया। सभी बच्चे बड़े उत्साह से परी के साथ मिलकर बगीचे की सफाई में जुट गए। उन्होंने घास और झाड़ियों को साफ किया, पेड़ों में पानी डाला, और फूलों को फिर से उगाया।
धीरे-धीरे बगीचा फिर से हरा-भरा होने लगा। फूलों की खुशबू हवा में फैलने लगी, पेड़ फिर से फलने लगे, और बगीचे की आत्मा जाग गई। बूढ़े आदमी ने परी को धन्यवाद दिया और कहा, "तुम्हारे प्यार और मेहनत ने इस बगीचे को नया जीवन दिया है। तुमने साबित कर दिया कि जब हम अपने दिल से किसी काम को करते हैं, तो जादू जरूर होता है।"
परी बहुत खुश थी और उसने महसूस किया कि सच्ची खुशी दूसरों की मदद करने में है।
बगीचा अब हमेशा के लिए हरा-भरा रहा और गांव के सभी लोग वहां आकर खुशी महसूस करते थे। परी ने सिखाया कि लालच और स्वार्थ से कभी भी खुशी नहीं मिलती, बल्कि सच्ची खुशी दूसरों की भलाई में है।
कहानी का अंत हुआ, लेकिन बगीचे की कहानी हर दिल में बस गई। परी ने हमें यह सिखाया कि मेहनत, निष्ठा, और प्यार से कुछ भी असंभव नहीं है।