16/01/2025
श्रीमद्भगवद्गीता ज्ञान महोत्सव में गुजरात की प्रथम श्रीमद्भगवद्गीता विद्यापीठ की उद्घोषणा
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15 जनवरी 2025 को सेलिब्रेशन होम, वराछा, सूरत में श्री
श्रीमद्भगवद्गीता ज्ञान महोत्सव का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्ष स्वामी नारायण गुरुकुल चिखली के चेयरमैन श्री घनश्याम प्रकाश शास्त्री जी, मुख्य वक्ता स्वामी अरूणानंद मुनि, जलाराम गुरुकुल के श्री विश्व बिहारी स्वामी जी, कोठारी स्वामी नीलकंठ चरणदास शास्त्री जी,अंकलेश्वर गुरुकुल से स्वामी जय स्वरूपदास जी, भयभंजन हनुमान मंदिर गोत्री बड़ोदरा से स्वामी जगदीश दास शास्त्री जी, स्वामी अक्षर प्रिय दास जी ,स्वाध्याय परिवार से मोहन भाई मोर, नान जी भाई मोर , अहमदाबाद से आयुर्वेद के निष्णात डॉक्टर विकेश जायसवाल जी मंच पर उपस्थित रहे।
इस अवसर पर श्री घनश्याम प्रकाश शास्त्री जी महाराज ने कहा कि ~ बहुत कुछ किया पर जीवन जीना नहीं आया तो क्या ही किया ! जीवन जीने की कला गीता हमको सिखाती है।
स्वामीजय स्वरूपदास जी ने अपने प्रवचन में बताया कि गीता के ज्ञान के बिना अध्यात्म अधूरा है।
स्वामी नीलकंठ चरणदास शास्त्री ने कहा कि ~ स्वामी शंकराचार्य जी ने कहा है कि बिना ज्ञान के गंगासागर में डुबकी लगाने पर भी मुक्ति संभव नहीं है। इसलिए गीता जिस ज्ञान का उद्घोष कर रही है वहीं मुक्ति का सच्चा मार्ग है।
मोहन भाई मोर ने ~ डॉक्टर सैयद और दार्शनिक एच• जी• वेल्स के उदाहरण देकर समझाया कि विदेशियों ने गीता से बहुत लाभ उठाया है, भारतीय कब जागेंगे !
वी• बी • स्वामी जी ने कहा कि ~ अगर वृद्धाश्रम बंद कराने हैं तो गीता का ज्ञान बच्चों को दो, अन्यथा घरों में माता - पिता खोजने से भी नहीं मिलेंगे।
योगी अरूणानंद मुनि ने गीता और भारतीय स्वतन्त्रता आंदोलन, क्रांतिकारियो का गीता से संबंध, अमेरिका की परमाणु शक्ति और गीता, युवाओं में डिप्रेशन और गीता में उसका निदान, गीता के प्रथम अध्याय में श्री कृष्ण और अर्जुन संवाद, श्री कृष्ण का विराट रूप और गीता, श्री कृष्ण जी द्वारा बताया गया दिव्य प्राणायाम विषय पर अपना प्रवचन किया।
कार्यक्रम में पधारी अतिथि विशेष गुजरात पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की RO हैड डॉक्टर जे• डी • ओझा जी ने गीता और पर्यावरण सुरक्षा विषय पर अपने विचार प्रस्तुत करते हुए पर्यावरण की रक्षा का संदेश दिया।
इसके बाद कार्यक्रम के मुख्य आयोजक जितेंद्र प्रेमजी भाई बोरड, हर्षदभाई प्रेमजी बोरड जी ने कार्यक्रम के अध्यक्ष स्वामी
श्री घनश्याम प्रकाश शास्त्री जी और वक्ता योगी अरूणानंद के सम्मुख श्रीमद्भगवद्गीता विद्यापीठ की स्थापना करने की इच्छा प्रकट की। इस अवसर पर गुजरात की प्रथम श्रीमद्भगवद्गीता विद्यापीठ की स्थापना करने की उद्घोषणा हुई। सूरत में शीघ्र
श्रीमद्भगवद्गीता विद्यापीठ का निर्माण शुरू हो जाएगा, यहां पर गीता के सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और डिग्री कोर्स संचालित किए जाएंगे। श्रीमद्भगवद्गीता विद्यापीठ के संचालन की सारी जिम्मेदारी जितेंद्र प्रेमजी भाई बोरड जी ने उठाने की घोषणा करते हुए कहा कि ~ "यह कार्य मैं नहीं कर रहा, यह स्वयं श्री कृष्ण करा रहे हैं"।
इस अवसर पर अनेक धर्म प्रेमियों ने पधारकर , अपनी उपस्थिति दर्ज कराके कार्यक्रम को सफल बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। सभी को हम प्रणाम करते हैं।
~ योगी अरूणानंद मुनि, आनंद आश्रम डांग ( गुजरात)
#गीता