25/08/2025
इंडिया मार्च फॉर साइंस, हरियाणा ने मेडिकल मोड़ से डी पार्क, रोहतक तक विज्ञान मार्च का आयोजन किया।
इंडिया मार्च फॉर साइंस और ब्रेकथ्रू साइंस सोसाइटी हरियाणा के संयोजक हरीश कुमार सैनी ने कहा कि भारत समेत पूरी दुनिया में शिक्षा, विज्ञान और अनुसंधान के बजट को घटाया जा रहा है, विज्ञान का प्रयोग मानवता और शांति के लिए ना करके देश और मानवता के ध्वंस के लिए किया जा रहा है, ग्लोबल वार्मिंग तेजी से बढ़ रही है, अवैज्ञानिक विचारों को बहुत तेजी से फैलाया जा रहा है, जलवायु परिवर्तन बहुत तेजी से हो रहा है, पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचाते हुए प्राकृतिक संसाधनों का अनियंत्रित दोहन और विकाश की योजनाएं लाई जा रही है। इस बात से पूरी दुनिया के वैज्ञानिक समुदाय चिंतित हैं। इसके खिलाफ में पूरी दुनिया में 2017 से लगातार मार्च फॉर साइंस का आयोजन किया जा रहा है।
ब्रेकथ्रू साइंस सोसाइटी के अखिल भारतीय कार्यकारी समिति सदस्य चंचल घोष ने कहा कि जलवायु परिवर्तन, पर्यावरणीय क्षरण और शिक्षा का व्यापारीकरण गंभीर चिंता का विषय है। धरती का तापमान बहुत तेजी से बढ़ रहा है, मौसम अनियंत्रित हो रहा है, ना ढंग से गर्मी पड़ रही है, ना ढंग से सर्दी पड़ रही है और ना ढंग से बरसात हो रही है। पहाड़ों में आए दिन बादल फट रहे हैं, सैकड़ो लोग मारे जा रहे हैं। इस तरह की घटनाएं जलवायु परिवर्तन का ही नतीजा है। बड़े-बड़े जंगलों को बड़ी-बड़ी कंपनियों को काटने का लाइसेंस दिया जा रहा है, जंगलों और पारिस्थितिकी तंत्र को तबाह किया जा रहा है। विज्ञान का प्रयोग मानवता को और शहरों को नष्ट करने के लिए किया जा रहा है। हर साल अनेक देशों में साम्राज्यवादी देश लाखों टन गोला बारूद और बम गिरा रहे हैं। जिससे लाखों लोग मर रहे है और अथाह प्रदूषण फैल रहा है। अंधविश्वास विरोधी जो कानून है उनको ठीक से लागू नहीं किया जा रहा है।
इंडिया मार्च फॉर साइंस सरकार से मांग करता है कि समाज में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ावा दिया जाए तथा अवैज्ञानिक और अंधविश्वासी विचारों के प्रसार पर रोक लगाई जाए, जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय क्षरण से निपटने के लिए साक्ष्य-आधारित नीतियाँ अपनाई जाएँ, शैक्षिक पाठ्यक्रमों में अवैज्ञानिक और तर्कहीन सामग्री को शामिल करना बंद किया जाए। केंद्रीय बजट का न्यूनतम 10% तथा राज्य बजट का 30% शिक्षा पर खर्च किया जाए। विज्ञान, तकनीकी और सामाजिक विज्ञान अनुसंधान में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 3% खर्च किया जाए, अंधविश्वास और चमत्कार जैसी चीजों के उन्मूलन हेतु अंधविश्वास विरोधी कानून लागू किया जाए।
मेडिकल सर्विस सेंटर के सदस्य शुभम यादव, एमडीयू से उमेश मौर्य, और अमरदीप ने बात रखी। नेहा, रचित, तान्या, जगजीत, पत्रकार रोहित, बलवान, राजेश, वजीर सिंह, विनोद, बीना समेत स्कूल के बच्चे भी शामिल हुए।