23/08/2025
                                            मामूली अदाकारा नहीं थे डॉक्टर जसविंदर भल्ला साहब। एक वैल एजुकेटेड शख्सियत थे। पीएचडी होल्डर थे। कई सालों तक अध्यापन किया था उन्होंने। पंजाबी इंडस्ट्री के मशहूर एक्टर जसविंदर भल्ला साहब की मृत्यु हो गई। बताया जा रहा है कि कल मोहाली के फ़ोर्टिस हॉस्पिटल में ब्रेन स्ट्रॉक की वजह से जसविंदर भल्ला जी का देहांत हो गया। उन्हें एक रात पहले ही, यानि 21 अगस्त को फोर्टिस हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। उनकी उम्र 65 साल थी। 
जसविंदर भल्ला जी का जन्म साल 1960 की 4 मई को लुधियाना में हुआ था। लुधियाना के दोराहा में मौजूद सीनियर सेकेंड्री स्कूल से उनकी अर्ली एजुकेशन हुई थी। उसके बाद उन्होंने पंजाब एग्रीकल्चरल यूनीवर्सिटी से बीएससी किया। और वहीं से एमएससी भी किया। आगे चलकर जसविंदर भल्ला जी ने पीएचडी भी की। और फिर पंजाब एग्रीकल्चरल यूनीवर्सिटी में ही जसविंदर भल्ला जी ने असिट्टेंट प्रोफ़ेसर के तौर पर नौकरी भी की। और आगे चलकर वो अपने विभाग के हेड भी बने। जसविंदर भल्ला जी के पिता टीचर हुआ करते थे। वो बरमालीपुर नामक गांव के प्राइमरी स्कूल में टीचर थे। 
जसविंदर भल्ला जी ने कई सालों तक वो नौकरी की थी। और नौकरी के साथ-साथ वो मनोरंजन जगत में भी काम करते रहे। सबसे पहले उन्होंने ऑल इंडिया रेडियो में परफॉर्म किया था। दरअसल, जसविंदर भल्ला जी ने अपने कॉलेज के कल्चरल फेस्टिवल में हिस्सा लिया था। वहां जो परफॉर्मेंस उन्होंने दी थी उसने उन्हें बड़ी ख्याति दिलाई। और उन्हें व उनके दोस्तों को ऑल इंडिया रेडियो के रेडियो नाटकों में काम करने के लिए चुन लिया गया। ये साल 1975 की बात है।
जसविंदर भल्ला जी दरअसल कॉलेज में पढ़ाई के साथ-साथ ड्रामा वगैरह में भी हिस्सा लिया करते थे। और उन्हें छोटे-छोटे कॉमेडी नाटकों में यूनीवर्सिटीि में बहुत पसंद किया जाता था। उनके साथी स्टूडेंट्स व फैकल्टी मेंबर्स उनके अभिनय को बहुत सराहते थे। जसविंदर भल्ला जी जब प्रोफ़ेसर बन गए तो साल 1988 में उन्होंने अपने कुछ दोस्तों के साथ ऑडियो कैसेट्स निकालने शुरू कर दिए। उन ऑडियो कैसेट्स में भी जसविंदर भल्ला जी कॉमेडी नाटक ही करते थे। ऑडियो कैसेट्स में जसविंदर भल्ला जी विभिन्न किरदार निभाया करते थे। और उनके दो किरदार, चाचा चतर सिंह व भाना बहुत लोकप्रिय हुए थे। उन ऑडियो कैसेट्स ने पंजाब में जसविंदर भल्ला जी को बहुत लोकप्रियता दिलाई थी।
लोकप्रियता मिली तो ऑन कैमरा एक्टिंग करने के ऑफ़र्स भी जसविंदर भल्ला जी को मिलने लगे। सबसे पहले उन्होंने साल 1999 में आई जसपाल भट्टी की फ़िल्म "माहौल ठीक है" में काम किया था। उसके बाद तो जसविंदर भल्ला पंजाबी फ़िल्म इंडस्ट्री का बहुत बड़ा नाम बने। एक से एक फ़िल्मों में उन्होंने काम किया। मोस्टली कॉमेडी किरदार ही उन्होंने निभाए। पिछले साल आई "Shinda Shinda No Papa" नामक फ़िल्म में जसविंदर भल्ला जी आखिरी दफ़ा दिखे थे। 
जसविंदर भल्ला साहब की पर्सनल लाइफ़ की बात करें तो उनकी शादी हुई थी परमदीप भल्ला जी से। परमदीप भल्ला जी फाइन आर्ट्स की टीचर हैं। इनके दो बच्चे हैं। एक बेटा व एक बेटी। डॉक्टर जसविंदर भल्ला की बेटी का नाम अशप्रीत कौर है। उनकी शादी हो चुकी है और अपने परिवार के साथ वो नॉर्वे में रहती हैं। जबकी उनके बेटे का नाम है पुखराज भल्ला। और पुखराज भल्ला भी अपने पिता की ही तरह एक एक्टर है। पुखराज भल्ला ने फ़िल्मों व टीवी शोज़ में काफ़ी एक्टिंग की है। और अब भी कर रहे हैं। साल 2013 में स्टूपिड नामक फ़िल्म से पुखराज भल्ला का डेब्यू हुआ था। पुखराज भी शादीशुदा हैं। साल 2021 में पटियाला की एक लड़की से पुखराज भल्ला की शादी हुई थी। पुखराज की पत्नी के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है।
जसविंदर भल्ला जी अब इस दुनिया में नहीं रहे हैं। लेकिन फ़िल्मों में उन्होंने जो काम किया है उसने उन्हें सिर्फ़ पंजाब ही नहीं, देश के और भी इलाकों में लोकप्रिय किया है। किस्सा टीवी जसविंदर भल्ला जी को सादर श्रद्धांजलि अर्पित करता है।