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29/09/2025

जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने लिया राजीव गांधी नवोदय विद्यालय के निर्माण कार्यो का जायज़ा

अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश,विद्यालय के सभी भवन निर्धारित समयसीमा के भीतर तैयार कर शिक्षा विभाग को करे हैंडओवर

जनपद रुद्रप्रयाग के जखोली ब्लॉक स्थित सुमाड़ी भरदार में बन रहे राजीव गांधी नवोदय विद्यालय का जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने निर्माण कार्य की प्रगति का जायज़ा लेते हुए कार्यदायी संस्था बिड़कुल के अधिकारियों से विस्तृत जानकारी प्राप्त की।निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग, राजस्व विभाग एवं अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर निर्माण की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कार्यदायी संस्था को स्पष्ट निर्देश दिए कि विद्यालय के सभी भवन निर्धारित समयसीमा के भीतर तैयार कर शिक्षा विभाग को हैंडओवर किए जाएं, ताकि समय पर पठन-पाठन की गतिविधियां शुरू की जा सकें।

जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने कहा कि यह परियोजना क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए शिक्षा का नया द्वार खोलेगी और इसका लाभ सीधे ग्रामीण व स्थानीय छात्र-छात्राओं को मिलेगा। उन्होंने निर्माण की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए और कहा कि कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।निरीक्षण के दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने भी जिलाधिकारी के सामने अपनी समस्याएं एवं शिकायतें रखीं। जिस पर जिलाधिकारी ने गंभीरता दिखाते हुए संबंधित विभागों को तुरंत कार्रवाई कर समस्याओं का निस्तारण करने के सख्त निर्देश दिए।

सहायक निदेशक माध्यमिक शिक्षा, जगदीश काला ने जानकारी दी कि सुमाड़ी भरदार में बन रहे इस राजीव गांधी नवोदय विद्यालय पर कुल 44 करोड़ 86 लाख रुपये की लागत आ रही है। विद्यालय परिसर में छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग आवासीय होस्टल, शिक्षकों के लिए रिहायशी परिसर, अकादमिक हॉल, मल्टीपल हॉल तथा अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं का निर्माण किया जा रहा है।

निरीक्षण के दौरान परियोजना प्रबंधक बिड़कुल- अनिल कुमार आर्य, मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रमेंद्र बिष्ट, बीडीओ जखोली सुरेश शाह, पटवारी राजेंद्र कुमार समेत शिक्षा विभाग, राजस्व विभाग और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।

रुद्रप्रयाग में मेडिकल स्टोरों का औचक निरीक्षण, अनियमितताओं पर चेतावनी“नशा मुक्त उत्तराखंड” एवं “नकली दवाइयों की रोकथाम”...
24/09/2025

रुद्रप्रयाग में मेडिकल स्टोरों का औचक निरीक्षण, अनियमितताओं पर चेतावनी

“नशा मुक्त उत्तराखंड” एवं “नकली दवाइयों की रोकथाम” अभियान के तहत मंगलवार को औषधि निरीक्षक अमित आज़ाद ने कोटेश्वर क्षेत्र में चार मेडिकल स्टोरों का औचक निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान मेडिकल स्टोरों में लाइसेंस की उपलब्धता, पंजीकृत फार्मासिस्ट की उपस्थिति, एक्सपायरी दवाओं के सुरक्षित रखरखाव और प्रभावी औषधियों के क्रय-विक्रय से संबंधित बिलों की जांच की गई। सभी स्टोरों को नियमों का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।

जिन मेडिकल स्टोरों में अनियमितताएं पाई गईं, वहां तत्काल सुधार के निर्देश दिए गए और चेतावनी दी गई कि अन्यथा स्थिति में औषधि एवं सौंदर्य प्रसाधन अधिनियम 1940 के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान 01 दवा का नमूना भी जाँच हेतु लैब भेजा गया।

औषधि निरीक्षक ने कहा कि यह अभियान आगे भी लगातार जारी रहेगा, ताकि जनपद में लोगों को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण दवाइयां उपलब्ध हो सकें।

स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा 2025  के अंतर्गत जनपद में विविध कार्यक्रम आयोजितस्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा 2025 के तहत जनपद में स...
19/09/2025

स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा 2025 के अंतर्गत जनपद में विविध कार्यक्रम आयोजित

स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा 2025 के तहत जनपद में सफाई अभियान और रैलियों से गूंजे स्वच्छता के संदेश

नगर पालिकाओं से लेकर ग्राम पंचायतों तक चला स्वच्छता अभियान, जनता की रही सक्रिय भागीदारी

चकाचक शौचालय अभियान से लेकर जनजागरूकता रैलियों तक, स्वच्छता को जन-आंदोलन बनाने की पहल

जनपद रुद्रप्रयाग में “स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा” 17 सितंबर से 02 अक्टूबर 2025 तक मनाया जा रहा है, इसी क्रम में आज18 सितम्बर को विभिन्न स्थानों पर स्वच्छता जागरूकता एवं सफाई अभियान कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

नगर पालिका परिषद रुद्रप्रयाग द्वारा टैक्सी स्टैंड एवं बस अड्डा, वार्ड संख्या–2 एवं वार्ड संख्या–6 में सफाई अभियान चलाया गया, जिसमें नगरपालिका के कर्मचारी, स्थानीय नागरिक एवं जनप्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया।

इसी क्रम में जिला पंचायत रुद्रप्रयाग द्वारा फाटा में स्वच्छता जनजागरूकता रैली निकाली गई। रैली के माध्यम से आमजन को स्वच्छता के महत्व से अवगत कराया गया तथा लोगों को अपने घर–आँगन एवं आसपास के क्षेत्रों में साफ-सफाई रखने हेतु प्रेरित किया गया।

विकास खंड अगस्त्यमुनि एवं उखीमठ के अंतर्गत ग्राम पंचायतों में भी पखवाड़े के अंतर्गत विविध गतिविधियाँ हुईं।

अगस्त्यमुनि ब्लॉक : ग्राम पंचायत मालखी, बैंजी कांडई तथा भीरी में ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों की सहभागिता से स्वच्छता अभियान एवं रैली आयोजित की गई।

उखीमठ ब्लॉक : ग्राम पंचायत मैखंडा, सल्या, किमाणा, भटवारी सुनार, केड़ा एवं लिसवाल्टा में सफाई अभियान, जागरूकता गोष्ठियाँ एवं स्वच्छता शपथ कार्यक्रम आयोजित किए गए।

इसके अतिरिक्त नगर पंचायत अगस्त्यमुनि में भी सफाई अभियान और जनजागरूकता गतिविधियाँ आयोजित की गईं, वहीं नगर पंचायत तिलवाड़ा में “चकाचक शौचालय अभियान” चलाकर सार्वजनिक शौचालयों की सफाई एवं रख-रखाव पर विशेष ध्यान दिया गया।

स्वच्छता पखवाड़े के इन आयोजनों में विद्यालयों के छात्र-छात्राएँ, ग्रामवासी, स्वयंसेवी संस्थाएँ, महिला समूह एवं स्थानीय निकायों के कर्मचारी सक्रिय रूप से शामिल हुए। कार्यक्रमों का उद्देश्य लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना एवं स्वच्छ भारत अभियान को जन-आंदोलन का रूप देना रहा।

चमोली में बादल फटने से तबाही: नंदानगर के कुन्तरि लंगाफली वार्ड में 6 भवन क्षतिग्रस्त, 5 लोग लापताचमोली, 18 सितंबर 2025: ...
18/09/2025

चमोली में बादल फटने से तबाही: नंदानगर के कुन्तरि लंगाफली वार्ड में 6 भवन क्षतिग्रस्त, 5 लोग लापता

चमोली, 18 सितंबर 2025: उत्तराखंड के चमोली जिले में मानसून की मार थमने का नाम नहीं ले रही है। मंगलवार देर रात को नंदानगर क्षेत्र में बादल फटने की घटना ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। नगर पंचायत नंदानगर के वार्ड कुन्तरि लंगाफली में भारी वर्षा के कारण भूस्खलन हुआ, जिससे मलबे का सैलाब आ गया। इस आपदा में 6 भवन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि 5 लोगों के लापता होने की सूचना है। राहत की बात यह है कि 2 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। बचाव कार्य तेजी से जारी है, लेकिन लगातार हो रही बारिश राहत टीमों के लिए चुनौती बनी हुई है।

घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन ने तुरंत मोर्चा संभाल लिया। चमोली जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) के अनुसार, बादल फटने से मोक्षगंगा नदी उफान पर आ गई, जिसके कारण आसपास के इलाकों में पानी और मलबे का बहाव तेज हो गया। वार्ड कुन्तरि लंगाफली में स्थित आवासीय भवनों पर मलबा गिरने से कई परिवार प्रभावित हुए। क्षतिग्रस्त भवनों में रहने वाले लोग रात के अंधेरे में पानी और मलबे की चपेट में आ गए। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि अचानक आई बाढ़ ने कुछ ही मिनटों में सब कुछ तबाह कर दिया।

प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक, लापता लोगों की तलाश में एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल), एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) और स्थानीय पुलिस की टीमें मौके पर पहुंची हैं। अब तक 2 व्यक्तियों को मलबे से बाहर निकाल लिया गया है, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया। चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ने बताया कि मेडिकल टीमों के साथ-साथ 3 एम्बुलेंस भी घटनास्थल पर तैनात की गई हैं। घायलों को नंदानगर स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।

मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अभिषेक त्रिपाठी ने बताया कि, घटना की सूचना मिलते ही राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए गए हैं। क्षतिग्रस्त भवनों का आकलन किया जा रहा है, और प्रभावित परिवारों को तत्काल सहायता प्रदान की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि नंदानगर तहसील के धुर्मा गांव में भी भारी वर्षा से 4-5 मकानों को नुकसान पहुंचा है, लेकिन वहां कोई हताहत नहीं हुआ।

यह घटना उत्तराखंड में इस मानसून सीजन की कई आपदाओं में से एक है। पहले अगस्त में चमोली के थराली और देवाल क्षेत्रों में बादल फटने से कई जानें गईं और सैकड़ों लोग प्रभावित हुए थे। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि अगले 24 घंटों में चमोली सहित पहाड़ी जिलों में भारी वर्षा जारी रह सकती है। लोगों से अपील की गई है कि भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से दूर रहें और अलर्ट पर नजर रखें।

प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल, बिजली और खाद्य सामग्री की व्यवस्था सुनिश्चित की है। राहत शिविरों में परिवारों को ठहराया जा रहा है, और नुकसान का आकलन कर मुआवजे की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। फिलहाल, बचाव कार्य रुका नहीं है, और उम्मीद है कि शीघ्र ही लापता लोगों का पता लग जाएगा।

रुद्रप्रयाग, जखोली व ऊखीमठ तहसीलों में फरियादियों की समस्याएं सुनी गईं, कई का तत्काल मौके पर ही हुआ समाधानसभी तहसीलों मे...
17/09/2025

रुद्रप्रयाग, जखोली व ऊखीमठ तहसीलों में फरियादियों की समस्याएं सुनी गईं, कई का तत्काल मौके पर ही हुआ समाधान

सभी तहसीलों में मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

राज्य की सभी तहसीलों में मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा जन समर्पण/तहसील दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि तहसील स्तर की शिकायतों का निस्तारण तहसील स्तर पर ही किया जाए तथा जिला स्तर की शिकायतें जिला स्तर पर शीघ्रता से निपटाई जाएं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि फरियादियों द्वारा प्रस्तुत की गई शिकायतों का त्वरित एवं पारदर्शी निस्तारण सरकार की प्राथमिकता है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि तहसील दिवस पर आने वाले लोगों को विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराना भी जरूरी है।

इसी क्रम में रुद्रप्रयाग तहसील में अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा की अध्यक्षता में जन समर्पण एवं तहसील दिवस का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे और जनता की समस्याओं को गंभीरता से सुना गया। अपर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्राप्त शिकायतों का त्वरित और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित किया जाए, ताकि आमजन को शीघ्र राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि तहसील दिवस सिर्फ शिकायत दर्ज करने का माध्यम नहीं बल्कि जनता और प्रशासन के बीच सीधा संवाद स्थापित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।संवाद कार्यक्रम के दौरान कुल 13 शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें से 5 का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया। शेष शिकायतों को संबंधित विभागों को भेजा गया और जल्द समाधान का आश्वासन दिया गया।

इसके साथ ही जखोली तहसील में उपजिलाधिकारी भगत सिंह फोनिया की अध्यक्षता में तहसील दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने क्षेत्र से आए ग्रामीणों और फरियादियों की समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना। इस अवसर पर कुल 22 शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें से 8 शिकायतों का समाधान मौके पर ही कर दिया गया, जबकि शेष शिकायतों के शीघ्र निस्तारण हेतु संबंधित विभागों को प्रेषित किया गया।वहीं ऊखीमठ तहसील में उपजिलाधिकारी अनिल शुक्ला की अध्यक्षता में तहसील दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उन्होंने क्षेत्रवासियों की समस्याओं को गंभीरता से सुना। फरियादियों द्वारा कुल 35 शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें से 9 का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया, जबकि शेष शिकायतों को संबंधित विभागों को प्रेषित कर शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया गया।

रुद्रप्रयाग तहसील में आयोजित कार्यक्रम में तहसीलदार प्रणव पांडे, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रामप्रकाश, मुख्य कृषि अधिकारी लोकेन्द्र बिष्ट, जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेश मिश्रा, जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे, अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग मीनल गुलाटी, जिला युवा कल्याण अधिकारी वरद जोशी एवं अन्य सभी विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

13/09/2025

जवाड़ी चोपड़ा राजकीय महाविद्यालय की नई शुरुआत और चुनौतियां

11/09/2025

जवाड़ी बाईपास - उत्यासू एवं माई की मंडी- जवाड़ी रोड भूस्खलन की चपेट में

रुद्रप्रयाग: जिले में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण जवाड़ी बाईपास-उत्यासू और माई की मंडी-जवाड़ी रोड पर भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इन सड़कों पर भू धंसाव होने के कारण आवागमन बाधित हो गया है, जिससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

इस गंभीर स्थिति से निपटने के लिए लोक निर्माण विभाग (PWD), रुद्रप्रयाग, ने तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी है। विभाग की टीमें जेसीबी मशीनों और श्रमिकों के साथ मलबा हटाने और धंसाव वाली जगह को भरने के काम में जुटी हुई हैं। विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, भूस्खलन के कारण सड़क का एक बड़ा हिस्सा धंस गया है, जिससे यातायात को सुचारू करना एक बड़ी चुनौती बन गया है।
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता ने बताया कि सड़कों को जल्द से जल्द खोलने के लिए भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद, टीमें लगातार काम कर रही हैं ताकि लोगों की आवाजाही को सामान्य किया जा सके। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह सड़क रुद्रप्रयाग के लिए एक महत्वपूर्ण जीवनरेखा है और इसके बाधित होने से रोजमर्रा के काम प्रभावित हो रहे हैं। उम्मीद है कि लोक निर्माण विभाग जल्द ही इन सड़कों पर यातायात को पूरी तरह से बहाल कर देगा।

रुद्रप्रयाग: आपदा में क्षतिग्रस्त वाहनों को सरेंडर करने की अपील, मिलेगी टैक्स में राहत - जिला सहायक परिवहन अधिकारीरुद्रप...
08/09/2025

रुद्रप्रयाग: आपदा में क्षतिग्रस्त वाहनों को सरेंडर करने की अपील, मिलेगी टैक्स में राहत - जिला सहायक परिवहन अधिकारी

रुद्रप्रयाग, 08 सितंबर 2025: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में हाल ही में हुई प्राकृतिक आपदा ने भारी तबाही मचाई है। बादल फटने और भूस्खलन से दर्जनों घर, दुकानें और वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इस बीच, जिला सहायक परिवहन अधिकारी ने एक महत्वपूर्ण बयान जारी करते हुए प्रभावित लोगों से अपील की है कि वे अपनी क्षतिग्रस्त गाड़ियों को सरेंडर कर दें, ताकि उन्हें रोड टैक्स और अन्य करों में राहत मिल सके। यह कदम न केवल वित्तीय बोझ कम करेगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देगा।

रुद्रप्रयाग जिला, जो चारधाम यात्रा का महत्वपूर्ण हिस्सा है, अक्सर मानसून के दौरान भारी बारिश, बादल फटने और भूस्खलन की चपेट में आता है। इस वर्ष 29 अगस्त 2025 को बसुकेदार, छेनागाड़ क्षेत्र में बादल फटने से भारी तबाही हुई। जिला प्रशासन के अनुसार, इस आपदा में कई घर मलबे में दब गए, दर्जनभर से अधिक वाहन बह गए या क्षतिग्रस्त हो गए, और कम से कम 10 लोग लापता हो गए। एक महिला की मौत भी हो चुकी है, जबकि कई परिवारों को राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया है।

जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने आपदा नियंत्रण कक्ष से स्थिति की निगरानी की और राहत कार्यों को युद्ध स्तर पर चलाने के निर्देश दिए। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग (एसडीएमए) और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें बचाव अभियान में जुटी हुई हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी प्रभावितों के लिए मुआवजा घोषित किया है, जिसमें मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये और घायलों को 1 लाख रुपये तक की सहायता शामिल है।

इस आपदा ने स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी झटका दिया है। केदारनाथ यात्रा मार्ग पर भूस्खलन से यात्रा अस्थायी रूप से बंद हो गई, जिससे पर्यटन से जुड़े लोगों को नुकसान हुआ। विशेष रूप से, ट्रांसपोर्टर और वाहन मालिकों को भारी क्षति पहुंची है, क्योंकि कई ट्रक, कार और बसें नदियों में बह गईं या मलबे में दब गईं।

इस संदर्भ में, जिला परिवहन अधिकारी (डीटीओ) रुद्रप्रयाग ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है। बयान में कहा गया है, "जिन लोगों की गाड़ियां आपदा से क्षतिग्रस्त हुई हैं, उनको सरेंडर कर दें ताकि टैक्स से राहत मिल सके।" डीटीओ ने स्पष्ट किया कि क्षतिग्रस्त वाहनों को स्क्रैप करने या सरेंडर करने पर मोटर वाहन अधिनियम के तहत रोड टैक्स, फिटनेस शुल्क और अन्य करों में छूट दी जा सकती है। यह प्रक्रिया उत्तराखंड मोटर वाहन नियमावली 2011 के अनुरूप है, जिसमें आपदा प्रभावित वाहनों के लिए विशेष प्रावधान हैं।

जिला सहायक परिवहन अधिकारी ने आगे कहा कि आपदा के बाद कई वाहन मालिक अपनी गाड़ियों की मरम्मत या निपटान को लेकर चिंतित हैं। सरेंडर करने से न केवल करों में राहत मिलेगी, बल्कि पर्यावरण को भी फायदा होगा, क्योंकि पुराने और क्षतिग्रस्त वाहनों से प्रदूषण बढ़ता है। हम प्रभावितों की मदद के लिए विशेष कैंप लगा रहे हैं, जहां दस्तावेज जमा कर प्रक्रिया पूरी की जा सकती है।

वाहन सरेंडर करने की प्रक्रिया सरल है। प्रभावित व्यक्ति को निम्नलिखित कदम उठाने होंगे:
1. दस्तावेज तैयार करें: वाहन का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (आरसी), इंश्योरेंस पॉलिसी, प्रदूषण प्रमाण पत्र (पीयूसी), और आपदा से क्षति का प्रमाण पत्र (जिला प्रशासन से प्राप्त)।

2. आवेदन जमा करें: निकटतम आरटीओ कार्यालय में जाकर फॉर्म भरें। ऑनलाइन पोर्टल parivahan.gov.in पर भी आवेदन किया जा सकता है।

3. वाहन जांच: आरटीओ अधिकारी वाहन की स्थिति की जांच करेंगे और सरेंडर सर्टिफिकेट जारी करेंगे।

4. लाभ: सरेंडर के बाद बकाया रोड टैक्स माफ हो जाता है। यदि वाहन स्क्रैप किया जाता है, तो केंद्र सरकार की स्क्रैपिंग पॉलिसी के तहत नए वाहन खरीदने पर छूट मिल सकती है, जो 5% तक हो सकती है। इसके अलावा, राज्य स्तर पर आपदा राहत कोष से अतिरिक्त सहायता भी उपलब्ध है।

जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने कहा, "हमारी प्राथमिकता प्रभावितों की सुरक्षा और पुनर्वास है। परिवहन विभाग के साथ मिलकर हम सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी वाहन मालिक अनावश्यक कर बोझ न झेले।"

यह आपदा रुद्रप्रयाग के निवासियों के लिए एक बड़ा झटका है, लेकिन सरकार और प्रशासन की तत्परता से राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं। डीटीओ का बयान एक सकारात्मक कदम है, जो प्रभावितों को वित्तीय राहत प्रदान करेगा। विशेषज्ञों की सलाह है कि लोग जल्द से जल्द प्रक्रिया पूरी करें, ताकि आगे की मुश्किलों से बचा जा सके। यदि आप प्रभावित हैं, तो निकटतम आरटीओ कार्यालय से संपर्क करें।

रुद्रप्रयाग जिला पंचायत में बड़ा उलटफेर: अजयवीर सिंह भंडारी के शपथ ग्रहण पर कोर्ट की रोकरुद्रप्रयाग, 04 सितम्बर 2025: जि...
04/09/2025

रुद्रप्रयाग जिला पंचायत में बड़ा उलटफेर: अजयवीर सिंह भंडारी के शपथ ग्रहण पर कोर्ट की रोक

रुद्रप्रयाग, 04 सितम्बर 2025: जिला एवं सत्र न्यायाधीश रुद्रप्रयाग, श्री साहदेव सिंह ने निर्वाचन वाद संख्या 06/2025 (सुमन सिंह बनाम राज्य सरकार एवं अन्य) में याची सुमन सिंह के अंतरिम प्रार्थना-पत्र पर महत्वपूर्ण आदेश पारित किया है। इस आदेश के तहत जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक-11, कंडारा (रुद्रप्रयाग) के निर्वाचित सदस्य श्री अजयवीर सिंह भण्डारी को वाद के अंतिम निर्णय तक शपथ ग्रहण और दायित्व निर्वहन से रोक दिया गया है।

याची सुमन सिंह ने उत्तराखण्ड पंचायती राज अधिनियम, 2016 की धारा 131-H और जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 की धाराओं 17 व 18 का हवाला देते हुए जिला पंचायत वार्ड-11 के चुनाव परिणाम को चुनौती दी थी। उनका आरोप है कि निर्वाचित प्रत्याशी अजयवीर सिंह भण्डारी का नाम वर्ष 2025 में देहरादून और रुद्रप्रयाग जनपदों की दो अलग-अलग निर्वाचन नामावलियों में दर्ज है, जो विधिक प्रावधानों का उल्लंघन है।

प्रतिवादी पक्ष ने तर्क दिया कि अधिनियम में दोहरी मतदाता प्रविष्टि के लिए कोई स्पष्ट अयोग्यता का प्रावधान नहीं है और नामांकन प्रक्रिया विधिसम्मत थी। हालांकि, अदालत ने याची द्वारा प्रस्तुत तथ्यों और अभिलेखों का अवलोकन कर पाया कि मामला प्रथम दृष्टया विधिक प्रश्न उठाता है। अदालत ने उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय के पूर्व निर्णय (WPMB No.503/2025) का हवाला दिया, जिसमें बहु-निर्वाचन क्षेत्र में नामांकन पर वैधानिक रोक का उल्लेख है।

अंतरिम आदेश में न्यायालय ने निर्देश दिया कि जब तक वाद का अंतिम निर्णय नहीं हो जाता, तब तक अजयवीर सिंह भण्डारी जिला पंचायत सदस्य, वार्ड-11, कंडारा के रूप में शपथ ग्रहण या दायित्व निर्वहन नहीं कर सकेंगे। मामले की अगली सुनवाई 26 सितम्बर 2025 को निर्धारित की गई है।

याची सुमन सिंह की ओर से अधिवक्ता प्यार सिंह नेगी और पंकज चौधरी ने पैरवी की।

यह आदेश स्थानीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि यह जिला पंचायत चुनाव की वैधानिकता और निर्वाचन प्रक्रिया की पारदर्शिता पर महत्वपूर्ण सवाल उठाता है।

रुद्रप्रयाग के जखनौली में महिला पर कुदाल से हमला, पुलिस की निष्क्रियता पर ग्रामीणों में रोषरुद्रप्रयाग, 4 सितंबर 2025: ज...
04/09/2025

रुद्रप्रयाग के जखनौली में महिला पर कुदाल से हमला, पुलिस की निष्क्रियता पर ग्रामीणों में रोष

रुद्रप्रयाग, 4 सितंबर 2025: जखनौली ग्राम पंचायत में 29 अगस्त को एक सनसनीखेज घटना सामने आई, जिसमें प्रीतम सिंह रावत (35 वर्ष), पुत्र स्वर्गीय शूरबीर सिंह रावत ने गांव की ही 44 वर्षीय महिला कांता देवी पर कुदाल से हमला कर दिया। घटना उस समय हुई जब कांता देवी शाम 5 बजे गौशाला की ओर जा रही थीं। प्रीतम ने पीछे से कुदाल के धारदार हिस्से से उनके सिर पर वार किया, जिससे उनके सिर पर गहरी चोट आई। ग्रामीणों ने तुरंत बीच-बचाव कर कांता देवी को बचाया और उन्हें उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, रुद्रप्रयाग भेजा गया।

ग्रामीणों के अनुसार, प्रीतम सिंह मानसिक रूप से अस्वस्थ है और पहले भी गांव में इस तरह की कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है। कांता देवी के परिवार ने उसी दिन, 29 अगस्त को रुद्रप्रयाग थाने में घटना की लिखित शिकायत दर्ज की थी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया, लेकिन 4 सितंबर तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

ग्रामीणों में पुलिस की निष्क्रियता को लेकर गहरा आक्रोश है। उनका कहना है कि प्रीतम सिंह का व्यवहार अप्रत्याशित है और वह कभी भी किसी पर हमला कर सकता है। ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

पुलिस की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे इस मुद्दे को और ऊपर ले जाएंगे।
जिला प्रशासन रुद्रप्रयाग उत्तराखंड
पुलिस अधीक्षक कार्यालय रुद्रप्रयाग।
Dm Rudraprayag
Rudraprayag Police Uttarakhand

31/08/2025

चिलोंड गांव में गौशाला ढह जाने से दबे मवेशियों को निकालने का कार्य

आपदा के बीच जखोली के बकसिर बंगड़ गांव में 21 वर्षीय गर्भवती महिला की मेडिकल टीम ने घर पर करवाई सुरक्षित डिलीवरी, जच्चा-ब...
31/08/2025

आपदा के बीच जखोली के बकसिर बंगड़ गांव में 21 वर्षीय गर्भवती महिला की मेडिकल टीम ने घर पर करवाई सुरक्षित डिलीवरी, जच्चा-बच्चा स्वस्थ

जनपद रुद्रप्रयाग के बसुकेदार क्षेत्र में हाल ही में हुई अतिवृष्टि के बाद से पूरे जिले में आपदा जैसी स्थिति बनी हुई है। इसके बावजूद जिले के सभी विभाग अपने-अपने कार्यों को तेज़ी से अंजाम दे रहे हैं। बीते दिन तालजामण क्षेत्र में बिजली और पानी की आपूर्ति बहाल कर दी गई, वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी आपदा प्रभावित क्षेत्रों में सक्रिय रूप से कार्यरत हैं और प्रभावित लोगों की हर संभव मदद कर रही हैं।

इसी क्रम में जखोली ब्लॉक के बकसिर बंगड़ गांव में मेडिकल टीम ने एक 21 वर्षीय महिला की सुरक्षित डिलीवरी उसके घर पर ही करवाई। महिला ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है।बड़ी बात ये की मेडिकल टीम संपर्क मार्ग टूटे होने के बाद बड़ी की विकट परिस्थितियों में महिला के घर पहुँची और महिला की सुरक्षित डिलीवरी करवाई।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राम प्रकाश ने जानकारी देते हुए बताया कि देर रात सूचना प्राप्त हुई कि सक्षमा देवी (उम्र 21 वर्ष), पत्नी पंकज चंद को अत्यधिक प्रसव पीड़ा हो रही है। सूचना मिलते ही प्रभारी चिकित्सा अधिकारी जखोली डॉ. खुशपाल सिंह के निर्देशन में एक मेडिकल टीम गठित कर महिला के घर भेजी गई। टीम में डॉ. अयोध्या, फार्मासिस्ट प्रदीप साह और सीएचओ मोहित शामिल थे।

टीम देर रात गांव पहुंची और स्थानीय दाई की सहायता से महिला का सुरक्षित प्रसव करवाया। इस दौरान प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. खुशपाल सिंह भी लगातार टीम के संपर्क में रहे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राम प्रकाश ने बताया कि जच्चा और बच्चा दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं। महिला के परिजनों के संपर्क में भी स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार बनी हुई है, ताकि किसी भी प्रकार की समस्या न हो।

वहीं, जिलाधिकारी प्रतीक जैन द्वारा आपदा के इस दौर में सभी विभागों को आपसी समन्वय से कार्य करने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है, जिनकी निगरानी के लिए जिला स्तरीय अधिकारियों को नोडल बनाकर जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।

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