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Rafiq Singhania. समाजसेवा

02/04/2024

आपका व्यवहार आपका असल परिचय है, वरना नाम पता तो आधार कार्ड पर भी लिखा होता है।😊

14/03/2024

मन और मकान को वक्त वक्त पर साफ करते रहो अक्सर मकान में बेमतलब का समान और मन में बेमतलब की गलतफहमियां हो ही जाती हे मन भर के जीयो मन में भर के मत जीयो....

12/02/2024

व्यापार हो या व्यवहार उन्हीं लोगों से रखो ,

जिनकी जान से ज्यादा जुबान की कीमत हो ..!!

रिश्तों में झुकना कुछ गलत नहीं हैसूरज भी तो ढल जाता हैं चांद के लिए...
11/02/2024

रिश्तों में झुकना कुछ गलत नहीं है
सूरज भी तो ढल जाता हैं चांद के लिए...

09/02/2024
05/02/2024

"चुनींदा" हे वो लोग, जो मुझे जानते हैं.!!

कितने समझ पाए, ये आज भी एक "राज़" हे.!!

04/02/2024

कद्र भी लोग घाटा मुनाफा देखकर करते है ‎‫चाय में मक्खी गिरे तो चाय फेंकते है,,,

घी में मक्खी गिरे तो मक्खी को फेकते हे लोग,,,

03/02/2024

उम्र जाया कर दी लोगों ने औरों के वजूद में नुक्स निकालते निकालते इतना ही खुद को तराशा होता तो फ़रिश्ते बन जाते

02/02/2024

लोग दिवाने हैं बनावट के हम अपनी सादगी ले के कहां जायें!!!!

दुसरों की मदद करके दिल में खुशी हो वहीं सेवा हैं,
और बाकी सब दिखावा हैं!!!

06/01/2024

रिश्ता बनाना है तो तारीफ करना सीखो और खत्म करना है तो सच बोलना सीखो..

04/01/2024

मेहनत का फल और समय का हल देर से ही सही लेकिन मिलता जरूर है..!

सहवाग एक दिन कार से जा रहे थे, किसी ने कहा ये गाड़ी अंग्रेज़ो की बनाई है सहवाग ठहरे घोर स्वदेसी, तुरंत गाड़ी से उतर गए, ...
08/09/2023

सहवाग एक दिन कार से जा रहे थे, किसी ने कहा ये गाड़ी अंग्रेज़ो की बनाई है सहवाग ठहरे घोर स्वदेसी, तुरंत गाड़ी से उतर गए,

किसी ने कहा कोट पैंट भी उनका है, उन्होंने उतार फेंका, फिर इसी तरह शर्ट टाई जूते सब उतार दिए,

एक आदमी ने पूछा भाई साहब टाइम क्या हुआ है उन्होंने घड़ी देखी, और गुस्से से उतार फेंकी,

लोगों ने कहा अरे मोबाइल भी अंग्रेज़ो का है उन्होंने वो भी फेंक दिया।

सहवाग के पास अब कपड़े के नाम पर सिर्फ गले में लटका ताबीज़ था। ताबीज़ लटकाए दिल्ली की गलियों में बढ़ते चले जा रहे थे, रास्ते में गंभीर मिल गए, तंज़ करते हुए कहा,

क्या मुल्लो वाला ताबीज़ लटकाए घूम रहे हो, सहवाग का खून खौल गया,उन्होने सोचा इसको खोलकर देखें, ताबीज़ खोली, उसमें एक पर्ची थी जिसपर लिखा था "दुष्ट बालक अमृतकाल में तेरी बुद्धि हर ली जाएगी"

सहवाग चिंतित हो गए, तभी उनके कान में महामानव ने आवाज़ दी, अंग्रेज़ो का चश्मा हटाकर पढ़ो,

जैसे चश्मा हटाकर पढ़ा पर्ची में नज़र आया "नँगा है पर चंगा है"…✍️😉

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