21/11/2025
मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण को लेकर एसडीएम की अध्यक्षता में बैठक आयोजित
मतदाता सूचियों की शुद्धता लोकतांत्रिक प्रक्रिया का महत्वपूर्ण आधार: पुलकित मल्होत्रा
सफीदों, 21 नवंबर।( विनय दीवान)
विधानसभा क्षेत्र सफीदों के निर्वाचन पंजीयन अधिकारी एवं एसडीएम पुलकित मल्होत्रा की अध्यक्षता में लघु सचिवालय सभागार में मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण को लेकर बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में विधानसभा क्षेत्र के सुपरवाइजरों को समयबद्ध तरीके से कार्य पूरा करने के निर्देश दिए गए।
एसडीएम ने कहा कि मतदाता सूचियों की शुद्धता लोकतांत्रिक प्रक्रिया का महत्वपूर्ण आधार है, इसलिए प्रत्येक पात्र व्यक्ति का नाम मतदाता सूची में सही रूप से दर्ज होना चाहिए। उन्होंने बूथ स्तर पर किए जा रहे कार्य, नए मतदाताओं के पंजीकरण, स्थानांतरण एवं विलोपन प्रक्रिया की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार पूरी पारदर्शिता के साथ कार्य सुनिश्चित किया जाए।
निर्वाचन पंजीयन अधिकारी ने सुपरवाईजरों को आगामी मतदाता सूचियों के सघन पुनरीक्षण को लेकर विस्तृत दिशा-निर्देश देते हुए बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार वर्ष 2002 की मतदाता सूची का वर्ष 2025 की मतदाता सूची के साथ बीएलओ ऐप के माध्यम से मिलान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह कार्य प्राथमिकता के आधार पर शीघ्रता से पूरा करवाया जाए। एसडीएम ने स्पष्ट किया कि मिलान एवं सत्यापन का कार्य बीएलओ द्वारा किया जाना है, जिसके लिए सुपरवाइजर अपने स्तर पर सतर्कता व मार्गदर्शन करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी जिम्मेदारी व तत्परता के साथ कार्य को समय पर पूर्ण करें।
बैठक में कानूनगो नरेश कुमार, अशोक कुमार, सुभाष शर्मा, सोहनलाल, कर्मवीर, बहादुर सिंह, उमेद सिंह, दलबीर, विक्रम सहित क्षेत्र के सभी सुपरवाइजर उपस्थित रहे।
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सफीदों शहर के चौक चौराहों पर स्थापित की जाएगी स्वतंत्रता सेनानियों की प्रतिमाएंः एसडीएम
सफीदों 21 नवम्बर सफीदों के एसडीएम पुलकित मल्होत्रा ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी एवं देश को आजादी दिलवाने वाले शहीद हमारे गर्व एवं गौरव का प्रतीक हैं। उनकी स्मृतियों को संजोने और नई पीढ़ी में देश भक्ति की भावना को और प्रबल करने के उद्देश्य से सफीदों शहर के प्रमुख चौक चौराहों पर स्वतंत्रता सेनानियों एवं शहीदों की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी। उन्होंने नगर पालिका अधिकारियों को इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए, ताकि सफीदों क्षेत्र के नागरिकों को भी स्वतंत्रता सेनानियों एवं शहीदों की प्रतिमाओं व उनके नाम से चौक -चौराहों की पहचान मिल सके। ..................
-पराली जलाने की घटनाओं की रोकथाम को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क
-फसल अवशेष प्रबंधन के लिए किसान कल्याण विभाग की योजनाओं का उठायें लाभ
-वैज्ञानिक व आधुनिक तरीके से फसल अवशेषों का करें प्रबंधन: एसडीएम पुलकित मल्होत्रा
सफीदों, 21 नवम्बर एसडीएम पुलकित मल्होत्रा ने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के माध्यम से फसल अवशेष प्रबंधन के लिए अनेक महत्वपूर्ण योजनाऐं लागू की गई हैं। किसानों को चाहिए कि वे इन स्कीमों का लाभ उठाकर वैज्ञानिक व आधुनिक तरीके से अवशेषों का प्रबंध करें। एसडीएम पुलकित मल्होत्रा ने शुक्रवार को उपमंडल के गांव बागड़ूकलां व खुर्द,लुदाना, भम्भेवा, मोरखी, गांगोली, हाट सहित अनेकों गांवों का दौरा कर फसल अवशेष प्रबंधन विषय पर किसानों को जागरूक किया। इस मौके पर उनके साथ तहसीलदार राजेश गर्ग, कृषि विभाग के एसडीओ सुशील कुमार, संबंधित पटवारी, ग्राम सचिव मौजूद रहे।
एसडीएम पुलकित मल्होत्रा ने बताया कि सरकार द्वारा सुपर स्ट्रॉ मैनेजमेंट सिस्टम, रोटावेटर, जीरो टिल सीड ड्रिल, हैप्पी सीडर, श्रेडर और बेलर जैसी मशीनों पर अनुदान उपलब्ध कराया जा रहा है ताकि किसानों को आर्थिक बोझ न उठाना पड़े और फसल अवशेषों का उपयोग खाद या पशु चारे के रूप में किया जा सके। उन्होंने सम्बंधित गांवों के किसानों को जागरूक करते हुए कहा कि पराली या अन्य अवशेषों को जलाने से वायु प्रदूषण में बढ़ोतरी होती है, जिससे न केवल पर्यावरण को क्षति पहुंचती है बल्कि पशुओं के लिए चारे की भी भारी कमी उत्पन्न हो जाती है इसलिए फसल अवशेषों में आग लगाने से बचें। यह समस्या केवल स्थानीय स्तर पर ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश और देश के पर्यावरण को प्रभावित करती है।
एसडीएम पुलकित मल्होत्रा ने कहा कि ग्राम सचिव और पटवारी प्रतिदिन गांवों के खेतों का दौरा करें और वहां मुनादी के माध्यम से किसानों को जागरूक करें। इसके साथ ही प्रत्येक ग्राम पंचायत में सरपंचों के माध्यम से इस विषय पर विशेष जागरूक किया जाए, ताकि किसान समझ सकें कि खेतों में आग लगाने से मिट्टी की उर्वरा शक्ति घटती है, लाभदायक जीवाणु मर जाते हैं और अगली फसल की उत्पादकता पर भी असर पड़ता है।
एसडीएम ने कहा कि मेरे अलावा बीडीपीओ,राजस्व और कृषि विभाग के अधिकारियों की संयुक्त टीमों द्वारा नियमित निरीक्षण किया जा रहा है। ये टीमें गांव व खेतों में जाकर किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन की प्रक्रिया और इससे होने वाले दीर्घकालिक लाभों के बारे में जागरूक कर रही हैं, ताकि उपमंडल में किसानों द्वारा आग लगाए जाने वाली घटनाओं पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाया जा सके। उन्होंने कहा कि यदि किसी किसान को पराली प्रबंधन में कठिनाई आती है तो संबंधित कृषि अधिकारी से मिलकर अपनी समस्या का समाधान करवा सकते है।
एसडीएम पुलकित मल्होत्रा ने कहा कि यह सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है कि पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाया जाए। फसल अवशेषों को जलाने से कार्बन मोनोऑक्साइड, नाइट्रस ऑक्साइड और सूक्ष्म कणों का उत्सर्जन होता है जो मानव स्वास्थ्य, पशुओं, फसलों और मिट्टी के लिए हानिकारक होता है। इसके अलावा आग लगने की घटनाओं से खेतों की मेड़ें, पेड़-पौधे और आसपास के संकटग्रस्त क्षेत्र भी प्रभावित होते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार प्रदूषण रोकने को लेकर गंभीर है और यदि कहीं भी पराली जलाने का मामला सामने आता है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। मगर प्रशासन का पहला उद्देश्य जागरूकता लाना और किसानों को सहयोग देना है।...............