14/04/2025
बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर
• बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को महू छावनी, मध्य प्रदेश में हुआ था।
• डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर के पिता सूबेदार रामजी मालोजी सकपाल थे। वह ब्रिटिश सेना में सूबेदार थे। बाबासाहेब के पिता संत कबीर के अनुयायी थे और वे बेहद सुविज्ञ भी थे।
• डॉ. अंबेडकर एक समाज सुधारक, न्यायविद्, अर्थशास्त्री, लेखक, बहुभाषाविद्, विद्वान और विभिन्न धर्मों के विचारक थे।
• 15 अगस्त, 1936 को उन्होंने दलित वर्गों के हितों की रक्षा के लिए स्वतंत्र लेबर पार्टी का गठन किया, जिसमें ज्यादातर श्रमिक वर्ग के लोग शामिल थे।
• वर्ष 1942 में उन्हें भारत के गवर्नर जनरल की कार्यकारी परिषद में लेबर सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया। वर्ष 1946 में वे बंगाल से संविधान सभा के लिए चुने गए। उसी समय उन्होंने अपनी पुस्तक “हू वर शूद्र?” प्रकाशित की।
• आजादी के बाद वर्ष 1947 में उन्हें देश के प्रथम प्रधानमंत्री श्री जवाहर लाल नेहरू की पहली कैबिनेट में विधि एवं न्याय मंत्री नियुक्त किया गया, लेकिन वर्ष 1951 में कश्मीर मुद्दे, भारत की विदेश नीति और हिंदू कोड बिल के बारे में प्रधानमंत्री नेहरू की नीति से मतभेद व्यक्त करते हुए उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
• डॉ. अंबेडकर संविधान निर्माण की मसौदा (प्रारूप) समिति के अध्यक्ष थे।
• उन्होंने तीनों गोलमेज सम्मेलनों में भाग लिया।
• वर्ष 1932 में डॉ. अंबेडकर ने महात्मा गाँधी के साथ 'पूना समझौते' पर हस्ताक्षर किए, जिससे उन्होंने दलित वर्गों (सांप्रदायिक पंचाट) हेतु पृथक् निर्वाचन मंडल की माँग के विचार को त्याग दिया।
• वर्ष 1952 में कोलंबिया यूनिवर्सिटी ने भारत के संविधान का प्रारूप तैयार करने में उनके द्वारा दिए गए योगदान को मान्यता प्रदान करने के लिए उन्हें एल.एल.डी. की उपाधि प्रदान की। वर्ष 1955 में उन्होंने थॉट्स ऑन लिंग्विस्टिक स्टेट्स नामक पुस्तक प्रकाशित की।
• वर्ष 1990 में उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित किया गया था।
• 14 अक्टूबर, 1956 को नागपुर में एक ऐतिहासिक समारोह में उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया और 6 दिसंबर,1956 को उनकी मृत्यु हो गई।