समाचार देवरिया

समाचार देवरिया देवरिया जनपद 16 मार्च 1946 को बनाया गया.
दे?

आइये इस समाचार की शुरुवात करते है देवरिया जिले के बारे में जानकर,
शायद आप लोगो को पता हो, अगर कुछ छूट गया हो तो कृपया बताने का कष्ट करें ताकि इसमे जोड़ सकू,
यह जनपद 26 ° 6′ उत्तर और 27 ° 8′ से 83 ° 29′ पूर्व और 84 ° 26′ पूर्वी, देशांतर के बीच स्थित है, जिसमें से 1994 में जनपद कुशीनगर को देवरिया जिले के उत्तर-पूर्व भाग को लेकर बनाया गया. जनपद देवरिया उत्तर में जनपद कुशीनगर, पूर्व में जनपद गोपालगंज औ

र सिवान (बिहार राज्य), दक्षिण में मऊ और बलिया तथा पश्चिम में गोरखपुर जनपद से घिरा है. देवरिया जनपद का मुख्यालय गोरखपुर से सड़क मार्ग से 53 किमी दुरी पर पूर्व में स्थित है।.घाघरा, राप्ती और छोटी गंडक इस जनपद की मुख्य नदियां हैं.देवरिया जनपद 16 मार्च 1946 को गोरखपुर जनपद का कुछ पूर्व-दक्षिण भाग लेकर बनाया गया. ऐसा माना जाता है की देवरिया नाम, ‘देवारण्य’ या शायद ‘देवपुरिया’ से उत्तपन्न हुआ . आधिकारिक राजपत्रों के मुताबिक, जनपद का नाम ‘देवरिया’ इसके मुख्यालय के नाम से लिया गया है और ‘देवरिया’ शब्द का मतलब आमतौर पर एक ऐसा स्थान, जहां मंदिर हैं . नाम ‘देवरिया’ एक जीवाश्म (टूटी हुई) शिव मंदिर द्वारा अपने उत्तर में ‘कुर्ना नदी’ की ओर से उत्पन्न हुआ।
भूभाग के बारे में
यह जनपद 26 ° 6′ उत्तर और 27 ° 8′ से 83 ° 29′ पूर्व और 84 ° 26′ पूर्वी, देशांतर के बीच स्थित है, जिसमें से 1994 में जनपद कुशीनगर को देवरिया जिले के उत्तर-पूर्व भाग को लेकर बनाया गया. जनपद देवरिया उत्तर में जनपद कुशीनगर, पूर्व में जनपद गोपालगंज और सिवान (बिहार राज्य), दक्षिण में मऊ और बलिया तथा पश्चिम में गोरखपुर जनपद से घिरा है. देवरिया जनपद का मुख्यालय गोरखपुर से सड़क मार्ग से 53 किमी दुरी पर पूर्व में स्थित है।.घाघरा, राप्ती और छोटी गंडक इस जनपद की मुख्य नदियां हैं.सेलमपुर, बरहज और भाटापार रानी, देवरिया के अलावा प्रमुख शहर हैं.
देवरिया जनपद के तथ्य –
जनपद मुख्यालय- देवरिया
लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र- देवरिया
विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र- कुल 7 है
336-रुद्रपुर,
337-देवरिया,
338-पथरदेवा,
339-रामपुर कारखाना,
340-भाटपार रानी,
341-सलेमपुर
342-बरहज
तहसीलों के नाम- कुल 5 तहसील है।
देवरिया सदर,
भाटपार रानी,
बरहज,
सलेमपुर
रुद्रपुर
जिलापंचायत का नाम- देवरिया
ब्लॉक का नाम : कुल 16 ब्लॉक है,
बैतालपुर,
बरहज
बनकटा,
भागलपुर,
भलुअनी,
भटनी,
भाटपार रानी,
देवरिया सदर,
देसही देवरिया,
गौरी बाज़ार,
लार,
पथरदेवा,
रामपुर कारखाना,
रुद्रपुर,
सलेमपुर,
तरकुलवा
थाना का नाम-
कोतवाली सदर,
कोतवाली सलेमपुर
कोतवाली रुद्रपुर,
गौरी बाज़ार,
रामपुर कारखाना,
तरकुलवा,
बघौच घाट,
भटनी,
भाटपार रानी,
खामपार,
लार,
मईल,
इकौना,
मदनपुर,
बरहज,
खुखुन्दू,
भलुअनी,
बनकटा,
महिला थाना,
नगर पालिका परिषद् का नाम-
देवरिया,
गौरा बरहज
भाषा- हिंदी ,भोजपुरी, खड़ी बोली, अंग्रेजी,
नदियाँ- घाघरा (सरयू),छोटी गंडक
अक्षांश-देशांतर- अक्षांश-26.428769, देशांतर- 83.800564
यात्रा स्थल- देवरही मंदिर, दुग्धेश्वर नाथ मंदिर, दिर्घेश्वर नाथ मंदिर , परशुराम धाम , देवरहा बाबा कुटी, जालपा माई मंदिर, अहिलवार भगवती,
जनपद देवरिया के सीमा क्षेत्र- कुशीनगर,गोरखपुर,बलिया,मऊ,गोपालगंज (बिहार),सिवान (बिहार)
रेलवे स्टेशन का नाम- गौरी बाज़ार बैतालपुर देवरिया सदर, अहिल्यापुर,नूनखार,भटनी,नोनापार,भाटपार रानी, बनकटा, पिकोल,सलेमपुर, लार,तुर्तीपार, देवरहा बाबा, सतराव, सिसई गुलाब राय और बरहज बाज़ार

23/01/2025

दैनिक भास्कर की टीम को बहुत बहुत बधाई।

कुशीनगर मे कमीशन का खेल और फर्जी इलाज का बाड़ा एक्सपोज किया दैनिक भास्कर ने 👌

#देवरिया #कुशीनगर में डॉक्टर द्वारा यह सब घिनौना खेल सिर्फ पैसे के लिए खेला जा रहा है।

डॉक्टर को भगवान् कहा जाता है, लेकिन डॉक्टर ने अपने एजेंट छोड़ रक्खे है बाजार मे, एजेंट सही सलामत मरीज को अल्ट्रासाउंड में पथरी दिखा कर कमीशन पर भर्ती कराते है aur डॉक्टर द्वारा कमीशन ले के जाते है।

डॉक्टर का कहना हैं ऑपरेशन के वक्त हम पत्थर डालेंगे और पथरी निकालेंगे उसके बाद हम आयुष्मान कार्ड से भी 27 हजार सरकार से ले लेंगे।

आम आदमी के स्वास्थ्य के साथ इतना बड़ा खेल चल रहा है जो स्टिंग ऑपरेशन में पुरा मामला दिखाया गया है।

बता दे की अभी हाल hi मे कुछ दिन पूर्व देवरिया में भी बिहार से आकर डॉक्टर बने बैठे कुछ फर्जी बेनकाब हुए हैं।

16/01/2025

यात्रियों को शिकार बनाने के लिए खजूर के अंदर नींद की गोलियों को मिला दे रहे हैं और जैसे ही यात्री गहरी नींद में जाता है, उनका पैसा लेकर चंपत हो जाते हैं।

15/01/2025

*देवरिया में किसानों ने किया विशाल धरना प्रदर्शन*

देवरिया जिले के किसानों ने जिला प्रशासन और शासन पर लगाया आरोप बीना नोटिस के प्रशासन ने पार्क बनाने के लिए ग्रामीण किसानों की जमीन एक्वायर करने के लिए प्रस्ताव में भेजा था।

*ग्रामीण किसानों ने प्रदर्शन करते हुए डीएम देवरिया दिव्या मित्तल को ज्ञापन सौपें*

*देवरिया जनपद के सदर तहसील क्षेत्र के अहिर परसिया गांव का है पुरा मामला।*

आप को बता दें की सदर ब्लाक के ग्राम सभा परसिया अहिर व ग्राम सभा चकरामचन्दर, में महायोजना 2031 में जो भूमि अधिग्रहित करने का प्रस्ताव गया हैं जैसे ही ग्रामीणों को जानकारी मिली वो इसका विरोध करने लगे ग्रामीणों का कहना हैं की बिना नोटिश बिना किसी सूचना के मेरी जमीन को अधिग्रहित करने का प्रस्ताव भेजा गया हैं। हम समस्त ग्रामवासी अपने कृषि योग्य भूमि देने से हम लोगों का भविष्य वित्तीय संकट से घीर जायेगा।

क्योंकि हम समस्त ग्रामवासियो का जीवन यापन इसी भूमि से चलता चला आ रहा है। अधिग्रहण करने से हम वित्तीय संकट से घीर जायेगें,

ग्रामीणों का मुख्य मांग हैं जो काफ़ी अच्छा तरीके से अधिकारीयों को अवगत कराया है।
01. हमारे गाँव में पूर्व से ही मनरेगा पार्क बना हुआ है।

02. हमारे गाँव में नवनिर्मित अमृत सरोवर बना हुआ है।

03. हमारे गाँव में पार्क पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, जिसकी नयी व्यवस्था की कोई आवश्यकता नहीं है।

04. हमारे गाँव में छः पोखरी है, अगर विकास करना या सुन्दरीकरण करना है, सभी पोखरियो को किया जाएं, हमें कोई आपत्ति नहीं हैं

05. हमारे गाँव में चार पार्क की कोई आवश्यकता नहीं है।

06. सरकार यह प्रस्ताव लेती हैं तो हमारे गाँव में बेटी की विवाह हेतु आर्थिक संकट का सामना करना पड सकता है। जहां 70 प्रतिशत किसानो की जमीन को अधिग्रहण किया जा रहा है।

07. जमीन के व धन के अभाव में हमारे गाँव के बच्चों का भविष्य अंधकार मय हो जायेगा।

08. जो भूमि पार्क हेतु आरक्षित किया जा रहा है, वह कृषि योग्य भूमि है, अगर उक्त जमीन एक्वायर किया गया तो हम ग्रामवासी भूखमरी के शिकार बन जायेगें। जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी।

वही किसानो का कहना हैं की विगत में हमारे ग्राम पंचायत परसिया अहिर व चकरामचन्दर से देवरिया सदर ब्लाक में फल मण्डी समिति, बाबा राघव दास कुष्ट सेवा अश्रम के निर्माण हेतु 50 प्रतिशत ऊपर पहले ही अधिग्रहित किया जा चुका है, अब जो कुछ जमीन बची हुई है, उसका अधिग्रहण करने से हम बड़ी संकट से घीर जायेगें।

उत्तर प्रदेश - इस FIR को पढ़िए, अगर एक पत्रकार न्याय दिलाने को पीछे पड़ जाए तो क्या नहीं करा सकता!वरिष्ठ पत्रकार मनोज टिबड...
02/01/2025

उत्तर प्रदेश - इस FIR को पढ़िए, अगर एक पत्रकार न्याय दिलाने को पीछे पड़ जाए तो क्या नहीं करा सकता!

वरिष्ठ पत्रकार मनोज टिबड़ेवाल आकाश ने अपना घर बुलडोजर से गिराए जाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ी और ऐतिहासिक निर्णय लेकर आए, एफआईआर में दर्ज है पूरी कहानी…

गैरकानूनी तरीके से वरिष्ठ पत्रकार मनोज टिबड़ेवाल आकाश के महराजगंज (उ. प्र.) स्थित पैतृक मकान को बुलडोजरों से जमींदोज करने के मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बहुत बड़ा एक्शन हुआ। 25 लाख रुपये के जुर्माने के बाद, यूपी के महराजगंज जिले में IAS-IPS, PCS-PPS, NH और PWD के इंजीनियरों, पुलिस इंस्पेक्टरों, सब-इंस्पेक्टरों, LIU के इंस्पेक्टरों सहित 26 आरोपियों के खिलाफ आजीवन कारावास जैसी संगीन धाराओं में FIR दर्ज की गई है। विवेचना का जिम्मा UP-CBCID को है। पत्रकार टिबडेवाल ने कहा- अगर सीबीसीआईडी ने जांच सही ढंग से नहीं की तो मामले की सीबीआई से जाँच कराने के लिए फिर सुप्रीम कोर्ट तक जाऊंगा।

देखें एफआईआर…

रोड पर संकेत..... ट्रैफिक नियमों का पालन करे 🙏
29/11/2024

रोड पर संकेत..... ट्रैफिक नियमों का पालन करे 🙏

डॉ. राजाराम त्रिपाठी भारत के सबसे अमीर किसानों में से एक हैं:खेतीत्रिपाठी छत्तीसगढ़ के बस्तर में एक किसान हैं जो काली मि...
27/11/2024

डॉ. राजाराम त्रिपाठी भारत के सबसे अमीर किसानों में से एक हैं:

खेती

त्रिपाठी छत्तीसगढ़ के बस्तर में एक किसान हैं जो काली मिर्च, सफेद मूसली और स्ट्रोविया उगाते हैं। उन्हें जैविक खेती और प्राकृतिक ग्रीनहाउस तकनीक के इस्तेमाल के लिए जाना जाता है।

व्यवसाय

त्रिपाठी माँ दंतेश्वरी हर्बल ग्रुप के सीईओ हैं, जिसका सालाना कारोबार ₹25 करोड़ है। यह समूह संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप को काली मिर्च का निर्यात करता है।

पुरस्कार

त्रिपाठी ने चार बार सर्वश्रेष्ठ किसान का पुरस्कार जीता है और वे 2023 में मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया (MFOI) पुरस्कार के विजेता थे। 

हेलीकॉप्टर

त्रिपाठी के पास चार सीटों वाला आर-44 हेलीकॉप्टर है, जिसका इस्तेमाल वे खेती के लिए करते हैं। उन्हें बस्तर का पहला किसान माना जाता है, जिसके पास हेलीकॉप्टर है।

त्रिपाठी हर्बल कृषि के क्षेत्र में अग्रणी हैं और सेंट्रल हर्बल एग्रो मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष हैं।

उनका अगला लक्ष्य, प्राइवेट जेट खरीदना होना चाहिए था। वैसे भी, किसी की कुल सम्पत्ति अगर 18 हज़ार करोड़ रूपए की हो, तो 300 क...
17/10/2024

उनका अगला लक्ष्य, प्राइवेट जेट खरीदना होना चाहिए था।
वैसे भी, किसी की कुल सम्पत्ति अगर 18 हज़ार करोड़ रूपए की हो, तो 300 करोड़ रूपए के प्राइवेट जेट विमान खरीदने पर ऑडिटर भी एतराज नहीं करेगा । और जब पैसा अथाह हो तो फिर मुश्किल ही क्या है ?

यूँ भी, लक्ष्मी जब छप्पर फाड़कर धन बरसाती हैं, तो ऐसे फैसले किसी को खर्चीले नहीं लगते। शायद इसलिए एक खरबपति के लिए जेट विमान ख़रीदना ऐसा ही है जैसे किसी मैनजेर के लिए मारुती कार खरीदना।
लेकिन जोहो कारपोरेशन(Zoho Corporation ) के चेयरमैन, श्रीधर वेम्बू पर लक्ष्मी के साथ साथ सरस्वती भी मेहरबान थीं। इसलिए उनके इरादे औरों से बिलकुल अलग थे।

प्राइवेट जेट खरीदना तो दूर, उन्होंने अपनी कम्पनी बोर्ड के निदेशकों से कहा कि वे अब कैलिफ़ोर्निया(अमेरिका) से जोहो कारपोरेशन का मुख्यालय कहीं और ले जाना चाहते हैं।
श्रीधर के इस विचार से कम्पनी के अधिकारी हतप्रभ थे.. क्यूंकि सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री के लिए कैलिफ़ोर्निया के बे-एरिया से मुफीद जगह दुनिया में और कोई है ही नहीं। गूगल, एप्पल , फेसबुक, ट्विटर या सिस्को, सब के सब इसी इलाके में रचे बसे, फले फूले।
पर श्रीधर तो और भी बड़ा अप्रत्याशित फैसला लेने जा रहे थे।
वे कैलिफ़ोर्निया से शिफ्ट होकर सीएटल या हूस्टन नहीं जा रहे थे।वे अमेरिका से लगभग 13000 किलोमीटर दूर चेन्नई वापस आना चाहते थे।
उन्होंने बोर्ड मीटिंग में कहा कि अगर डैल, सिस्को, एप्पल या माइक्रोसॉफ्ट अपने दफ्तर और रिसर्च सेंटर भारत में स्थापित कर सकते हैं तो जोहो कारपोरेशन को स्वदेश लौटने पर परहेज़ क्यों है ?
श्रीधर के तर्क और प्रश्नो के आगे बोर्ड में मौन छा गया। फैसला हो चुका था। आई आई टी मद्रास के इंजीनियर श्रीधर वापस मद्रास जाने का संकल्प ले चुके थे।उन्होंने कम्पनी के नए मुख्यालय को तमिल नाडु के एक गाँव(जिला टेंकसी) में स्थापित करने के लिए 4 एकड़ जमीन पहले से खरीद ली थी।और एलान के मुताबिक, अक्टूबर 2019 , यानि ठीक एक साल पहले श्रीधर ने टेंकसी जिले के मथलामपराई गाँव में जोहो कारपोरेशन का ग्लोबल हेडक्वार्टर शुरू कर दिया। यही नहीं, 2.5 बिलियन डॉलर के जोहो कारपोरेशन ने पिछले ही वर्ष सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट कारोबार में 3,410 करोड़ रूपए का रिकॉर्ड राजस्व प्राप्त करके टेक जगत में बहुतों को चौंका भी दिया।

स्वदेश क्यों लौटना चाहते थे श्रीधर ?

श्रीधर, अमेरिका की किसी एजेंसी या बैंक या स्टॉक एक्सचेंज के दबाव के कारण स्वदेश नहीं लौटे। उनपर प्रतिस्पर्धा का दबाव भी नहीं था। वे कोई नया व्यवसाय भी नहीं शुरू कर रहे थे। वे किसी नकारात्मक कारण से नहीं, एक सकारात्मक विचार लेकर वतन लौटे। उन्होंने कई वर्ष पहले संकल्प लिया था कि अगर जोहो ने बिज़नेस में कामयाबी पायी तो वे प्रॉफिट का बड़ा हिस्सा स्वदेश में निवेश करेंगे। कम्पनी के मुनाफे को वे गाँव के बच्चों को आधुनिक शिक्षा देने पर भी खर्च करेंगे। इसी इरादे से उन्होंने सबसे पहले मथलामपराई गाँव में बच्चों के लिए निशुल्क आधुनिक स्कूल खोले।कंप्यूटर टेक्नोलॉजी के जानकार श्रीधर गाँव में ही जोहो विश्वविद्यालय भी बना रहे हैं जहाँ भविष्य के सॉफ्टवेयर इंजीनियर तैयार होंगे। फोर्ब्स मैगज़ीन में दिए एक इंटरव्यू में श्रीधर बताते हैं कि टेक्नोलॉजी को अगर ग्रामीण इलाकों से जोड़ा जाए तो गाँव से पलायन रोका जासकता है । " गाँव में प्रतिभा है, काम करने की इच्छा है...अगर आधुनिक शिक्षा से हम बच्चों को जोड़े तो एक बड़ा टैलेंट पूल हमे गाँव में ही मिल जायेगा। इसीलिए मैं भी बच्चों की क्लास में जाता हूँ , उन्हें पढ़ाता भी हूँ। मेरी कोशिश गाँव को सैटेलाइट से जोड़ने की है। हम न सिर्फ दूरियां मिटा रहे हैं, न सिर्फ पिछड़ापन दूर कर रहे हैं , बल्कि शहर से बेहतर डिलीवरी गाँव से देने जा रहे है....प्रोडक्ट चाहे सॉफ्टवेयर ही क्यों न हो , " श्रीधर बताते हैं।

तस्वीरें ज़ाहिर करती हैं कि श्रीधर बेहद सहज और सादगी पसंद इंसान हैं। वे लुंगी और बुशर्ट में ही अक्सर आपको दिखेंगे। गाँव और तहसील में आने जाने के लिए वे साईकिल पर ही चल निकलते हैं।उनकी बातचीत से, हाव भाव से, ये आभास नहीं होता कि श्रीधर एक खरबपति सॉफ्टवेयर उद्योगपति हैं जिन्होंने 9 हज़ार से ज्यादा लोगों को रोजगार दिया है जिसमे अधिकाँश इंजीनियर है। उनकी कम्पनी के ऑपरेशन अमेरिका से लेकर जापान और सिंगापुर तक फैले हैं जहाँ 9,300 टेक कर्मियों को रोजगार मिला है। श्रीधर का कहना है कि आने वाले वर्षों में वे करीब 8 हज़ार टेक रोजगार भारत के गाँवों में उपलब्ध कराएंगे और ग्लोबल सर्विस को देश के नॉन-अर्बन इलाकों में शिफ़्ट करेंगे। शिक्षा के साथ गाँवों में वे आधुनिक अस्पताल, सीवर सिस्टम, पेयजल, सिंचाई, बाजार और स्किल सेंटर स्थापित कर रहे हैं।

एक सवाल अब आपसे

क्या कारण है कि देश में श्रीधर जैसे हीरों की परख जनता नहीं कर पाती ? क्या कारण है कि हम असली नायकों को नज़रअंदाज़ करके छद्म नायकों को पूजते हैं ? श्रीधर चाहते तो आज कैलिफ़ोर्निया में निजी जेट विमान पर उड़ रहे होते, सेवन स्टार लक्ज़री विला में रहते, अपनी कमाई को विदेश में ही निवेश करते जाते ... आखिर उन्हें स्वदेश लौटने की ज़रुरत ही क्या थी? फिर भी उनके त्याग का देश संज्ञान नहीं लेता ?

क्या कीचड़ उछाल और घृणा-द्वेष से रंगे इस देश में अब श्रीधर जैसे लोग अप्रासंगिक हो रहे है ?
या हम लोग इतने निकृष्ट और निर्लज होते जा रहे हैं कि नर में नारायण की जगह नालायक ढूंढने लगे हैं ?

श्रीधर जैसे अनेक ध्रुव तारे आज देश को आलोकित कर रहे हैं पर इन तारों की चमक, समाज को चौंधियाती नहीं है। उनके कर्म, न्यूज़ चैनल की सुर्खियां को रौशन नहीं करते हैं।
और जिन्हे सुबह शाम, रौशन किया जा रहा है वे अँधेरे के सिवा आपको कुछ दे नहीं सकते।

मेरा आग्रह आपसे है
अगर बच्चों का भविष्य बदलना है
तो कुछ देर के लिए न्यूज़ चैनल बंद कीजिये
और
अपने आस पास
अपने गाँव देश में श्रीधर ढूंढिए।🙋‍♂
रिपोस्ट।

11/10/2024

आपका चेहरा याद रखना चाहता हूं ताकि जब मैं आपसे स्वर्ग में मिलूं, तो मैं आपको पहचान सकूं और एक बार फिर आपका धन्यवाद कर सकूं।"

यह वाक्य रतन टाटा के जीवन का वह क्षण था, जिसने उन्हें सच्चे सुख का अर्थ समझाया।

जब एक टेलीफोन साक्षात्कार में भारतीय अरबपति श्री रतन टाटा से रेडियो प्रस्तोता ने पूछा, "सर, आपको जीवन में सबसे अधिक खुशी कब मिली?" तब उन्होंने एक मार्मिक जवाब दिया।

जीवन के चार चरणों में खुशी की तलाश
रतन टाटा ने कहा, "मैंने जीवन में चार चरणों से गुजरा और अंततः मुझे सच्चे सुख का अर्थ समझ में आया।"
पहला चरण धन और साधन संचय करने का था। इस दौरान, मुझे वह खुशी नहीं मिली, जिसकी मुझे उम्मीद थी।
फिर दूसरा चरण आया, जब मैंने कीमती सामान और वस्त्रों को इकट्ठा करना शुरू किया। लेकिन मुझे जल्द ही यह एहसास हुआ कि इस सुख का प्रभाव भी अस्थायी है, क्योंकि इन वस्तुओं की चमक ज्यादा देर तक नहीं रहती।

तीसरा चरण तब आया जब मैंने बड़े-बड़े प्रोजेक्ट हासिल किए। उस समय मेरे पास भारत और अफ्रीका में डीजल की आपूर्ति का 95% हिस्सा था, और मैं भारत और एशिया में सबसे बड़े इस्पात कारखाने का मालिक था। फिर भी, मुझे वह खुशी नहीं मिली, जिसकी मैंने कल्पना की थी।

चौथा और निर्णायक चरण
फिर चौथा चरण आया, जिसने मेरे जीवन की दिशा बदल दी। मेरे एक मित्र ने मुझे विकलांग बच्चों के लिए व्हीलचेयर खरीदने के लिए कहा। करीब 200 बच्चे थे। मैंने अपने दोस्त के अनुरोध पर तुरन्त व्हीलचेयर खरीदीं। लेकिन मेरे मित्र ने आग्रह किया कि मैं उनके साथ जाकर खुद उन बच्चों को व्हीलचेयर भेंट करूं।

मैंने बच्चों को अपनी हाथों से व्हीलचेयर दीं और उनकी आंखों में जो खुशी की चमक देखी, वह मेरे जीवन में एक नया एहसास लेकर आई। उन बच्चों को व्हीलचेयर पर घूमते और मस्ती करते देखना ऐसा था, मानो वे किसी पिकनिक स्पॉट पर हों और किसी बड़े उपहार का आनंद ले रहे हों।

जीवन बदल देने वाला पल
जब मैं वापस जाने की तैयारी कर रहा था, तभी एक बच्चे ने मेरी टांग पकड़ ली। मैंने धीरे से पैर छुड़ाने की कोशिश की, लेकिन उसने और जोर से पकड़ लिया। तब मैं झुककर उससे पूछा, "क्या तुम्हें कुछ और चाहिए?"

उस बच्चे का जवाब जीवन बदलने वाला था। उसने कहा, "मैं आपका चेहरा याद रखना चाहता हूं ताकि जब मैं आपसे स्वर्ग में मिलूं, तो मैं आपको पहचान सकूं और एक बार फिर आपका धन्यवाद कर सकूं।"

सच्चे सुख का अर्थ
इस एक वाक्य ने न केवल रतन टाटा को झकझोर दिया, बल्कि उनके जीवन के प्रति दृष्टिकोण को पूरी तरह से बदल दिया। यह अनुभव उन्हें समझा गया कि सच्ची खुशी दूसरों की सेवा में है, न कि भौतिक संपत्तियों में।

अगर हम जीवन में ये सोचकर काम करें कि जब हम इस संसार को छोड़ेंगे, तो हमें किस लिए याद किया जाएगा, क्या हमारा जीवन किसी के लिए इतना महत्वपूर्ण होगा कि वह हमें फिर से देखना चाहे? तो हम सभी के जीवन जीने का तरीक़ा बदल जाएगा। ज़रूरी नहीं कि हम सभी रतन टाटा बन जाएँगे लेकिन जब इस दुनिया को टाटा करेंगे तो आपके आसपास की दुनिया को लगेगा कि एक रत्न चला गया।

टाटा…भारत के रतन, फिर किसी देश को बेहतर बनाने के लिए आना 🙏🏻

सादर नमन।

आम तौर पर, किसी व्यक्ति का वज़न उसकी लंबाई के हिसाब से मापा जाता है। इसके लिए बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) का इस्तेमाल किया...
09/09/2024

आम तौर पर, किसी व्यक्ति का वज़न उसकी लंबाई के हिसाब से मापा जाता है। इसके लिए बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) का इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि आप उम्र के हिसाब से भी अपनी वजन को कैलकुलेट कर सकते हैं।

हाइट के अनुसार पुरुषों के शरीर का वजन?

हाइट 4' 6 सामान्य वजन 29-34 किलो होनी चाहिए।

हाइट 4' 8 सामान्य वजन 34-40 किलो होनी चाहिए।

हाइट 4' 10 समान्य वजन 38-45 किलो होनी चाहिए।

हाइट 5' 0 सामान्य वजन 43-53 किलो होनी चाहिए।

हाइट 5' 2 सामान्य वजन 48-58 किलो होनी चाहिए।

हाइट 5' 4 सामान्य वजन 53-64 किलो होनी चाहिए।

हाइट 5' 6 सामान्य वजन 58-70 किलो होनी चाहिए।

हाइट 5' 8 सामान्य वजन 63-76 किलो होनी चाहिए।

हाइट 6' 0 सामान्य वजन 72-88 किलो होनी चाहिए।

हाइट के अनुसार महिलाओं के शरीर का वजन ?

हाइट 4' 6 सामान्य वजन 28-34 किलो होनी चाहिए।

हाइट 4' 8 सामान्य वजन 32-39 किलो होनी चाहिए।

हाइट 4' 10 सामान्य वजन 36-44 किलो होनी चाहिए।

हाइट 5' 0 सामान्य वजन 40-49 किलो होनी चाहिए।

हाइट 5' 2 सामान्य वजन 44-54 किलो होनी चाहिए।

हाइट 5' 4 सामान्य वजन 49-59 किलो होनी चाहिए।

हाइट 5' 6 सामान्य वजन 53-64 किलो होनी चाहिए।

हाइट 5' 8 सामान्य वजन 57-69 किलो होनी चाहिए।

हाइट 6' 0 सामान्य वजन 65-79 किलो होनी चाहिए।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, महिला और पुरुष का बढ़ता वजन एक गंभीर समस्या है जिसके कारण डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, समेत अन्य कई तरह की बीमारियों का खतरा भी हो सकता है। इसलिए वजन को कंट्रोल रखें तथा इसे बढ़ने न दें।

09/09/2024

कोडक कंपनी याद है? 1997 में, कोडक के पास लगभग 160,000 कर्मचारी थे।
और दुनिया की लगभग 85% फोटोग्राफी कोडक कैमरों से की जाती थी। पिछले कुछ सालों में मोबाइल कैमरों के उदय के साथ, कोडक कैमरा कंपनी मार्केट से बाहर हो गई है। यहाँ तक कि कोडक पूरी तरह से दिवालिया हो गई और उसके सभी कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया।

उसी समय कई और मशहूर कंपनियों को अपने आप को रोकना पड़ा। जैसे

HMT (घड़ी)
BAJAJ (स्कूटर)
DYANORA (TV)
MURPHY (रेडियो)
NOKIA (मोबाइल)
RAJDOOT (बाइक)
AMBASSADOR (कार)

उपरोक्त कंपनियों में से किसी की भी गुणवत्ता खराब नहीं थी। फिर भी ये कंपनियाँ बाहर क्यों हो गईं? क्योंकि वे समय के साथ खुद को बदल नहीं पाईं।

वर्तमान क्षण में खड़े होकर आप शायद यह भी न सोचें कि अगले 10 सालों में दुनिया कितनी बदल सकती है! और आज की 70%-90% नौकरियाँ अगले 10 सालों में पूरी तरह से खत्म हो जाएँगी। हम धीरे-धीरे "चौथी औद्योगिक क्रांति" के दौर में प्रवेश कर रहे हैं।

आज की मशहूर कंपनियों को देखिए-

UBER सिर्फ़ एक सॉफ्टवेयर का नाम है। नहीं, उनके पास अपनी कोई कार नहीं है। फिर भी आज दुनिया की सबसे बड़ी टैक्सी-फ़ेयर कंपनी UBER है।

Airbnb आज दुनिया की सबसे बड़ी होटल कंपनी है। लेकिन मज़ेदार बात यह है कि दुनिया में उनके पास एक भी होटल नहीं है।

इसी तरह, Paytm, Ola Cab, Oyo rooms आदि जैसी अनगिनत कंपनियों के उदाहरण दिए जा सकते हैं।

आज अमेरिका में नए वकीलों के लिए कोई काम नहीं है, क्योंकि IBM Watson नामक एक कानूनी सॉफ्टवेयर किसी भी नए वकील से कहीं बेहतर वकालत कर सकता है। इस प्रकार अगले 10 सालों में लगभग 90% अमेरिकियों के पास कोई नौकरी नहीं होगी। शेष 10% बच जाएँगे। ये 10% विशेषज्ञ होंगे।

नए डॉक्टर भी काम पर जाने के लिए बैठे हैं। Watson सॉफ्टवेयर कैंसर और दूसरी बीमारियों का पता इंसानों से 4 गुना ज़्यादा सटीकता से लगा सकता है। 2030 तक कंप्यूटर इंटेलिजेंस मानव इंटेलिजेंस से आगे निकल जाएगा।

अगले 20 सालों में आज की 90% कारें सड़कों पर नहीं दिखेंगी। बची हुई कारें या तो बिजली से चलेंगी या हाइब्रिड कारें होंगी। सड़कें धीरे-धीरे खाली हो जाएंगी। गैसोलीन की खपत कम हो जाएगी और तेल उत्पादक अरब देश धीरे-धीरे दिवालिया हो जाएंगे।

अगर आपको कार चाहिए तो आपको उबर जैसे किसी सॉफ्टवेयर से कार मांगनी होगी। और जैसे ही आप कार मांगेंगे, आपके दरवाजे के सामने एक पूरी तरह से ड्राइवरलेस कार आकर खड़ी हो जाएगी। अगर आप एक ही कार में कई लोगों के साथ यात्रा करते हैं, तो प्रति व्यक्ति कार का किराया बाइक से भी कम होगा।

बिना ड्राइवर के गाड़ी चलाने से दुर्घटनाओं की संख्या 99% कम हो जाएगी। और इसीलिए कार बीमा बंद हो जाएगा और कार बीमा कंपनियाँ भी बाहर हो जायेंगी।

पृथ्वी पर ड्राइविंग जैसी चीजें अब नहीं बचेंगी। जब 90% वाहन सड़क से गायब हो जाएँगे, तो ट्रैफ़िक पुलिस और पार्किंग कर्मचारियों की ज़रूरत नहीं होगी।

जरा सोचिए, 10 साल पहले भी गली-मोहल्लों में STD बूथ हुआ करते थे। देश में मोबाइल क्रांति के आने के बाद ये सारे STD बूथ बंद होने को मजबूर हो गए। जो बच गए वो मोबाइल रिचार्ज की दुकानें बन गए। फिर मोबाइल रिचार्ज में ऑनलाइन क्रांति आई। लोग घर बैठे ऑनलाइन ही अपने मोबाइल रिचार्ज करने लगे। फिर इन रिचार्ज की दुकानों को बदलना पड़ा। अब ये सिर्फ मोबाइल फोन खरीदने-बेचने और रिपेयर की दुकानें रह गई हैं। लेकिन ये भी बहुत जल्द बदल जाएगा। Amazon, Flipkart से सीधे मोबाइल फोन की बिक्री बढ़ रही है।

पैसे की परिभाषा भी बदल रही है। कभी कैश हुआ करता था लेकिन आज के दौर में ये "प्लास्टिक मनी" बन गया है। क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड का दौर कुछ दिन पहले की बात है। अब वो भी बदल रहा है और मोबाइल वॉलेट का दौर आ रहा है। पेटीएम का बढ़ता बाजार, मोबाइल मनी की एक क्लिक।

जो लोग उम्र के साथ नहीं बदल सकते, उम्र उन्हें धरती से हटा देती है। इसलिए जमाने के साथ बदलते रहें।

बढ़िया कंटेंट बनाते रहें, वक्त के साथ चलते रहें।

06/09/2024

सवाल 1 - रविवार की छुट्टी को किस देश ने शुरू किया था?
जवाब 1 - असल में 1843 में अंग्रेजों के गवर्नर जनरल ने सबसे पहले इस आदेश को पारित किया था. ब्रिटेन में सबसे पहले स्कूल बच्चों को रविवार की छुट्टी देने का प्रस्ताव दिया गया था. इसके पीछे कारण दिया गया था कि बच्चे घर पर रहकर कुछ क्रिएटिव काम करें.

सवाल 2 - कौन सा फल बैक्टीरिया को मार देता है?
जवाब 2 - नींबू बैक्टीरिया को मार देता है.

सवाल 3 - छोटा भारत किस देश को कहा जाता है?
जवाब 3 - फिजी को छोटा भारत कहा जाता है.

सवाल 4 - पाकिस्तान की राष्ट्रीय मिठाई क्या है?
जवाब 4 - पाकिस्तान की राष्ट्रीय मिठाई गुलाब जामुन

सवाल 5 - बांस का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य कौन सा है?
जवाब 5 - बांस का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य असम है.

सवाल 6 - कौन सा जानवर सारा काम अपनी नाक से करता है?
जवाब 6 - हाथी अपना सारा काम नाक से करता है.

सवाल 7 - भारत के किन 5 राज्यों की सीमा चीन से लगती है?
जवाब 7 - दरअसल, चीन से भारत की सीमा 5 प्रदेशों से जुड़ती है. इनमें जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश शामिल हैं.

06/09/2024

तीज पर्व की आप सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।

देवाधिदेव भगवान महादेव और माँ पार्वती के आशीर्वाद से अखंड सौभाग्य का यह पर्व आप सभी के जीवन में खुशहाली, समृद्धि एवं अपार खुशियां लेकर आए यही कामना है।

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मिश्रौली दीक्षित
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274701

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