Kuldeep Singh brahmbhatt

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मेरे मरने के बाद,मेरी कहानी लिखना...कैसे बर्बाद हुई,मेरी जवानी लिखना...और लिखना की मेरी ज़िंदगी खुशी कोकैसे तरसी, कैसे ब...
26/11/2024

मेरे मरने के बाद,
मेरी कहानी लिखना...

कैसे बर्बाद हुई,
मेरी जवानी लिखना...

और लिखना की मेरी ज़िंदगी खुशी को
कैसे तरसी, कैसे बरसा मेरी आँखों से
पानी लिखना...

और लिखना की उसका इंतजार तो
बहुत था, आखिरी साँसों में वो हिचकियों
की कहानी लिखना...

लिखना की मरते वक्त भी देती थी
दुआ तुझको...

हाथ बाहर थे कफन से,
ये निशानी लिखना...

चित्रकूट की तीन सगी बहनों ने एक ही बंदे को अपना दूल्हा बनाया। करवा चौथ के दिन तीनों एक ही छलनी से एक ही आदमी को देखने के...
22/10/2024

चित्रकूट की तीन सगी बहनों ने एक ही बंदे को अपना दूल्हा बनाया। करवा चौथ के दिन तीनों एक ही छलनी से एक ही आदमी को देखने के लिए राज़ी हुई। शादी के बाद पति की क्या गत बनी। बहनों का बहनापा बचा या नही इस बाबत फ़िलहाल कोई जानकारी उपलब्ध नही है। ऐसे मे मैं उनके बारे मे अंदाज़ा लगाना अपना फर्ज समझता हूँ ।

इन तीनों सगी बहनों का पति मे हिस्सेदारी मंजूर कर लेना वाकई अचरज भरा है। महिलायें अपने पति की पुरानी शर्ट किसी और को देने मे सौ बार सोचती है। सगी बहने देवरानी ज़ेठानी होने पर एक दूसरे के बाल नोचती देखी गई है। दो अलग अलग ख़ानदान की लड़कियों का सौत बनकर एक दूसरे से मार पीट करना आम बात। पर ये तीन सगी बहनें एक ही बंदे के साथ जीने मरने बाबत राज़ी है। ये बहुत बड़ी बात। ज़ाहिर है साझे पति से खुश ये बहने बड़े दिल वाली है। और केवल इसीलिए भी इज्जत की हकदार हैं।

अब इस बहादुर पति की बात करे। बीबी जैसी शक्ल की दूसरी महिला बाबत सोचने से भी डरता है आम आदमी। ऐसे में एक जैसी दिखती तीन सगी बहनों से एक साथ ब्याह कर जो दिलेरी दिखाई है इसने वो तारीफ़ेकाबिल है। बात तीन तक ही इसलिये रही क्योकि इनके ससुर चौथी लडकी पैदा करने जितने हिम्मती नही थे।

बडे बूढे बता गये हैं कि पति पत्नी जिंदगी के दो पहिए होते है। इस सूरमा की गाड़ी तो फोर व्हीलर है। मुझे पूरा भरोसा है कि ये धर्मेंद्र टाईप का या उसके आसपास की ही चीज होगा। लडकियों के बाप के अलावा तीन सगी बहनों को एक साथ खुद पर भरोसा दिला देने वाला ये बंदा बाद मे कृष्ण जी का अवतार भी निकल आये तो मुझे ताज्जुब नही होगा।

ऐसा किया क्यो होगा इसने ? एक बीबी काफी होती है जेबें ढीली करने के लिए। एक से ज्यादा हो तो ज्यादा धन की जरूरत होती है। पैसे कमाने के लिये मेहनत करनी पड़ती है। बंदा मेहनती हो तो मिलने वाले इज्जत से पेश आते है। आदमी को इज्जत मिले तो वो खुश रहता है। बात इतनी भर है कि ये भलामानस दूसरो से ज्यादा खुश रहना चाहता था।

जैसा कि हम सभी जानते है कि किसी भी फ़ील्ड मे जब मोनोपली होती है तो प्रॉडक्ट बेचने वाला ,सेवाये देने वाला लापरवाह हो जाता है। मनमानी करता है अपनी। कॉम्पटिशन क्वॉलिटी को बेहतर करता है। एक ही चीज बेचने वाली ढेरो कंपनियाँ हो मार्केट मे तो ग्राहक देवता हो जाता है। एक बीबी अंबानी के जियो जैसा बर्ताव करती है हमेशा। ऐसे में तीन शादी करने वाले को घर मे कितनी इज्जत और पूछ परख हासिल हो सकती है उसका एक बीबी से संतोष करने वाले अंदाजा लगा ही नही सकते।

आमतौर पर रूठने का डिपार्टमेंट बीबी के पास रहता है और मनाने की ड्यूटी मियाँ के सर रहती है। ये पट्ठा तो रूठ रूठ कर ही नंबर बढ़वा लेता होगा अपने। सोच कर देखे। क्या नजारा रहता होता होगा। एक बीबी मनुहार कर रही है ,कुछ खा लेने के लिए। दूसरी सर में तेल की मालिश कर रही है। माफ़ी माँग रही है तीसरी घर की सफ़ाई कर चुकी और अब कपडे धोने के लिए तैयार बैठी है। और बंदा ऐंठा ऐंठा घूम रहा है। और फिर सबसे बड़ी बात। आदमी को यदि बीबी ग़म दे तो वह बाहर कंधे तलाशता है इस आदमी को एक बहन के दिये ग़म दूसरी और तीसरी बहन के खाते मे फौरन ट्राँसफर करने की सुविधा घर बैठे हासिल है।

और फिर ब्रेक फ़ॉस्ट ,लंच ,डिनर मे अलग अलग वैरॉयटी। मुमकिन है तीन बीबियों मे से एक दो सरकारी नौकर हों ऐसे मे ये घर मे ठाठ से पाँव फैला कर सो भी सकता है। इस बंदे के ठाठ की आप तसव्वुर नही कर सकते। जन्नत कैसी होती होगी। सुल्तान ,राजे महाराजे कैसे होते थे ,ये इस आदमी से मिलकर ही जाना जा सकता है। इसके शहर के वो कुँवारे जिनका हक़ मार लिया गया है ,डिप्रेशन में जा सकते हैं। कुछ अब तक आसपास की किसी नदी तालाब मे कूद पड़े हो तो बडी बात है नही।

कितनी बेहतरीन ज़िंदगी होगी इसकी। काम से लौट कर घर के मज़ेदार क़िस्से। तीन बीबियाँ , होने वाले ढेर सारे बच्चे ,उनकी आपसी मारपीट और झगड़ो को सुलझाने का मज़ा। बच्चे पहेलियाँ सुलझाने में मसरूफ रहेंगे। इसे पापा कहें या मौसा। ज़्यादा औलादें हो तो गुंडों के साथ साथ एकाध भला पैदा हो ही जाता है। गुंडे पड़ौसी पर रौब जमाने के काम आते हैं और भला बाप का फर्मारदार होता है। खुश रहने के लिए आदमी को और क्या चाहिए।

इस बंदे से बहुत कुछ सीखा जा सकता है। कुछ बडा हासिल करने के लिये बडी रिस्क लेना ही पड़ती है। तीन तीन बीबियों के साथ रहने से बडी रिस्क और क्या हो सकती है ? हमारे देश को ऐसे ही नौजवानों की जरूरत है जो जोखिम लें ,नाम कमाये और देश को तरक़्क़ी की राह पर ले जा सके।

सरकार को चाहिए कि वो इस आदमी को जिसने दो दूसरे बंदों का सिरदर्द खुद अपने सर ले लिया है से इससे हौसले,और सब्र की वजह जाने। इससे यह जाने कि घर और मोहल्ले का सुकून बनाए रखने बाबत क्या उपाय किए है इसने ? यह पता लगाए कि इसने इतनी ढेर सारी बीबियों के बीच समय ,सम्पत्ति ,सम्मान और साड़ियों का समुचित विभाजन कैसे किया है ? ये बेशक़ीमती जानकारी अब तक हो चुके और होने वाले खाविंदों के लिए अपनी इकलौती बीबी को राजी रखने के काम तो आएगी ही। पूरी दुनिया का अमन चैन बनाए रखने मे भी मददगार होगी।

पत्नी का शक!शादी के 3 साल हुए थे और 1 दिन पत्नी के मन में ख्याल आया, क्या होगा अगर मैं अपने पति को छोड़कर चली जाऊं?  पति...
09/10/2024

पत्नी का शक!
शादी के 3 साल हुए थे और 1 दिन पत्नी के मन में ख्याल आया, क्या होगा अगर मैं अपने पति को छोड़कर चली जाऊं?
पति का रिएक्शन क्या होगा? फिर वह क्या करेगा?

इसी विचार के चलते पति की परीक्षा लेने के लिए उसने एक चिट्ठी लिखी.. उसमें लिखा, "आपके साथ रहकर बोर हो गई हूं। मुझे अब इस गृहस्थी से कोई लगाव नहीं है। मैं तुम्हारे साथ एक पल भी नहीं रह सकती, इसलिए मैं तुम्हें और इस घर को छोड़ कर जा रही हूं।"

उसने वो चिट्ठी टेबल पर रखी और खुद बेड के नीचे जाकर छुप गई!

थोड़ी देर बाद पति ऑफिस से घर लौटा। उसे घर में अपनी पत्नी कहीं नहीं दिखी।
फिर उसकी नजर टेबल पर रखी चिट्ठी पर पड़ी। चिट्ठी को उठाकर उसने पढ़ी। थोड़ी देर तक बिल्कुल शांत रहा, कुछ नहीं बोला।

फिर उसने उसी चिट्ठी में पीछे कुछ लिखा और अपने मोबाइल में गाने बजा कर जोर-जोर से नाचने लगा!

फिर उसने अपने कपड़े बदले और अपनी एक फ्रेंड को फोन लगाया और कहने लगा... "मैं आज आजाद हो गया हूं!!
मेरी बीवी को आखिरकार ये एहसास हो गया कि वह मेरे काबिल नहीं है.. इसलिए वह खुद ही मुझे छोड़कर हमेशा के लिए चली गई है और मैं अब आजाद हो गया हूं। तुमसे अभी सामने वाले बगीचे में मिलना चाहता हूं। फटाफट वहां आकर मुझे मिलो..."

ऐसा कहकर पति घर के बाहर निकल गया!

दोनों आंखों में आंसू की धारा लिए पत्नी बेड के नीचे से बाहर निकली।
उसके हाथ थरथर कांप रहे थे.. कांपते हाथों से उसने टेबल पर रखी वो चिट्ठी उठाई और पढ़ी जिसमें पति ने लिखा था...

"अरे पगलेट! तुम्हें तो ठीक से छुपना भी नहीं आता! बेड के नीचे से तुम्हारे पैर दिख रहे हैं।
तुम जल्दी से गरमा गरम चाय बनाओ, मैं सामने की दुकान से बिस्किट लेकर आता हूं।"

"मेरे जीवन में खुशी तुम्हारे आने से है। आधी खुशी तुझे सताने में है और आधी तुझे मनाने में।
आखिर लास्ट में तो हम दोनों ही साथ रहेंगे ना!

कभी हम झगड़े, एक दूसरे की टांग खींचे। एक दूसरे को बुरा-भला कहे, फिर भी एक-दूसरे पर दादागिरी करने के लिए लास्ट में तो हम दोनों ही रहेंगे ना!

जो बोलना है बोलो, जो करना है करो। जब चश्मे गुम जाएंगे तब एक-दूसरे के चश्मे ढूंढने के लिए लास्ट में तो हम दोनों ही रहेंगे ना!

कभी मैं रूठूं तो तुम मुझे मनाना, कभी तुम रूठो तो मैं तुझे मना लूंगा.. एक-दूसरे को लाड लड़ाने के लिए आखिर में तो हम दोनों ही होंगे ना!

जब नजर कम आएगा, सुनाई भी कम देगा तब एक-दूसरे में एक-दूसरे को ढूंढने के लिए हम दोनों ही होंगे ना!

जब घुटनों में दर्द बढ़ जाएगा, कहीं आना-जाना भी बंद हो जाएगा तब एक-दूसरे के नाखून काटने के लिए तो हम दोनों ही होंगे ना!

'मेरे रिपोर्ट तो बिल्कुल क्लियर है, आई एम ऑल राइट।' बोल कर एक-दूसरे को चिढ़ाने के लिए आखिर तो हम दोनों ही होंगे ना!

जब हम दोनों का साथ छूटेगा, अंतिम विदाई होगी.. तब एक-दूसरे को माफ करने के लिए आखिर हम दोनों ही होंगे ना!

आखिर में सिर्फ हम और सिर्फ हम दोनों ही होंगे ना!!!"

कहानी खत्म होते-होते बीवी का रो-रो कर बुरा हाल हो गया।
उसे पता चल गया कि उसका पति उससे कितना ज्यादा प्यार करता है।
दोस्तो कहानी पसन्द आई हो तो एक लाइक और अपने दोस्तों से शेयर करना मत भूलना !🙏🙏

 #औरत की योनि और स्तन उनके शरीर का ऐसा भाग है जिसके लिए मर्द कुछ भी करने को तैयार होते हैं यहां तक कि जो काम उन्होंने जि...
02/10/2024

#औरत की योनि और स्तन उनके शरीर का ऐसा भाग है जिसके लिए मर्द कुछ भी करने को तैयार होते हैं यहां तक कि जो काम उन्होंने जिंदगी में कभी नहीं किया वो काम इसकी चाहत में कर गुजरते हैं

समझ में नहीं आता की ये प्रेम अपनी पत्नी के लिए है या उनके शरीर के लिए, ये लगाव उनसे है या उनके निजी अंगो से

यदि कोई स्त्री किसी पुरुष को अपने निजी अंगो तक पहुंचने दे रही है तो बेशक वो पुरुष उसके जीवन में कुछ खास जगह रखता है

घर में विवाह की बात होती तो मेरे मन में भी ख्याल आता की अब तो वो सब मिलेगा जो हर लड़के को चाहिए होता है,

खैर घर वालो ने शादी के लिए लड़की ढूंढना शुरू कर दिया, और कुछ ही महीने में प्रीति से शादी फिक्स हो गई,

शुरुवाती आकर्षण जिस्मानी होता है, दिखने ने सुंदर सुडौल शरीर, हो सकता हो आप को ये लग रहा हो कैसा लड़का है, लेकिन यकीन मानिए 90% लड़के शादी से पहले ये सब देखते हैं

मन में कई सवाल थे, लेकिन उन सब पर एक सवाल भारी था ये योनि और स्तन दिखने में चुने में कैसे होते होंगे

शादी हो गई, सब अच्छा चल रहा था, प्रीति से प्रेम हो गया था, लेकिन ये समझ नही आता की ये प्रेम प्रीति से है या उसके शरीर से

क्यों की किसी रात यदि प्रीति कुछ करने से मना करती तो मेरा मन खिन्न हो जाता और कई दिन हमारी बात ही नही होती

पर जब हमारे बीच समागम होता तो ना जाने कैसी पल भर में सब ठीक हो जाता,

कुछ समय बाद मेरी पत्नी पेट से होती है, डॉक्टर का इलाज शुरू करवाया, अब मन में एक बेचैनी भी थी की कैसे नए मेहमान की जिमेदारी ली जाए

अभी दिमाग में ये सब चल रहा था, तभी डॉक्टर ने बताया की प्रीति की नॉर्मल डिलीवरी नही हो सकती है ऑपरेशन करना होगा

ऑपरेशन को लेके दिमाग में अलग डर था, तभी कुछ लोगो ने सलाह दी की किसी और डॉक्टर को दिखाओ

2 3 डॉक्टर को दिखाने के बाद ये बात सामने आई की थोड़ी दिक्कत होगी, लेकिन नॉर्मल डिलेवरी करना ज्यादा अच्छा है,

9 मार्च को मैने प्रीति को भर्ती किया, कुछ ही समय बाकी था, बच्चे की डिलीवरी में, लेकिन तभी दर्द की वजह से प्रीति की पल्स गिरने लगी, और वो होश खोने लगी

डॉक्टर जानते थे की अगर ऐसी स्थिति में कुछ गडबड हुआ था तो बच्चा बाहर नही आपाएगा,
तुरंत डॉक्टर अपनी अटेंडेंट को बाहर भेजती हैं
और मुझे अंदर बुलाती हैं

मुझे पूरी बात समझाई गई और बोला गया की अपनी पत्नी को बुलाओ और उसे मोटिवेट करूं

मैने ऐसे ही किया, मेरे सामने मेरी पत्नी नग्न अवस्था में पड़ी हुई थी, उसकी योनि खुली हुई थी जिसे मैं देख सता था l,

मुझे दिखाई दे रहा था की बच्चे का सिर बाहर दिख रहा है
ये वही जगह थी जहां जिसकी चाहत मुझे हर रात होती थी
बच्चा बाहर आया तुरंत उसके सीने के कपड़े को हटाया गया और उसके स्तन दिख रहे थे और उसी स्तन पर बच्चे को लेता कर साफ कपड़े से ढक दिया गया

ये दोनो शरीर का वही अंग था जिसके लिए पुरुष सब कुछ करने को तैयार होता है उसे पाने की चाहत रखता है

जन्म भी उसी स्थान से होता है और जन्म के तुरंत बाद उसी छाती से गर्मी दी जाती है

लेकिन उस रात के बाद मेरी सोच मेरी पत्नी को लेके बदल गई, एक औरत इतने कष्ट और दर्द सिर्फ इस लिए सहती है की मेरा वंश आगे बढ़ सके

उस दिन मुझे ये समझ आया की मुझे उसके शरीर से नहीं बल्कि उससे प्रेम है

और उससे ज्यादा मेरी आंखों में मेरी मां की इज्जत बढ़ गई, और मुझे ये एहसास हुआ की इस दुनिया में मुझे लाने के लिए मेरी मां ने कितने कष्ट सहे हैं

मेरा मानना है जो लोग अपनी पत्नी को सिर्फ संभोग करने की चीज समझते हैं उन्हें एक बार प्रसव के दौरान अपनी पत्नी को जरूर देखना चाहिए

लड़की ने अपने पिता से पूंछा -पापा मैं अपने शरीर के कितने हिस्से को ढकूं और कितने हिस्से को खुला छोड़ दूं ?पिता का बड़ा खूबस...
24/09/2024

लड़की ने अपने पिता से पूंछा -
पापा मैं अपने शरीर के कितने हिस्से को ढकूं और कितने हिस्से को खुला छोड़ दूं ?

पिता का बड़ा खूबसूरत जबाब मिला - बेटा जितने हिस्से पर तुम नर्क की आग सहन कर सको उतना हिस्सा खुला छोड़ दो,,

लड़की बोली- ऐसा क्यों पापा ?🤔🤔

पापा- क्योंकि पर्दा करना बहुत जरूरी है क्योंकि तुमने श्री कृष्ण की गोपियों के कपड़े चुराने बाली कहानी तो सुनी होगी जब गोपियां तालाब में निर्वस्त्र होकर नहाती थी तो भगवान श्री कृष्ण गोपियों के कपड़े उठा ले जाते थे और उनको परेशान करते थे वो ऐसा इसलिए करते थे क्योंकि वो नही चाहते थे कि कोई भी स्त्री बिना कपड़ों के नहाये,,
क्योंकि गोपियों को इंसान के अलावा जीव जंतु पशु पक्षी मछली व अन्य जानवर भी देखते थे,, जिसका ज्ञान गोपियों को नही था,, इसलिए वो बिना कपड़ों के नहाने के लिए मना करते थे व स्त्री को पर्दे में रहने की शिक्षा देते थे, लेकिन कुछ लोगो ने इसका उल्टा अर्थ निकाल लिया,,

लड़की बोली - पापा अगर में पर्दा करूँगी तो खूबसूरत कैसे दिखूंगी ?🤷‍♀🤷‍♀👸👰

पिता - इसका जबाब में बेटा बाद में दूंगा,,
कुछ दिन बाद पिता काम से विदेश चला गया,, और

वहाँ से उसने लड़की के लिये गिफ्ट भेजा,,🎁🎁

लड़की ने गिफ्ट खोला उसमे एप्पल का मोबाइल था,,📱📱

पिता का फोन आया -
बेटा गिफ्ट कैसा लगा ?

लड़की - बहुत अच्छा

पिता - बेटा अब क्या करोगे

लड़की - सबसे पहले मैं इस फोन का स्क्रीनगार्ड और कबर ख़रीदूंगी

पिता - इससे क्या होगा ?

लड़की - इससे फोन सेफ रहेगा

पिता- क्या ये सब लगाना जरूरी है ?

लड़की - हां पापा बहुत जरूरी है

पिता - क्या ऐप्पल कंपनी के मालिक ने ये लगाने के लिए बोला है ?

लड़की - हा पापा बॉक्स में इंस्ट्रक्सन लिखे है कि ये जरूर लगाएं

पिता - इनको लगाने से फोन खराब तो नही दिखेगा ?

लड़की - नही पापा इसको लगाने से मेरा फोन और ज्यादा खूबसूरत दिखने लगेगा,,

पिता - बेटा जब एक मोबाइल की सेफ्टी और खूबसूरत दिखने के लिए इस्क्रीनगार्ड और कबर बहुत इम्पोर्टेन्ट है।
तो बेटा तुम तो उस ईश्वर की नायाब रचना हो,,
तुम्हारी सेफ्टी और खूबसूरती के लिये ही उसने पर्दा करने को कहा है,, जब इस्क्रीनगार्ड और कबर से मोबाइल खूबसूरत हो जाता है उसी प्रकार पर्दा करने से तुम भी और ज्यादा खूबसूरत दिखोगी और सब तुम्हारी इज्ज़त भी करेंगे,,
,,शरीर खुला रखने से नही ढकने से खूबसूरती आती है,,

और ये केवल तुम पर नही हर इंसान पर लागू होता है वो चाहे स्त्री हो या पुरुष,,

अगर हम लोग भी निर्वस्त्र होकर घूमने लगे तो जानवरों और हममें कोई फर्क नही, और न ही हमे खुद को बुद्दिजीवी कहने का अधिकार है,,

बेटी की आखों के आंसू थे 😭😭

आज पिता ने अपनी बेटी को जिंदगी की एक महत्वपूर्ण शिक्षा दी थी.

कागज से बना हुआ ट्रैक्टर अद्भुत कारीगरी..
14/09/2024

कागज से बना हुआ ट्रैक्टर अद्भुत कारीगरी..





















एक शादी_शुदा स्त्री, जब किसी पुरूष से मिलती है,उसे जाने अनजाने मे अपना दोस्त बनाती है, तो वो जानती है की...... न तो वो उ...
13/09/2024

एक शादी_शुदा स्त्री, जब किसी पुरूष से मिलती है,
उसे जाने अनजाने मे अपना दोस्त बनाती है, तो वो जानती है की...... न तो वो उसकी हो सकती है
और न ही वो उसका हो सकता है।

वो उसे पा भी नही सकती और खोना भी नही चाहती.....!
फिर भी वह इस रिश्ते को वो अपने मन की चुनी डोर से बांध लेती है....।

तो क्या वो इस समाज के नियमो को नही मानती?
क्या वो अपने सीमा की दहलीज को नही जानती?

जी नहीं !!!
वो समाज के नियमो को भी मानती है।
और अपने सीमा की दहलीज को भी जानती है।
मगर कुछ पल के लिए वो अपनी जिम्मेदारी को भूल जाना चाहती है।
कुछ खट्टा... कुछ मीठा
आपस मे बांटना चाहती है।

जो शायद कही और किसी के पास नही बांटा जा सकता है
वो उस शख्स से कुछ एहसास बांटना चाहती है।
जो उसके मन के भीतर ही रह गए है कई सालों से
थोडा हँसना चाहती है,
खिलखिलाना चाहती हैं।

वो चाहती है की कोई उसे भी समझे।
बिन कहे सारा दिन सबकी फिक्र करने वाली स्त्री चाहती है की कोई उसकी भी फिक्र करे...।
वो बस अपने मन की बात कहना चाहती है
जो रिश्तो और जिम्मेदारी की डोर से आजाद हो।

कुछ पल बिताना चाहती है
जिसमे न दूध उबलने की फिक्र हो, न राशन का जिक्र हो....न EMI की कोई तारीख हो।
आज क्या बनाना है,
ना इसकी कोई तैयारी हो
बस कुछ ऐसे ही मन की दो बातें करना चाहती है
कभी उल्टी_सीधी , बिना सर_पैर की बाते
तो कभी छोटी सी हंसीओर कुछ पल की खुशी...
बस इतना ही तो चाहती है
आज शायद हर कोई इस रिश्ते से मुक्त एक दोस्त ढूंढता है
धन्यवाद 🙏
गलत टिप्पणी कोई ना करे।

एक होटल में बहुत ज्यादा भीड़ रहती थी जिसका फायदा उठाकर एक आदमी रोजाना कचोरी खाकर बिना पैसे दिए ही चला जाता था ।। मैं रोज...
28/08/2024

एक होटल में बहुत ज्यादा भीड़ रहती थी जिसका फायदा उठाकर एक आदमी रोजाना कचोरी खाकर बिना पैसे दिए ही चला जाता था ।। मैं रोज उस आदमी को देखता लेकिन होटल के मालिक को कभी नहीं बताया।।
✍️एक दिन सोचा चलो होटल के मालिक को बता ही देता हूं जैसे ही मैने उस होटल के मालिक को उस आदमी के बारे में बताया तो वो बोला की आप पहले ग्राहक नहीं हो जिसने हमें ये बात बताई है और भी बहुत से ग्राहक हमें यह बात बता चुके हैं।।
✍️मालिक की बात सुनकर मैंने पूछा कि आप उसे रोकते क्यों नहीं तो मलिक ने जवाब दिया कि एक बार हमने उस व्यक्ति का पीछा किया फिर हमें पता लगा कि वह एक भिखारी है और कचोरी खाने के बाद सीधा भगवान के मंदिर में जाता है।।
✍️जब हमने चुपके से भगवान के मंदिर में जाकर देखा तो वह व्यक्ति दुआ मांग रहा था कि है भगवान !कल उस होटल में आज से भी ज्यादा भीड़ भेजना ताकि भीड़ में मैं कचोरी खाके निकल सकूं।।
✍️फिर हमें एहसास हुआ की होटल हमारी मेहनत से नहीं उसकी दुआओं की बदौलत चलता है।।
दोस्तों जीवन में कभी-कभी हम अपनी सफलता पर घमंड करने लगते हैं लेकिन हमें पता नहीं होता कि वह सफलता हमें किसकी दुआओं की बदौलत मिली है।।
✍️

"भादवे का घी"भादो माह आते-आते घास पक जाती है। दरअसल यह अत्यंत दुर्लभ  #औषधियाँ हैं।इनमें  #धामन खेतों और मार्गों के किना...
25/08/2024

"भादवे का घी"

भादो माह आते-आते घास पक जाती है। दरअसल यह अत्यंत दुर्लभ #औषधियाँ हैं।
इनमें #धामन खेतों और मार्गों के किनारे उगा हुआ साफ सुथरा, ताकतवर चारा होता है। #सेवण एक और घास है जो गुच्छों के रूप में होता है। इसी प्रकार #गंठिया भी एक ठोस खड़ है। मुरट, भूरट, बेकर, कण्टी, ग्रामणा, मखणी, कूरी, झेर्णीया, सनावड़ी, चिड़की का खेत, हाडे का खेत, लम्प, आदि वनस्पतियां इन दिनों पक कर लहलहाने लगती हैं।

यदि समय पर वर्षा हुई है तो पड़त भूमि पर रोहिणी नक्षत्र की तप्त से संतृप्त उर्वरकों से ये घास ऐसे बढ़ती है मानो कोई विस्फोट हो रहा है।
इनमें विचरण करती गायें, पूंछ हिलाकर चरती रहती हैं। उनके सहारे सहारे सफेद बगुले भी इतराते हुए चलते हैं। यह बड़ा ही #स्वर्ग_जैसा_दृश्य होता है।

इन जड़ी बूटियों पर जब दो शुक्ल पक्ष (लगभग डेढ़ माह) गुजर जाते हैं तो चंद्रमा का अमृत इनमें समा जाता है। आश्चर्यजनक रूप से इनकी गुणवत्ता बहुत बढ़ जाती है। कम से कम 2 कोस चलकर, घूमते हुए गायें इन्हें चरकर, शाम को आकर बैठ जाती है।
रात भर जुगाली करती हैं।
अमृत रस को अपने दुग्ध में परिवर्तित करती हैं।
यह दूध भी अत्यंत गुणकारी होता है।

इससे बने दही को जब मथा जाता है तो पीलापन लिए नवनीत (मक्खन) निकलता है। 5 से 7 दिनों में एकत्र मक्खन को गर्म करके, घी बनाया जाता है।
इसे ही #भादवे_का_घी कहते हैं। इस भादवे के घी में अतिशय पीलापन होता है। ढक्कन खोलते ही 100 मीटर दूर तक इसकी मादक सुगन्ध हवा में तैरने लगती है। बस, मरे हुए को जिंदा करने के अतिरिक्त, यह सब कुछ कर सकता है।

ज्यादा है तो खा लो, कम है तो नाक में चुपड़ लो। हाथों में लगा है तो चेहरे पर मल दो। बालों में लगा लो।
दूध में डालकर पी जाओ।
सब्जी या चूरमे के साथ जीम लो।
बुजुर्ग है तो घुटनों और तलुओं पर मालिश कर लो।
इसमें अलग से कुछ भी नहीं मिलाना। सारी औषधियों का सर्वोत्तम सत्व तो आ गया!!
इस घी से हवन, देवपूजन और श्राद्ध करने से अखिल पर्यावरण, देवता और पितर तृप्त हो जाते हैं।
कभी सारे #मारवाड़ में इस घी की धाक थी।

इसका सेवन करने वाली #विश्नोई_महिला 5 वर्ष के उग्र सांड की पिछली टांग पकड़ लेती और वह चूं भी नहीं कर पाता था।

किसी प्रत्यक्ष की घटना में एक व्यक्ति ने एक रुपये के सिक्के को मात्र उँगुली और अंगूठे से मोड़कर दोहरा कर दिया था!!

आधुनिक विज्ञान तो घी को #वसा के रूप में परिभाषित करता है। उसे भैंस का घी भी वैसा ही नजर आता है। वनस्पति घी, डालडा और चर्बी में भी अंतर नहीं पता उसे।

लेकिन पारखी लोग तो यह तक पता कर देते थे कि यह फलां गाय का घी है!!
यही वह घी था जिसके कारण

मनोहर जी जल्दी-जल्दी बिस्तर पर छूट गई पेशाब को साफ करने में लगे थे ताकि बहू-बेटा ना देख लें। कल ही तो बहू काजल ने नई चाद...
27/07/2024

मनोहर जी जल्दी-जल्दी बिस्तर पर छूट गई पेशाब को साफ करने में लगे थे ताकि बहू-बेटा ना देख लें। कल ही तो बहू काजल ने नई चादर बिछाई थी और बेटे रवि को सुनाया था कि अगर पापा जी ने फिर से चादर खराब की, तो वह नहीं साफ करेगी, भले ही घर छोड़ना पड़े। मनोहर जी को किडनी की समस्या के चलते ऐसा कभी-कभी हो जाता है। बेचारे मनोहर जी को अफसोस भी बहुत होता था।

जल्दी से चादर हटाकर मनोहर जी बाथरूम में उसे धोने लगे, यह सोचकर कि बहू आज बेटे के साथ अपने भाई की शादी के कपड़े लेने गई है, तो देर से लौटेगी। भूख भी लग रही थी, पर मन का डर उनके हाथों को तेजी से काम करने को कह रहा था। चादर भीगने के बाद उठाई नहीं जा रही थी, और उनकी सांसें फूलने लगीं। तभी उन्होंने सामने अचानक बेटे-बहू को खड़ा पाया। वे बस इतना बोले, "बहू, अब नहीं होगा... मैंने साफ कर दी है।"

बेटे रवि ने अपने पिता को सहारा देकर कुर्सी पर बैठाया। बहू ने नाराजगी से कहा, "देख लो, फिर तुम्हारे पिता ने बिस्तर खराब कर दिया। कितनी बदबू आ रही है। इन्हें अस्पताल में भर्ती करवाओ।" रवि ने बहू को शांत करते हुए कहा, "तुम अपने मायके जा सकती हो। उस बाप को कैसे छोड़ सकता हूँ, जिसने मेरी पैंट तक साफ की थी जब मैं कच्छे में पोटी कर देता था। उस बाप का पेशाब नहीं साफ होगा, जिसकी यूनिफॉर्म पर मैंने उस दिन टॉयलेट कर दी थी जब पिता जी अपने सम्मान समारोह में जा रहे थे।"

रवि ने अपने पिता को संभालते हुए कहा, "चलिये पापा, आप कितने गीले हो गए हैं। ठंड लग जाएगी। आपके लिए चाय बनाता हूँ।" बेटे ने दीवान से नई चादर निकालकर बिस्तर पर बिछाई, मनोहर जी को बैठाया, उनके कपड़े बदले और अपने हाथों से चाय पिलाने लगा। मनोहर जी के कंपकंपाते हाथ बेटे के सिर पर आशीर्वाद देने के लिए आ गए। उनकी आँखों से आँसू बह निकले, जिन्हें वे धोती के कोने से पोंछते जा रहे थे। उन्होंने अपनी पत्नी की तस्वीर को देख मन ही मन कहा, "देख ले विमला, तू कहती थी मैं चला जाऊंगा तो कौन ख्याल रखेगा मेरा। हमारा रवि देख कैसे तेरे बुढ़ऊँ की सेवा कर रहा है।"

दरवाजे पर खड़ी बहू काजल भी पश्चाताप के आँसू बहा रही थी। इस घटना ने उसे अहसास दिलाया कि परिवार का हर सदस्य, चाहे कितना भी कमजोर क्यों ना हो, अपने स्नेह और सम्मान के हकदार होते हैं।

प्राचीन भारत में शिक्षा और ज्ञान का एक विशाल इतिहास है। हमारे प्राचीन भारत के 25 प्राचीन विश्वविद्यालय... दुनिया भर से ह...
26/07/2024

प्राचीन भारत में शिक्षा और ज्ञान का एक विशाल इतिहास है। हमारे प्राचीन भारत के 25 प्राचीन विश्वविद्यालय... दुनिया भर से हजारों प्रोफेसर और लाखों छात्र यहां रहते थे और कई विज्ञानों और विषयों का अध्ययन और अध्यापन करते थे। यहाँ पर कुछ प्रमुख प्राचीन विश्वविद्यालयों की जानकारी दी जा रही है:

1.नालंदा विश्वविद्यालय (Nalanda University):

स्थान: बिहार
स्थापना: 5वीं शताब्दी ईस्वी
विशेषता: यह बौद्ध शिक्षा का प्रमुख केंद्र था और इसमें विभिन्न विज्ञान, दर्शन, और धर्म का अध्ययन किया जाता था। यहाँ पर 10,000 छात्र और 2,000 शिक्षक थे।

2.तक्षशिला विश्वविद्यालय (Taxila University):

स्थान: पाकिस्तान
स्थापना: 6वीं शताब्दी ईसा पूर्व
विशेषता: यह भारत का सबसे प्राचीन विश्वविद्यालय माना जाता है। यहाँ पर चिकित्सा, कानून, कला, सैन्य विज्ञान आदि की शिक्षा दी जाती थी।

3.विक्रमशिला विश्वविद्यालय (Vikramshila University):

स्थान: बिहार
स्थापना: 8वीं शताब्दी ईस्वी
विशेषता: यह भी बौद्ध शिक्षा का प्रमुख केंद्र था।

4.ओदंतपुरी विश्वविद्यालय (Odantapuri University):

स्थान: बिहार
स्थापना: 8वीं शताब्दी ईस्वी
विशेषता: बौद्ध शिक्षा और साहित्य का प्रमुख केंद्र।

5.मिथिला विश्वविद्यालय (Mithila University):

स्थान: बिहार
विशेषता: न्यायशास्त्र और तंत्र की शिक्षा के लिए प्रसिद्ध।

6.वल्लभी विश्वविद्यालय (Vallabhi University):

स्थान: गुजरात
स्थापना: 6वीं शताब्दी ईस्वी
विशेषता: यहां पर धर्म, कानून, और चिकित्सा की शिक्षा दी जाती थी।

7.स्रृंगेरी मठ (Sringeri Math):

स्थान: कर्नाटक
विशेषता: अद्वैत वेदांत का प्रमुख केंद्र।

8.कांचीपुरम विश्वविद्यालय (Kanchipuram University):

स्थान: तमिलनाडु
विशेषता: यहाँ पर तमिल साहित्य और दर्शन का अध्ययन किया जाता था।

9.पुष्पगिरी विश्वविद्यालय (Pushpagiri University):

स्थान: ओडिशा
विशेषता: यह बौद्ध और जैन शिक्षा का केंद्र था।

10. उज्जयिनी विश्वविद्यालय (Ujjayini University):

स्थान: मध्य प्रदेश
विशेषता: यहाँ पर ज्योतिष, खगोल विज्ञान, और गणित की शिक्षा दी जाती थी।

11.कृष्णापुर विश्वविद्यालय (Krishnapur University):

स्थान: पश्चिम बंगाल
विशेषता: विभिन्न विज्ञानों और संस्कृत की शिक्षा का केंद्र।

12.नेल्लोर विश्वविद्यालय (Nellore University):

स्थान: आंध्र प्रदेश
विशेषता: यहां पर धर्म और तंत्र की शिक्षा दी जाती थी।

13.सोमपुरा विश्वविद्यालय (Somapura University):

स्थान: बांग्लादेश
विशेषता: यह बौद्ध शिक्षा का प्रमुख केंद्र था।

14.अमरावती विश्वविद्यालय (Amravati University):

स्थान: आंध्र प्रदेश
विशेषता: बौद्ध और जैन शिक्षा का केंद्र।

15.नागरजुनकोंडा विश्वविद्यालय (Nagarjunakonda University):

स्थान: आंध्र प्रदेश
विशेषता: बौद्ध शिक्षा का प्रमुख केंद्र।

16.रत्नागिरी विश्वविद्यालय (Ratnagiri University):

स्थान: ओडिशा
विशेषता: बौद्ध धर्म और तंत्र का केंद्र।

17.माल्कापुरम विश्वविद्यालय (Malkapuram University):

स्थान: आंध्र प्रदेश
विशेषता: विभिन्न धर्मों और विज्ञानों की शिक्षा।

18.त्रिसूर विश्वविद्यालय (Trissur University):

स्थान: केरल
विशेषता: कला, साहित्य और ज्योतिष की शिक्षा।

19.विजयपुरा विश्वविद्यालय (Vijayapura University):

स्थान: कर्नाटक
विशेषता: धर्म, तंत्र, और ज्योतिष की शिक्षा।

20.कादयर विश्वविद्यालय (Kadayar University):

स्थान: तमिलनाडु
विशेषता: तमिल साहित्य और कला का अध्ययन।

21.मयंकट विश्वविद्यालय (Manyaket University):

स्थान: कर्नाटक
विशेषता: धर्म और तंत्र का प्रमुख केंद्र।

23.उडीपी मठ (Udipi Math):

स्थान: कर्नाटक
विशेषता: अद्वैत वेदांत और धर्म की शिक्षा।

23.कण्णूर विश्वविद्यालय (Kannur University):

स्थान: केरल
विशेषता: साहित्य, कला और ज्योतिष की शिक्षा।

24.अन्नूरधपुर विश्वविद्यालय (Anuradhapura University):

स्थान: श्रीलंका
विशेषता: बौद्ध धर्म और तंत्र का केंद्र।

25.कंथालूर शाला (Kanthaloor Shala):

स्थान: तमिलनाडु
विशेषता: विभिन्न विज्ञानों और तंत्र का प्रमुख केंद्र।
ये प्राचीन विश्वविद्यालय शिक्षा के उच्चतम मानकों के प्रतीक थे और यहाँ पर दुनिया भर से छात्र और शिक्षक ज्ञान प्राप्त करने और साझा करने के लिए आते थे। इन संस्थानों में विभिन्न विज्ञान, धर्म, कला, और तंत्र की शिक्षा दी जाती थी, जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और बौद्धिक धरोहर का हिस्सा हैं।


























19/07/2024

देख रहे हो बिनोद!
“जालम जाटणी”, “मस्त बामणी”…. जाट, गुर्जर, नाई, सब हैं, लेकिन ट्रक मुस्लिम का है।
ऐसे ही जाने कितने ही कब्जे और अवैध काम तुम सनातनियों के नाम से किए जा रहे हैं, पर तुम कबूतर हो, आँखें बंद कर लो, बिल्ली नहीं खाएगी।
पर बेटा! बिल्ली का स्वभाव है कबूतर खाना, वो नहीं छोड़ेगी, तुम कितनी ही आँखें बंद कर लो.

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