04/11/2025
कल होगा “रणथंभौर रत्न सम्मान – 2025” का भव्य आयोजन, 50 से अधिक होंगे सम्मानित
भूप्रेमी परिवार संगठन की पहल — प्रेरक व्यक्तियों और संस्थाओं को मिलेगा सम्मान, संगोष्ठी व सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी होंगी
सवाई माधोपुर, 4 नवम्बर 2025।
समाज में उत्कृष्ट योगदान देने वाले प्रेरक व्यक्तियों, संस्थाओं और समूहों को सम्मानित करने की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए भूप्रेमी परिवार संगठन द्वारा आयोजित “रणथंभौर रत्न सम्मान – 2025” का भव्य आयोजन कल 5 नवम्बर (गुरु नानक जयंती अवकाश) को होगा।
यह कार्यक्रम दोपहर 2:00 बजे रणथंभौर मैरिज गार्डन, सवाई माधोपुर में आयोजित किया जाएगा, जिसमें जिले के साथ-साथ प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षाविद, अधिकारी, युवा, कलाकार और पर्यावरण प्रेमी बड़ी संख्या में शामिल होंगे।
समाजसेवियों और प्रेरक कार्यकर्ताओं का होगा सम्मान
भूप्रेमी परिवार संगठन के अध्यक्ष मुकेश भूप्रेमी ने बताया कि इस वर्ष के सम्मान समारोह में समाज सेवा, शिक्षा, चिकित्सा, पत्रकारिता, कला, पर्यावरण संरक्षण, महिला सशक्तिकरण, प्रशासनिक सेवा, खेती-किसानी, खेलकूद, और सद्भावना कार्यों में योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया जाएगा।
विशेष रूप से बाढ़ और जलभराव के दौरान राहत व बचाव कार्यों में योगदान देने वाले युवाओं और संस्थाओं को “प्राण रक्षक सम्मान” श्रेणी के अंतर्गत सम्मान प्रदान किया जाएगा।
संगोष्ठी और सांस्कृतिक कार्यक्रम आकर्षण का केंद्र
आयोजन में “सेवा और जीवन” विषय पर संगोष्ठी आयोजित की जाएगी, जिसे आईपीएस किशन सहाय, डॉ. भरत लाल, प्रो. राजकुमार, और प्रो. दिनेश मीणा संबोधित करेंगे।
साथ ही स्थानीय कलाकारों और नवोदित प्रतिभाओं द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी होंगी, जो समाज में एकता, प्रेम और मानवता का संदेश देंगी।
समझ में मुख्य अतिथियों में जिला कलेक्टर कानाराम,पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनीवाल,जिला प्रमुख सुदामा मीणा एवं डिग्गी प्रसाद मीणा,एडीएम संजय शर्मा,पूर्व विधायक मोतीलाल मीणा,नगर परिषद आयुक्त देवेंद्र सिंह जिंदल,पूर्व प्रधान निरमा मीणा तथा मुकेश मीणा,उप सभापति अली मोहम्मद,राजेश पहाड़िया पार्षद,संजय बैरवा पार्षद,भागचंद मीणा ठेकेदार आदि सामाजिक कार्यकर्ता शामिल होंगे ।
भूप्रेमी परिवार संगठन सेवा, संघर्ष, शिक्षा, शांति, संगठन, प्रकृति और विश्व प्रेम जैसे मानवीय मूल्यों पर आधारित है।
संगठन का मानना है कि समाज में प्रेरक कार्यों को सम्मान देने से नई पीढ़ी में मानवता, जिम्मेदारी और राष्ट्रभक्ति की भावना मजबूत होती है।