01/08/2025
2008 मालेगांव बम ब्लास्ट मामलें में साध्वी प्रज्ञा समेत 7 आरोपियों को भले बरी कर दिया गया हो, लेकिन सवाल हमेशा पीछा करेंगे कि फ़िर कौन था जिसने ब्लास्ट कर 12 साल की बच्ची फरहीन समेत 6 लोगों की ब्लास्ट कर हत्या व 95 लोगों को घायल करने वाला कौन था कौन है और कहाँ है?
इस केस को महाराष्ट्र पुलिस, ATS ने अपने हाथों में लिया था, और साध्वी प्रज्ञा को गिरफ़्तार कर कहा गया था कि जिस बाइक में बम रख ब्लास्ट किया गया वो LML Freedom बाइक साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की थी, साध्वी प्रज्ञा को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया और मनमोहन सिंह सरकार ने जांच NIA को सौंप दी, NIA ने केस अपने हाथों में लिया तब भी बाइक साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की ही कही जाती रही, 2019 में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को पूर्व मुख्यमंत्री के सामने भाजपा का प्रत्याशी घोषित किया जाता है जनता उसे चुनकर लोकसभा में भेज देती है, साध्वी अब साध्वी से माननीय सांसद जी बन चुकी होती है, अब माननीय को केसों से राहत मिलना भी ज़रूरी था क्योंकि वो BJP की नेता है, आज साध्वी प्रज्ञा ठाकुर समेत 7 आरोपियों को बरी कर दिया गया है, कहा गया है कि बाइक साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की नही थी, अब पुलिस, ATS, NIA और सरकार पर सवाल उठ जाते है कि जब बाइक साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की नही तो 17 साल तक क्यो एजेंसियों की तरफ से कहां जाता रहा बाइक साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के नाम थी? और जब बाइक साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के नाम नही तो किसके नाम थी वह नाम भी उजागर कर देना चाहिए!
मेरे जैसे अदना सा इंसान वाहन के नंबर से 2 मिनट में बता सकता है कि इस वाहन का स्वामी कौन है फ़िर यह बाइक साध्वी के नाम है या नही यह पता लगाने में 17 वर्ष कैसे लग गये? मान लिया बाइक साध्वी प्रज्ञा के नाम नही थी फ़िर भी उसे फंसाये रखा, आख़िर बाइक किसने नाम है यह नाम भी बताया जाये!
फ़िर कौन है वो आतंकी जिन्होंने 6 लोगों की हत्या और 95 लोगों को ब्लास्ट कर घायल किया? कौन है वो आतंकी जिन्होंने बम बनाया व ब्लास्ट करने वालों को बम बनाने के लिए सामग्री मुहैया कराई? कौन है वो आतंकी जिसकी बाइक ब्लास्ट के इस्तेमाल की गई?