25/09/2025
#बैंकॉक: मेट्रो निर्माण में लापरवाही बनी शहर के लिये बड़ी आफत 🚧😱
#थाइलैंड की विश्वप्रसिद्ध राजधानी बैंकॉक के केंद्र में चल रही मेट्रो परियोजना के निर्माण कार्य के दौरान सैमसेन रोड पर आज एक गंभीर दुर्घटना हुई, जब ज़मीन का एक विशाल हिस्सा अचानक धंसकर 50 मीटर गहरा गड्ढा बन गया।
इस गड्ढे में सड़क, बिजली के खंभे और कई गाड़ियां समा गईं, जिससे क्षेत्र में दहशत फैल गई, और कुछ इमारतों को भी गंभीर क्षति पहुंची। आसपास के #अस्पताल और रिहायशी इलाकों को एहतियातन खाली करवाया गया, हालांकि इस घटना में कोई बड़ा जान-माल का नुकसान नहीं हुआ।
इस हादसे का मूल कारण भूमिगत #मेट्रो टनल निर्माण में आई इंजीनियरिंग खामियां थी। सुरंग में तकनीकी और #स्ट्रक्चरल निगरानी की चूक से छत का हिस्सा कमजोर हुआ, जिससे ऊपर की सतह ने सपोर्ट खो दिया और मिट्टी का ढांचा धंस गया। भारी निर्माण गतिविधि और सीजन की लगातार बारिश ने इस कमजोरी को बढ़ाया, नतीजतन सतह पर स्लाइड (धंसाव) हुआ।
इस प्रक्रिया के बाद भूमिगत पानी और सीवर की #पाइपलाइनें टूटना शुरू हो गयीं और शुरुआती छोटी धंसे स्थान पर पानी का रिसाव शुरू हो गया, जो देखते ही देखते विशाल गड्ढे में परिवर्तित हो गया।
जब ज़मीन के नीचे #इंजीनियरिंग मापदंडों का पालन नहीं होता या भूजल का अत्यधिक दोहन होता है, तो भूस्खलन और सतह का धंसना आम हो जाता है, ख़ासकर वहां जहां मिट्टी की सतह पहले से कमजोर या नाजुक हो।
#भारत में भी मेट्रो और अन्य भूमिगत परियोजनाओं का तेजी से विस्तार हो रहा है—दिल्ली, मुंबई, #बंगलुरु, पुणे और सूरत सहित कई शहरों में रेल और टनल निर्माण जोरों पर है। ऐसे में निर्माण कंपनियों, इंजीनियरों और #प्रशासन को चाहिए कि वे सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन करें, अन्यथा घनी आबादी वाले क्षेत्रों में भूमिगत निर्माण में कोई भी तकनीकी चूक जानमाल का भयानक नुकसान कर सकती है।
भूमिगत कार्य शुरू होने से पहले विस्तार से #भू-सर्वेक्षण, ठोस सीमेंटिंग, बेहतर गुणवत्ता, सुचारू जल-निकासी व्यवस्था और आपातकालीन दुर्घटना प्रबंधन प्रणाली अनिवार्य है। भारत को बैंकॉक जैसी घटनाओं से सबक लेते हुए सतर्क रहना चाहिए—सिर्फ छोटी सी लापरवाही किसी बड़े शहर को गहरे संकट में धकेल सकती है।
✍️Manoj Kumar