
22/05/2023
हर रंग खुद में समेटे , जो बेखौफ लड़ा हैं
जाति ओर धर्म के दायरे से जो आगे बड़ा है
नैतिक निस्पक्छ तर्क संगत संविधान ही हैं वो
जो अपनी चिता पर भी आज सहज खड़ा हैं